ETV Bharat / state

यूपी में 129 ऐसे ब्लैक स्पॉट जहां हादसे की शिकार होती हैं बसें, सर्वे के बाद किए गए चिह्नित

author img

By

Published : May 31, 2023, 6:28 PM IST

यूपी के कई जनपद में 129 ऐसी जगह है, जहां पर सबसे ज्यादा बस दुर्घटनाएं होती हैं. इन हादसे में कभी-कभी यात्रियों और राहगीरों की जान भी चली जाती है. हादसे रोकने के लिए इन ब्लैक स्पॉट्स की अब समीक्षा की जा रही है.

यूपी में 129 ऐसे ब्लैक स्पॉट जहां टकराती हैं बसें
यूपी में 129 ऐसे ब्लैक स्पॉट जहां टकराती हैं बसें

यूपी में 129 सबसे ज्यादा दुर्घटना वाली जगह.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में 129 ऐसे ब्लैक स्पॉट्स हैं, जहां पर परिवहन निगम की बसें हादसे का शिकार हो जाती हैं. हादसे में या तो यात्री चोटिल हो जाते हैं या फिर उनकी जान भी चली जाती है. सर्वे के बाद परिवहन निगम की जो 129 ब्लैक स्पॉट की सूची तैयार की है. अब तक इन स्पॉट्स पर हुए हादसों में तमाम लोगों की जान जा चुकी है और कई लोग घायल हो चुके हैं. इन ब्लैक स्पॉट्स को भरे जाने के लिए अब समीक्षा शुरू की जा रही है.

हादसों की संख्या
हादसों की संख्या
35 शहरों में ब्लैक स्पॉट की भरमार: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में बस दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए. इसके लिए प्रदेश भर में सर्वे कराया गया. यूपीएसआरटीसी के सर्वे में पूरे प्रदेश में तकरीबन 1000 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए. इनमें 35 शहरों के 129 स्थान ऐसे हैं, जहां पर रोडवेज बसें भीषण सड़क हादसे का शिकार होती हैं. यहां पर बस हादसों में यात्रियों की जान जाती है या फिर सड़क पर चलने वाले अन्य वाहनों में सवार लोगों की.
ब्लैक स्पॉट वाली जगह
ब्लैक स्पॉट वाली जगह

रोड इंजीनियरिंग की खामीः परिवहन निगम के अधिकारी बताते हैं कि इन 129 ब्लैक स्पॉट पर हो रहे हादसों की वजह रोड इंजीनियरिंग की खामी के रूप में सामने आई है. सड़क बनाते समय अवैध कट का ध्यान नहीं रखा गया. इसके चलते लोग अचानक वाहन मोड़ देते हैं और दुर्घटना हो जाती है. इन्हीं अवैध कट को और अचानक आने वाले मोड़ को ब्लैक स्पॉट घोषित किया गया है. ऐसे 129 ब्लैक स्पॉट्स की सूची तैयार की गई है. अब चालक परिचालकों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है कि वे जब इस रूट से गुजरें और ब्लैक स्पॉट वाले स्थान के करीब आएं तो बस चलाते समय सावधानी बरतें, जिससे बस हादसा न होने पाए.

क्या ब्लैक है स्पॉट
क्या ब्लैक है स्पॉट
लखनऊ के सात रूटों पर होते हैं हादसे: लखनऊ के आसपास भी ऐसे सात क्षेत्र हैं, जहां पर सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं. इन हादसों में लोग घायल होते हैं या फिर असमय ही काल के गाल में समा जाते हैं. अब परिवहन निगम के अधिकारी पीडब्ल्यूडी और एनएचएआई के साथ मिलकर इन ब्लैक स्पॉट्स को सुधारने के दिशा में प्रयास कर रहे हैं. यहां पर जो भी खामियां हैं उन्हें दूर कराने की बात कह रहे हैं. जहां पर साइन एज नहीं लगा है, वहां साइन एज लगाए जाएंगे. साथ ही जहां पर अवैध कट बने हैं, उन्हें भी बंद किया जाएगा.

सभी रीजन को भेजी 900 पन्नों की रिपोर्ट:
परिवहन निगम में ब्लैक स्पॉट्स का जो सर्वे कराया है , जिसमें 35 शहरों के 129 स्थान ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए हैं. इनकी पूरी 900 पन्नों की सर्वे रिपोर्ट सभी रीजन को भेजी गई है. अब इस रिपोर्ट के आधार पर अधिकारी संबंधित स्थानों पर हादसों के कारण की जांच करेंगे. अधिकारी चालकों की गलतियों की भी समीक्षा करेंगे.

क्या कहती है परिवहन निगम की सर्वे रिपोर्ट:
यूपीएसआरटीसी की तरफ से ब्लैक स्पॉट चिह्नित करने को लेकर जो सर्वे कराया गया उसमें सामने आया है कि प्रदेश में बस हादसे में रोजाना किसी न किसी एक व्यक्ति की जान जाती है. इनमें से 70 फीसद दुर्घटना बाइक सवार की होती है, जो बिना किसी इंडिकेशन के बस के सामने आ जाते हैं. 10% दुर्घटनाओं में बस के चालक, परिचालक की मृत्यु होती है या फिर कोई यात्री हताहत होता है. रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि सुबह आठ बजे से लेकर रात आठ बजे के बीच 90 फीसदी दुर्घटनाएं होती हैं. जबकि रात में दुर्घटनाओं का अनुपात महज 10 फीसद ही है. अधिकारी मानते हैं कि दिन में सड़क पर भीड़ ज्यादा होती है. वाहन अनियंत्रित होते हैं, जिससे हादसे हो जाते हैं. रात में सड़क पर काफी कम वाहन होते हैं, ऐसे में हादसों का अनुपात कम होता है.

क्या कहते हैं अधिकारी:
यूपीएसआरटीसी प्रधान प्रबंधक व प्रवक्ता अजीत कुमार सिंह ने बताया कि परिवहन निगम की तरफ से प्रदेशभर में हो रही बस दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ब्लैक स्पॉट्स का सर्वे कराया गया है. इसकी रिपोर्ट तैयार की गई है. रिपोर्ट में सामने आया है कि 129 स्थान ऐसे हैं जहां पर ज्यादा बस दुर्घटबनाएं होती है. अब इन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. चालक परिचालकों को जागरूक किया जाएगा, साथ ही ब्लैक स्पॉट्स सुधारने के लिए भी प्रयास किए जाएंगे.


यह भी पढ़ें: यूपी के 71 निजी आईटीआई संस्थानों के खिलाफ मथुरा में दर्ज कराया मुकदमा, जानिए पूरा मामला

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.