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ललितपुर: बारिश से अन्नदाताओं की फसल नष्ट, मुआवजे की मांग को लेकर किया प्रदर्शन

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Published : Sep 25, 2019, 10:00 PM IST

उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में मुआवजे की मांग को लेकर सैकड़ों की संख्या में किसानों प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि संपूर्ण फसल नष्ट हो चुकी है. तत्काल मुआवजा दिलाया जाए.

मुआवजे की मांग को लेकर किसानों का प्रदर्शन.

ललितपुर: जिले में पिछले दिनों लगातार हुई बारिश के चलते लोगों के चेहरे खिल उठे. वहीं इस भारी बारिश ने अन्नदाताओं को मायूस भी कर दिया. अत्यधिक बारिश होने से खेतों में पानी भरने से उड़द, मूंग की फसल को काफी नुकसान पहुंचा, जिससे अन्नदाताओं की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है. अन्नदाता अगली फसल की बुबाई को लेकर काफी चिंतित है. जिसके विरोध में आज तुवन मंदिर प्रांगण में हजारों की संख्या में अन्नदाता, व्यापार मंडल के सदस्यों और अन्य सामाजिक संगठनों के सदस्यों ने विशाल किसान महारैली का आयोजन कर विरोध प्रदर्शन किया.

मुआवजे की मांग को लेकर किसानों का प्रदर्शन.

सैंकड़ों की संख्या में ललितपुर मुख्यालय स्थित तुवन मंदिर प्रांगण में अन्नदाता, व्यापार मंडल के सदस्यों और सामाजिक संगठनों के सदस्यों ने विशाल किसान महारैली का आयोजन किया. इस दौरान जल्द से जल्द मुआवजे की मांग की. जिससे अन्नदाता अगली फसल की बुबाई की तैयारी कर सकें.

मुआवजा की मांग
प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि जिले के किसानों की उर्द की फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है. सरकार बार-बार नष्ट हुई फसलों की परसेंट मांगती है. इसलिए हमारे किसानों का कहना है कि संपूर्ण फसल नष्ट हो चुकी है. तत्काल मुआवजा दिलाया जाए.

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व्यापार मंडल के अध्यक्ष का कहना है कि ललितपुर जिला खेती पर आधारित है. यहां पूर्णता न कोई उद्योग है न ही कारखाना है. ललितपुर का बाजार व व्यापारी सब किसानों पर आश्रित हैं. उनकी जब जेबों में दाम नहीं होगा तो व्यापारियों की हालत खराब होगी.

लगातार एक माह से पानी बरसने की वजह से उड़द की फसल काफी बर्बाद हुई है. उसके लिए हमने राजस्व विभाग, कृषि विभाग और बीमा कंपनी की एक साथ जॉइट टीम का गठन कर दिया है. प्रत्येक गांव में जाकर लोगों के नुकसान को देखेगी और रिपोर्ट देगी. इसमे दो तरह की शिकायत प्राप्त हो रही है.
-मानवेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी, हरदोई

Intro:एंकर-बुंदेलखंड के ललितपुर जिले में पिछले दिनों लगातार हुई बारिश के चलते जहाँ लोगों के चेहरे खिल उठे.वहीं इस भारी बारिश ने अन्नदाताओं को मायूस कर दिया.अत्यधिक बारिश होने से खेतों में पानी भरने से उड़द मूंग की फसल को काफी पहुंचा साथ ही पीला मैजिक नाम का रोग भी लग गया है जिससे अन्नदाताओं की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है.औऱ अन्नदाता अगली फसल की बुबाई को लेकर काफ़ी चिंतित है.जिसके विरोध में आज तुवन मंदिर प्रांगण में हज़ारों की में संख्या जिले अन्नदाताओं ,व्यापार मंडल के सदस्यों व अन्य सामाजिक संगठनों के सदस्यों ने विशाल किसान महारैली का आयोजन किया व विरोध प्रदर्शन किया.


Body:वीओ-ललितपुर जिले में इस बार अत्यधिक बारिश के चलते जहाँ लोगों के चेहरे खिल उठे.वहीं इस भारी बारिश ने अन्नदाताओं को मायूस कर दिया.किसानों के खेतों में पानी भरने से उड़द मूंग की फसल को काफी पहुंचा साथ ही पीला मैजिक नाम का रोग भी लग गया.जिससे अब अन्नदाता काफी परेशान है.और आज सैंकड़ो की संख्या में ललितपुर मुख्यालय स्थित तुवन मंदिर प्रांगण में आकर अन्नदाताओं,व्यापार मंडल के सदस्यों व अन्य सामाजिक संगठनों के सदस्यों ने विशाल किसान महारैली का आयोजन किया व विरोध प्रदर्शन किया.वही जल्द से जल्द मुआवजे की मांग की.जिससे अन्नदाता अगली फसल की बुबाई की तैयारी कर सकें।

बाइट-वही प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि ये किसान आंदोलन ललितपुर जिले के किसानों की उर्द की फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है.तो सरकार बार बार मांगती है कितने परसेंट फसल नष्ट हुई है.इसलिए हमारे किसानो का कहना है कि संपूर्ण फ़सल नष्ट हो चुकी है तत्काल मुआवजा दिलाया जाए.यदि मुआवजा नहीं दिलाया जाएगा. तो 15 दिन के अंदर इससे बड़ा आंदोलन करेंगे

बाइट-हरदयाल सिंह लोधी (एडवोकेट)


बाइट-वही व्यापार मंडल के अध्यक्ष का कहना है कि ललितपुर जनपद खेती पर आधारित है.यहाँ पूर्णता न कोई उद्योग है न ही कारखाना है.ललितपुर का बाजार व व्यापारी सब किसानों पर आश्रित है.उनकी जब जेबों में दाम नही होगा.तो व्यापारियों की हालत खराब होगी.वर्तमान में जो उड़द की फ़सल है लगातार बरसात होने कारण पूर्णता नष्ट हो गई है.मुझे नही लगता कि पूरे जिले 100 में से 2 प्रतिशत किसान भी नही होगा जिसकी फसल जिंदा हो.ऐसी स्थिति में किसानों का पूर्व का कर्जा माफ किया जाए.और नया उचित मुआवजा दिया जाए.और सारे संगठन इसी तरह हमेशा किसानों की लड़ाई के लिए एक साथ एक मंच पर खड़े रहे.व्यापारी भी किसानों के साथ है चूंकि ललितपुर का बाजार बिना किसानों के चलने वाला नही है.ये अन्नदाता है और अन्नदाता की जेब मे जब दाम नही होगा.तो निश्चित रूप से व्यापारियों के हाथ मे भी कुछ नही है.

बाइट-नरेंद्र कड़की (अध्यक्ष, व्यापार मंडल)


Conclusion:बाइट-वही जब किसानों मि समस्या को लेकर जिलाधिकारी ललितपुर से वार्ता की गई. तो उनका कहना है कि अब तो अधिकांश किसान बीमित होते हैं. चूंकि फसल की काफी बर्बादी हुई है इसमे कोई दौहराय नही है.और लगातार एक माह से पानी बरसने की वजह से उड़द की फसल काफी बर्बाद हुई है.तो उसके लिए हमने राजस्व विभाग,कृषि विभाग और बीमा कंपनी है तो एक साथ जॉइंट टीम का गठन कर दिया है .जो प्रत्येक गांव में जाकर लोगो के नुकसान को देखेगी और रिपोर्ट देगी. इसमे 2 तरह की शिकायत प्राप्त हो रही है एक व्यक्तिगत दावे की प्राप्त हो रही है इनको व्यक्तिगत दावे की तरह देखा जाएगा और दूसरी शिकायत पूरे गांव की मिल रही है .तो व्यक्तिगत दावों की जांच अभी कर ली जाएगी.और ओवरऑल जांच भी की जाएगी.सभी को उनकी खराब फसल के आधार पर मुआवजा दिया जाएगा और जिन्होंने अभी भी व्यक्तिगत दावे नही किये है वो कर दे.और इस बार 5000 से ऊपर व्यक्तिगत दावे आये है और इसमे समय बहुत लगता है और सभी एसडीएम की बैठक कर उनको बता दिया है.

बाइट-जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह

नोट-इस खबर से संबंधित अधिकारिक बाइट जिलाधिकारी की wrap से up_lal_02_farmers_demonstration_vis_byte_7203547 स्लग के साथ भेज दी है कृपया संज्ञान लें।
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