लखीमपुर खीरी: जिले में शनिवार देर रात आकाशीय बिजली गिरने से किसान और उसके बेटे की मौत हो गई. वहीं, पत्नी भी झुलस गई. घटना भीरा कोतवाली इलाके के बोझवा गांव में हुई. डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने हादसे पर दुख जताया है और पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए एसडीएम को परिवार की मदद के निर्देश दिए हैं.
देर रात आई आंधी और बारिश में बोझवा निवासी किसान छोटेलाल मौर्य अपने घर पर था. तीन दिन पहले ही छोटेलाल मौर्य ने अपने घर पर सिर छिपाने के लिए टीन डाली थी. आंधी आई तो छोटेलाल पत्नी मीना और 15 साल के बेटे सोनू को लेकर टीन गिर जाने के डर से घर के बाहर पल्ली लेकर छप्पर के नीचे बैठ गया. तभी अचानक आकाशीय बिजली छोटेलाल मौर्य और उनके परिवार पर आफत बनकर टूट पड़ी. इससे छोटेलाल (45) और उसके बेटे (14) की मौत हो गई. वहीं, पत्नी मीना भी बुरी तरह से झुलस गई.
छोटेलाल के भाई हरद्वारी ने बताया की हम लोगों का मकान बरुआ गांव में था. 1998 में शारदा नदी की बाढ़ में कट गया था. तब से दर-दर भटकते हुए किसी तरीके से बोझवा गांव में शरण पाई थी. थोड़ी जगह मिली थी तो वहीं छप्पर डालकर रह रहे थे. अभी तीन दिन पहले ही आंधी-पानी से बचने के लिए छोटेलाल ने सिर छिपाने के लिए टीन डलवाई थी. आंधी आई तो टीन कहीं गिर न जाए इसी डर से वह पड़ोस में बने छोटे से छप्पर में अपने बेटे के साथ त्रिपाल ओढ़ कर बैठ गया. तभी अचानक आकाशीय बिजली गिरी और बाप-बेटे को मौत के आगोश में सुलाकर चली गई. परिजन आनन-फानन में छोटेलाल, सोनू और मीना को लेकर भीरा अस्पताल गए. वहां बाप-बेटे को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. मीना को इलाज के बाद घर भेज दिया गया.
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डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने हादसे को दुखद बताया. उन्होंने कहा कि परिवार के साथ उनकी पूरी संवेदना है. डीएम ने एसडीएम को पीड़ित परिवार की मदद के निर्देश दिए हैं. डीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री दुर्घटना बीमा के तहत परिवार को मदद दिलवाई जाएगी.
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