कानपुर: सोचिए, जिस पुलिस को आम जन का मित्र कहा जाता है, जिस आमजन की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस पर होती है, अगर वही पुलिस लोगों को लूटना शुरू कर दें तो जनता का क्या होगा. ऐसा ही एक मामला सचेंडी थानाक्षेत्र में सामने आया है. आला अधिकारियों ने आम जनता को लूटने के आरोप में तीन पुलिसकर्मियों को न केवल निलंबित कर दिया बल्कि गिरफ्तार भी कर लिया.
डीसीपी पश्चिम विजय ढुल ने बताया कि शहर के सचेंडी थाना क्षेत्र में बुधवार देर रात सिकंदरा निवासी सत्यम शर्मा अपने घर जा रहा था. उसका आरोप है कि दीपू चौहान ढाबा के समीप खड़े तीन पुलिसकर्मियों ने उसे रोक लिया. जैसे ही वह रुका तो उप निरीक्षक यतीश कुमार व हेड कांस्टेबल अब्दुल राफे (पश्चिम जोन मुख्यालय में तैनात) सादी वर्दी में खड़े थे, तो वहीं सब इंस्पेक्टर रोहित सिंह वर्दी में था. तीनों ही पुलिसकर्मियों ने सत्यम शर्मा को डराया-धमकाया और करीब 5.30 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए. पीड़ित ने गुरुवार सुबह सचेंडी थाना में पूरी आपबीती बताई.
इसके बाद थाना प्रभारी प्रद्युम्न सिंह ने अपनी टीम के साथ मामले की जांच हुई तो सच्चाई सामने आ गई. पता चला कि पुलिसकर्मियों ने यह लूट अंजाम दी है. फौरन ही कई अन्य थानों की फोर्स लगाई गई और देर शाम उक्त तीनों पुलिसकर्मियों यतीश कुमार, अब्दुल राफे व रोहित सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया और तीनों को ही निलंबित कर दिया गया. उन्होंने बताया कि अब पुलिसकर्मियों से मामले को लेकर लगातार पूछताछ की जा रही है.
विभाग की करा दी किरकिरी: एक ओर कमिश्नरेट पुलिस के अफसर जहां लगातार जल्द से जल्द घटनाओं का खुलासा कर पीड़ितों को न्याय व इंसाफ दिलाने के लिए दिन-रात मशक्कत कर रहे हैं तो वहीं, दूसरी ओर तीन पुलिसकर्मियों द्वारा एक आमजन को लूटने की घटना से विभाग की बहुत किरकिरी हो रही है. पूरे पुलिस महकमे में सचेंडी का यह मामला बेहद चर्चा का विषय बन गया.
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