कानपुर: शहर में कूड़े के ढेर जब लोगों को दिखते हैं, तो उनका मन बेहद खराब हो जाता है. हालांकि अब कानपुर में लोगों को ऐसे नजारे से निजात मिलेगी. कानपुर नगर निगम एक ऐसी खास कवायद करने जा रहा है, जिससे ये कूड़े के ढेर भी गायब हो जाएंगे. साथ ही कानपुर नगर निगम को करोड़ों रुपये का राजस्व भी मिल जाएगा.
बता दें कि कानपुर नगर निगम की ओर से शहर में पड़े कूड़े के ढेर को बाजार में बेचने की सारी तैयारियां हो गईं हैं. इसके लिए शहर में पहले चरण के अंतर्गत 10 अलग-अलग स्थानों पर मैटीरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर बनाए जाएंगे. शासन से इस कवायद के लिए तीन करोड़ रुपये की राशि भी स्वीकृत हो गई है. इस काम के लिए नगर निगम अफसरों का साथ जर्मनी के विशेषज्ञ देंगे. जर्मनी की जीआइजेड संस्था के साथ नगर निगम ने करार किया है.
बिकेंगे प्लास्टिक के सामान व अन्य उत्पाद: जीआइजेड संस्था की विशेषज्ञ सबा ने बताया कि जैसे ही यह रिकवरी सेंटर खुलेंगे, वहां पर शहर से रोजाना इकट्ठा किए जाने वाले कूड़ा से कार्डबोर्ड, प्लास्टिक के उत्पादों को छांटकर अलग किया जाएगा और वहां रखा जाएगा. इसके बाद नगर निगम के अफसर विक्रेता तलाशेंगे और फिर यही कूड़ा बिकेगा और नगर निगम को राजस्व मिलने लगेगा. इतना ही नहीं, इसका सबसे बड़ा फायदा यह भी होगा कि शहर के पर्यावरण में सुधार होगा. नगर निगम के भौंती स्थित प्लांट में रोजाना अभी जो कूड़ा पहुंचता है. वह 2 तरह का होता है. जिसमें गीला व सूखा कचरा शामिल रहता है. गीले कूड़े से खाद बनाने की भी तैयारी नगर निगम ने पूरी कर ली है.
गौरतलब है कि कानपुर स्मार्ट सिटी है. इसलिए अब इस शहर को पूरी तरह से स्मार्ट बनाना है. हम सूखे कूड़े से राजस्व कमाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. शहर में जगह-जगह दिखने वाले कूड़े के ढेर जल्द गायब हो जाएंगे.
देखें आंकड़ेंः
रोजाना शहर से कुल कूड़ा निकलता है: 1500 मीट्रिक टन
रोजाना शहर से गीला कूड़ा निकलता है: 1000 मीट्रिक टन
रोजाना शहर से सूखा कूड़ा निकलता है: 500 मीट्रिक टन
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