कानपुर: शहर के आउटर थाना बिधनू से निलबिंत चल रहे दरोगा अनूप सिंह ने 10 नवंबर को जहरीला पदार्थ कहा लिया था. इससे दारोगा की हालत नाजुक बनी हुई है. पुलिस जांच में जहर खाने का कारण लव ट्राई एंगल सामने आया है. दारोगा का एक महिला पुलिसकर्मी के सात मेल-मिलाप था. फिलहाल दारोगा की हालत नाजुक बनी हुई है.
गौरतबल है कि, कानपुर आउटर पुलिस थाने में तैनात दारोगा अनूप सिंह ने जहर खा लिया. जहर खाने के बाद कहा जाता है कि निलंबन के कारण तनाव में आकर दारोगा ने जहर खा लिया है. आउटर पुलिस ने इस कहानी को सबके सामने लाने का प्रयास था. लेकिन, शनिवार को पुलिस जांच में जहर खाने की दूसरी की वजह सामने आई.
जांच में पता चला कि दारोगा अनूप सिंह का फजलगंज थाने में तैनात एक महिला सिपाही के साथ कुछ मेल-मिलाप था. वहीं, जब महिला सिपाही और दरोगा के बीच थोड़ा मन-मुटाव हुआ. तो, दारोगा ने यह घातक कदम उठा लिया. इस मेल-मिलाप एक बड़े अधिकारी का भी हस्तक्षेप है. इसलिए कोई भी किसी भी तरह की बात कहने के लिए तैयार नहीं हो रहा है.
महिला पुलिस कर्मी से नशे की हालत में मिलने पहुंचे थे दरोगा: थाना बिधनू से निलंबित चल रहे, दारोगा अनूप सिंह एक मामले में जांच के दौरान दोषी पाए गए थे. जिसके कारण अनूप सिंह पर कार्रवाई करते हुए सस्पेंड कर दिया था. वहीं, बिधनू थाने से पहले दरोगा की तैनाती फजलगंज थाने में थी. इस दौरान दारोगा अनूप सिंह की एक महिला पुलिसकर्मी से नजदीकियां बढ़ गई. लेकिन इस बीच दरोगा की तैनाती अन्य थाना क्षेत्र में हो गई. जिसके महिला पुलिसकर्मी और दारोगा के बीच दूरियां बढ़ गई.
इस बीच महिला पुलिसकर्मी दूसरे पुलिसकर्मी को दिल दे बैठी. जिससे अनूप सिंह और महिला पुलिस कर्मी के बीच ज्यादा दूरियां आ गई. इसके बाद दोनों के बीच बात होना भी कम हो गया. महिला पुलिसकर्मी ने दारोगा का फोन उठाना भी बंद कर दिया. इस बात से आहत होकर 10 नवंबर को दारोगा अनूप सिंह फजलगंज थाने पहुंचे थे. जहां उन्होंने महिला पुलिसकर्मी के बारे में जांच पड़ताल शुरू की. जिसके बाद अनूप सिंह महिला पुलिसकर्मी के घर पहुंचे, लेकिन यहां महिला पुलिसकर्मी ने अनूप सिंह से बात करना जरूरी नहीं समझा.
इस बात से आहत होकर दारोगा अनूप सिंह ने थाना फजलगंज स्थित एक दुकान से अनाज में रखे जाने वाले जहरीले पदार्थ की मांग की. दुकानदार ने अनूप सिंह की हालत देखते हुए पदार्थ देने से मना कर दिया. लेकिन अनूप सिंह ने दुकानदार पर दबाव बनाते हुए घर में रखा अनाज खराब होने की बात कही. इस पर दुकानदार ने जहरीला पदार्थ दे दिया. इन सब बातों की पुष्टि जांच के दौरान हुई है.
थाना प्रभारी पर मामले को दबाए रखने का आरोप: आश्चर्य की बात यह है कि फजलगंज थाना प्रभारी देवेंद्र दुबे को इस पूरे प्रकरण के बारे में जानकारी थी. लेकिन, फिर भी वह इस पूरे मामले को दबाए रहे. उन्होंने अपने किसी भी संबंधित अधिकारी को इसकी जानकारी नहीं दी. यहां तक की महिला पुलिसकर्मी की छुट्टी की अर्जी को थाना प्रभारी द्वारा एसीपी को भेजा गया था. जिसे एसीपी संतोष सिंह ने बीमारी के नाम पर मंजूरी दी थी.
मौके पर दरोगा के साथ मौजूद कॉन्स्टेबल:दारोगा अनूप सिंह द्वारा जब जहरीला पदार्थ खाया गया था. तो उस वक्त उनका कॉन्स्टेबल जोकि दारोगा की गाड़ी चलाता था. वो मौके पर मौजूद था और वहीं दारोगा को अस्पताल लेकर पहुंचा था.
इस पूरे मामले में एसपी ने बताया कि दरोगा द्वारा जहर क्यों खाया गया है. और इस पूरे लव ट्रायंगल का क्या मामला है. इस मामले में उन्हें अभी कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच कराई जाएगी.
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