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जौनपुर: देश की आजादी से अज्ञान हैं सरकारी स्कूलों के छात्र, नहीं पता 15 अगस्त और 26 जनवरी के मायने

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Published : Aug 14, 2019, 12:15 PM IST

उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में योगी सरकार परिषदीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए लगातार प्रयासरत है, लेकिन उसके बावजूद भी इन स्कूलों में शिक्षा का स्तर नहीं सुधर रहा है.

छात्र.

जौनपुर: जिले में 1,700 से ज्यादा परिषदीय स्कूल संचालित हो रहे हैं. अब हर ब्लॉक में कई मॉडल इंग्लिश मीडियम के स्कूल भी संचालित किए जा रहे हैं. सरकार परिषदीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रयास कर रही है, लेकिन जिले में परिषदीय स्कूल के बच्चे नहीं जानते हैं कि 15 अगस्त और 26 जनवरी क्यों मनाया जाता है. यहां तक की छात्र राष्ट्रगान से भी अनजान पाए गए.

जानकारी देतीं प्रधानाध्यापिका.

देश की आजादी से अज्ञान हैं छात्र, नहीं पता है 15 अगस्त और 26 जनवरी के मायने

  • जिले में परिषदीय स्कूल के कक्षा चार और कक्षा पांच के ज्यादातर बच्चे देश के राष्ट्रीय पर्व के बारे में नहीं जानते हैं.
  • ऐसे में इन स्कूलों की शिक्षा की गुणवत्ता समझी जा सकती है.
  • सरकार इन स्कूलों में अध्यापकों के माध्यम से छात्रों का भविष्य सुधारने की कोशिश में जुटी है.
  • छात्रों की यह हालत देखकर इन शिक्षकों से अच्छी शिक्षा की उम्मीद करना बेईमानी होगी.

बच्चों को प्रार्थना के समय सब कुछ बताया जाता है, लेकिन बच्चे याद नहीं रख पाते हैं. अब इसके लिए क्या किया जाए.
-अंजू यादव, प्रधानाध्यापिका

Intro:जौनपुर।। योगी सरकार परिषदीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए लगातार प्रयासरत हैं उसके बावजूद भी इन स्कूलों में शिक्षा का स्तर नहीं सुधर रहा है। सरकारी स्कूलों को कॉन्वेंट स्कूलों की तर्ज पर विकसित करने के लिए अच्छे अध्यापक से लेकर सभी सुविधाएं मुफ्त मुहैया करा रही है । उसके बावजूद भी इन स्कूलों की दशा जस की तस है । जौनपुर के कई परिषदीय स्कूलों में देश की आजादी के पर्व के लिए तैयारियां चल रही है लेकिन इन स्कूल के बच्चों को यह नहीं पता की 15 अगस्त क्यों मनाया जाता है, 26 जनवरी क्यों मनाई जाती है। यहां तक कि देश का राष्ट्रगान तक बच्चों को नहीं पता है। ऐसे में इन स्कूल में तैनात महंगे शिक्षकों से क्या उम्मीदें लगाई जाए।


Body:वीओ।। जौनपुर जनपद में 17 सौ से ज्यादा परिषदीय स्कूल संचालित हो रहे हैं। वहीं इन परिषदीय स्कूलों को कॉन्वेंट स्कूलों की तर्ज पर विकसित करने की योगी सरकार की पहल पर काम भी चल रहा है । अब हर ब्लॉक में कई मॉडल इंग्लिश मीडियम के स्कूल संचालित किए जा रहे हैं । सरकार परिषदीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रयास कर रही है लेकिन जौनपुर में परिषदीय स्कूल के बच्चे 15 अगस्त क्यों मनाया जाता है ,26 जनवरी क्यों मनाई जाती है यहां तक राष्ट्रगान से भी अनजान पाए गए । परिषदीय स्कूल के कक्षा 4 और कक्षा 5 के ज्यादातर बच्चे देश के राष्ट्रीय पर्व के बारे में नहीं बता पाए । ऐसे में इन स्कूलों की शिक्षा की गुणवत्ता समझी जा सकती है। सरकार इन स्कूलों में महंगे अध्यापकों के माध्यम से छात्रों का भविष्य सुधारने की कोशिश में जुटी है लेकिन छात्रों की यह हालत देख कर इन शिक्षकों से अच्छी शिक्षा की उम्मीद करना बेमानी होगी।


Conclusion:बाइट-अविनाश-छात्र
बाइट-अंकित-छात्र
बाइट-सलोनी-छात्र


वही शाह पंजा परिषदीय स्कूल की प्रधानाध्यापिका अंजू यादव ने बताया कि बच्चों को प्रार्थना के समय सब कुछ बताया जाता है लेकिन बच्चे याद नहीं रख पाते हैं। अब उसके लिए क्या किया जाए।

बाइट-अंजू यादव - प्रधानाध्यापिका

पीटीसी

Dharmendra singh
jaunpur
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