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कच्ची शराब बेचना छोड़ बने कारोबारी, जानिए गोरखपुर में कैसे हुआ यह कमाल

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Published : Dec 31, 2019, 9:42 AM IST

Updated : Dec 31, 2019, 5:20 PM IST

यूपी के गोरखपुर में पुलिस कच्ची शराब बनाने वालों के बीच जागरूकता अभियान चला रही है. एसएसपी डॉक्टर सुनील कुमार गुप्ता ऐसे लोगों को सम्मानित कर रहे हैं जो यह धंधा छोड़कर कोई अन्य कारोबार करने लगे हैं और पुलिस का सहयोग कर रहे हैं.

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एसएसपी ने किया सम्मानित

गोरखपुर: जनपद के बंगाई गांव के किनारे चिलुआताल में कच्ची शराब का कारोबार एक जमाने से फलफूल रहा था. पुलिस उस पर अंकुश लगाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही थी. समय-समय पर पुलिस छापेमारी भी करती, लेकिन धंधेबाज फिर से अवैध शराब का कारोबार शुरू कर देते थे.

एसएसपी ने किया सम्मानित.

अब पुलिस ने गुलरिहा इलाके में कच्ची शराब बेचना छोड़ दूसरा रोजगार करने वाले लोगों को सम्मानित करना शुरू कर दिया है. इससे अवैध शराब का कारोबार करने वालों को प्रेरणा मिल रही है. यहां लोग भी अब पुलिस का सहयोग करते हुए इस कारोबार को छोड़ रहे हैं.

एसएसपी ने किया सम्मानित
गुलरिहा में कच्ची शराब बेचना छोड़ दूसरा काम करने वाले लोगों को एसएसपी ने कम्बल देकर सम्मानित किया और उनको सराहा. कच्ची शराब कारोबारी पर नकेल कसने के लिए जान जोखिम में डाल कर पुलिस के सहयोगियों को एसएसपी ने उनको औरों के लिए प्रेरणा स्रोत बताया.

संतलाल बने प्रेरणादायी स्रोत
गुलरिहा थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव के टोला मोहम्मदपुर निवासी संतलाल पाल पुत्र सीताराम निषाद पेन्टिंग कर अपने परिवार की जीविका चलाते थे. रोजगार के अभाव में वह कच्ची शराब के कारोबार में संलिप्त हो गया. इसमें वह जेल भी गया. जेल से छूटने के बाद उसको पुलिस का सहयोग मिला तो कच्ची के कारोबार से तौबा करके प्रण किया कि स्वयं भी और दूसरों को भी कच्ची शराब का धन्धा बंद करायेंगे. पुलिस के सहयोग से उसने किराना स्टोर खोल दिया. पुलिस उसके सहयोग से कच्ची शराब के कारोबार पर अंकुश लगा रही है. अब पुलिस की मुहिम कारगर साबित होने लगी है. युवा वर्ग के लोग धीरे-धीरे समाज की इस बुराई को दूर करने के लिए आगे आ रहे हैं. अब बंगाई और नरायणपुर के करीब 40 युवक टीम गठित कर लोगों को कच्ची शराब बनाने से रोकते हैं.

ऐसे एक ही नहीं बहुत सारे लोग हैं जो पहले दारू बेच रहे थे. पुलिस उनको पुरी तरह से शह दे रही है. उनके पुनर्स्थापन में सहायता दे रही है. साथ ही साथ वह दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत का काम कर रहे हैं.
-डॉ. सुनील कुमार गुप्ता,एसएसपी

Intro:गोरखपुर जनपद के गुलरिहा इलाके में कच्ची शराब बेचना छोड़ दुसरा काम करने वाले लोगों को एसएसपी ने सम्मानित कर उनको सराहा. कच्ची शराब कारोबारी पर नकेल कसने के लिए जानजोखिम में डाल कर पुलिस के सहयोगियों को एसएसपी ने उनको औरों के लिए प्रेणा श्रोत बताया.

गोरखपुर के गुलहरिया थाने में निरीक्षण के दौरान एसएसपी डॉक्टर सुनील कुमार गुप्ता ने एक ऐसे व्यक्ति को सम्मानित किया और उसको सराहा जो कभी कच्ची शराब के धंधे में संलिप्त होकर उसका कारोबार करता था और अपना और परिवार का पालन पोषण करता था. लेकिन वह व्यक्ति पुलिस के पहल पर अपराध से परे हट कर किराना स्टोर खोल दिया और अपनी जान को जोखिम में डालकर पुलिस का सहयोग करने लगा है. कच्ची शराब के कारोबारियों पर लगाम कसने एवं धंधेबाजों को गिरफ्तार कराने के लिए उसने वीणा उठा लिया. पुलिस की मदद करने लगा उसको देख कर सैकडों लोगों ने अपना धंधा बदल दिया. हलांकि कच्ची शराब के धंधेबाज उसको जानमाल की धमकी भी देते है. फिलहाल सबकुछ दरकिनार करके संतलाल निषाद कच्ची शराब के कारोबार को जड़ से मिटाने के लिए औरों के खातिर प्रेणा दाई श्रोत बन गया है. करीब 40 स्वंय सेवकों की टीग गठित कर समाज से बुराई खत्म करने का प्रयास कर रहे है.Body:पिपराइच गोरखपुरः जनपद के गुलरिहा थाना अन्तर्गत बंगाई गांव के किनारे चिलुआताल में कच्ची शराब का कारोबार एक जमाने से फलफूल रहा था. पुलिस उस पर अंकुश लगाने के लिए तरह तरह के हथकंडा अपना रही थी. इसके बावजूद भी करोबारी ताल के बीच स्थित दीपों (टीला) पर कच्ची शराब बनाते थे. नाव के माध्यम किनारे लाकर बेचते तथा उसको अन्य जगहों पर सप्लाई करते है. शिकायत मिलने पर गुलरिहा पुलिस ने समय समय पर छापेमारी भी किया करती थी. भारी मात्रा में महुआ लहन कच्ची शराब भठ्ठी आदि मौके पर नष्ट भी करती थी. फिरभी धन्धेबाज पुराने ढर्रे पर कारोबार शुरु कर देते थे. फिर पुलिस ने कच्ची में संलिप्त लोगों को प्रोत्साहित करने लगी और उनका ध्यान दुसरे धन्धे को आकर्षित करने लगी तो वहां के सैकडों लोगो पुलिस के सहयोग के लिए तैयार हो गए जिनकी मदद से कच्ची के धंधे पर काफि हद तक काबू पाया जा सका है. उसी टीम में सराहनीय कार्य करने वाले कुछ लोगों को एसएसपी कम्बल देकर सम्मानित किया. और उनको दुसरों के लिए प्रेणादाई श्रोत बताया.

$संतलाल पाल बने प्रेणादाई श्रोत$
गुलरिहा थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव के टोला मोहम्मदपुर निवासी संतलाल पाल पुत्र सीताराम निषाद पेन्टिंग कर अपने परिवार का जीविका चलाते थे. उनका ध्यान भटक गया रोजगार के आभाव में कच्ची शराब के कारोबार में संलिप्त हो गया. एक दिन पुलिस पकड़ कर जेल भेज दिया. जेल से छूटने के बाद उसको पुलिस का सहयोग मिला तो कच्ची के कारोबार से तोबा करके कसम खा लिया. स्वंय भी और दुसरों को भी कच्ची शराब धन्धा बंद करायेंगे. पुलिस के सहयोग से किराना स्टोर खोल दिया. पुलिस उसके सहयोग से कच्ची शराब के कारोबा बन्द करा दिया. धन्धेबाजों की दर्जनों नाव सीज कर दिया और उनको जेल भी भेज दिया. पुलिस की मुहिम कारगर साबित होने लगी युवा वर्ग के लोग धीरे धीरे समाज की इस बुराई को दूर करने के लिए आगे आए. बंगाई और नरायणपुर के करीब 40 युवक ने स्वंय सेवक की टीम गठित कर लोगों को कच्ची शराब बनाने से रोकते है. Conclusion:
$एस एसपी सराहा और किया सम्मानित$

एसएसपी डा सुनील कुमार गुप्ता ने सन्तान निषाद और उसके साथियों को कच्ची शराब का धंधा छोड़ कर दुसरा जायज व्ययसाय करने एवं कच्ची शराब पर अंकुश लगाने में पुलिस की मदद करने के लिए उनको सराहा ही नही बल्कि उनको कम्बल देकर सम्मानित व उत्साहवर्धन किया.


ऐसे एक ही नहीं बहुत सारे लोग हैं जो पहले दारु बेच रहे थे. जिनको पुलिस ने बकायदा बुक किया जेल गए वापस आये. उन्होंने आज के डेट में वीणा उठाया है कि वो दारु नही बेचेंगे. किराने की दुकान और दुसरी तरह का अपना अपना काम कर रहे है. पुलिस उनको पुरी तरह से सह देरही है उनके पुनर्स्थापन में सहायता देरही है. साथ ही साथ वो दुसरों के लिए प्रेणा श्रोत का काम कर रहे है.

बाइट- संतलाल निषाद
बाइट--डा सुनील कुमार गुप्ता (एसएसपी गोरखपुर)

रफिउल्लाह अन्सारी 8318103822
Etv भारत पिपराइच गोरखपुर





Last Updated : Dec 31, 2019, 5:20 PM IST
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