गोंडा: जिले में एक होमगार्ड जवान ने सुसाइड नोट छोड़कर आत्महत्या कर ली. जवान ने सुसाइड नो विभागीय अधिकारियों पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज विधिक कार्यवाही शुरू कर दी है.
दरअसल, देहात कोतवाली क्षेत्र के लल्लन पुरवा गांव के रहने वाले अखिलेश तिवारी होमगार्ड के जवान थे. पीआरबी 112 में उनकी ड्यूटी चल रही थी. इसी दौरान अखिलेश तिवारी कैंसर से पीड़ित हो गए और जिंदगी मौत से जूझने लगे. काफी इलाज के बाद कैंसर से निजात मिली. अखिलेश तिवारी ने विभाग को प्रार्थना पत्र देकर कैंसर से पीड़ित होने के चलते सहूलियत और नियम संगत ड्यूटी करने का निवेदन किया था. लेकिन, अफसरों ने अखिलेश की इस पीड़ा को नजर अंदाज कर दिया. अफसरों के उत्पीड़न से परेशान होकर होमगार्ड के जवान ने गांव के बाहर आत्महत्या कर ली. अखिलेश तिवारी ने मौत से पहले एक सुसाइड नोट लिखा, और उसे घटनास्थल पर छोड़ दिया. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे परिजनों को सुसाइड नोट मिला. सुसाइड नोट में जिम्मेदारों द्वारा लगातार उत्पीड़न की बात उजागर हुई है.
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अखिलेश तिवारी ने डीएम के नाम से लिखे सुसाइड नोट अफसरों द्वारा उत्पीड़न का जिक्र किया है. वह लगातार सहूलियत वाली ड्यूटी की बात कर रहे थे लेकिन, उनकी एक न सुनी गई. नोट में लिखा है कि परेशान होकर सुसाइड किया है. अखिलेश तिवारी के परिजन जहां अब जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की बात कर रहे हैं, वहीं न्याय की गुहार भी लगा रहे हैं.
अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज प्रजापति ने बताया कि होमगार्ड जवान ने सुसाइड किया है. घटनास्थल से सुसाइड नोट भी मिला है. इस घटना और सुसाइड नोट की जांच की जा रही है. जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी. सुसाइड नोट मिलने के बाद मृतक का भाई नीरज तिवारी अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रहा है.
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