गाजीपुर : जिले के मुहम्मदाबाद इलाके में किसानों को मिलने वाली सरकारी सिंचाई की सुविधाएं लंबे समय से अव्यवस्थित हैं. किसानों की सुविधा के लिए गाजीपुर जनपद में कुल 833 सरकारी ट्यूबवेल हैं, जिनमें से 19 खराब पड़े हैं. कई सालों से यह सरकारी ट्यूबवेल निष्क्रिय पड़े हैं. जिले में सरकार द्वारा लगाए गए स्टेट ट्यूबवेल के माध्यम से किसानों को एक बीघा फसल की सिंचाई करने में करीब 200 से 500 रुपये का खर्च आता था.
वहीं, अब स्टेट ट्यूबवेल की हालत खस्ता होने की वजह से किसानों की सिंचाई का खर्च बढ़ गया है. किसानों को अब एक बीघा फसल की सिंचाई करने के लिए करीब 1000 से 1200 रुपये तक चुकाने होते हैं. जनपद में खराब पड़े ट्यूबवेल और किसानों को हो रही समस्या के मुद्दे पर ईटीवी भारत ने 23 अप्रैल 2022 को प्रमुखता से खबर चलाई थी. ईटीवी ने जिले में खराब पड़े ट्यूबवेल के विषय में जिलाधिकारी एमपी सिंह व सांसद सांसद बिरेंद्र मस्त से भी बात की. इस मामले पर जिलाधिकारी और सांसद का कहना था कि जल्द ही ट्यूबवेल दुरुस्त करा दिए जाएंगे.
ईटीवी भारत पर खबर चलने के बाद जब मामला चर्चा में आया, तो सांसद ने ट्यूबवेल की मरम्मत कराने के लिए निर्देश दिए. ईटीवी भारत की खबर और सांसद की पहल पर अब खराब पड़े नलकूपो का मरम्मत कार्य शुरू हो गया है. नलकूपों का मरम्मत कार्य शुरू होने से क्षेत्र के किसानों की उम्मीद जगी है. बातचीत के दौरान सिंचाई विभाग की तरफ से नलकूपों की मरम्मत कारवा रहे ठेकेदार संतोष कुमार यादव ने बताया कि नलकूपों को विभाग से नलकूपों को दुरुस्त कराने का आदेश मिला है. बीते 4-5 दिनों से काम शुरू हुआ है. अभी काम चल रहा है, कई ट्यूबवेल की मरम्मत कराने के लिए आदेश मिला है.
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