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फर्रुखाबाद में देवोत्थान एकादशी पर धूमधाम से हुआ शालीग्राम और तुलसी विवाह

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Published : Nov 8, 2019, 2:06 PM IST

यूपी के फर्रुखाबाद में देवोत्थान एकादशी के मौके पर धूमधाम से तुलसी और शालीग्राम का विवाह कराया गया. विवाह सात फेरों के रस्म, विधि-विधान और मंत्रोच्चार के साथ संपन्न कराई गई. विवाह की यह प्रथा यहां 42 वर्षों से चली आ रही है.

धूमधाम से हुआ शालीग्राम और तुलसी विवाह.

फर्रुखाबाद: देवोत्थान एकादशी पर्व के मौके पर शुक्रवार को तुलसी और शालीग्राम का विवाह समारोह धूमधाम से मनाया गया. बारात का जगह-जगह पर लोगों ने फूलों की वर्षा कर स्वागत किया. बरगदिया घाट पहुंचने पर शालिग्राम ठाकुर जी और तुलसी महारानी जी का विवाह सात फेरों के साथ पूरे विधि-विधान से मंत्र उच्चारण से करवाया गया. विवाह की यह प्रथा यहां 42 वर्षों से चली आ रही है.

धूमधाम से हुआ शालीग्राम और तुलसी विवाह.

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धूमधाम से किया गया तुलसी और शालीग्राम का विवाह
फतेहगढ़ के राधे गेस्ट हाउस से शालीग्राम की बारात चलकर बरगदिया घाट पहुंची. पूरे रास्ते भर बैंड-बाजे के साथ भजनों की धुन पर श्रद्धालु झूमते नजर आए. यहां पर पहले से ही भव्य मंडप सजाकर तुलसी के पेड़ को भव्य श्रृंगार के साथ लाल चुनरी ओढ़ाकर सजाया गया था. बारात का उसी तरह से स्वागत किया गया, जिस तरह से वर पक्ष का कन्या पक्ष के मंडप में पहुंचने पर किया जाता है. इसके बाद पंडित कमल किशोर ने विवाह की पूरी रस्म विधि-विधान और मंत्रोच्चार से संपन्न कराई. तुलसी और शालीग्राम को गोद में लेकर श्रद्धालुओं ने फेरे भी कराए.

Intro:
एंकर- उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में एकादशी पर्व के मौके पर शुक्रवार को तुलसी शालीग्राम विवाह का समारोह धूमधाम से मनाया गया. बारात का जगह-जगह लोगों ने फूलों से स्वागत किया. बरगदिया घाट पहुंचने पर शालिग्राम ठाकुर जी व तुलसी महारानी जी का विवाह सात फेरों से पूरे विधि-विधान से मंत्र उच्चारण से करवाया गया.विवाह की यह प्रथा यहां 42 वर्षों से चली आ रही है.
Body:वीओ- फतेहगढ़ के राधे गेस्ट हाउस से शालीग्राम की बारात चलकर बरगदिया घाट पहुंची. पूरे रास्ते भर बैंडबाजे के साथ भजनों की धुन पर श्रद्धालु झूमते रहे. यहां पर पहले से ही भव्य मंडप सजाकर तुलसी के पेड़ को भव्य श्रृंगार के साथ लाल चुनरी ओढ़ाकर सजाया गया था. बारात का उसी तरह से स्वागत किया गया, जिस तरह से वर पक्ष का कन्या पक्ष के मंडप में पहुंचने पर किया जाता है. इसके बाद पंडित कमल किशोर ने विवाह की पूरी रस्म विधि-विधान व मंत्रोच्चार से संपन्न कराई. तुलसी और शालीग्राम को गोद में लेकर श्रद्धालुओं ने फेरे भी कराए.

बाइट- कमल किशोर, पंडित
Conclusion:रमन मिश्रा
9335692414
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