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फतेहगढ़ कारागार में कैदी कर रहे ब्लॉक प्रिंटिंग का काम, इस योजना के तहत कला का प्रशिक्षण दे रही सरकार

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Published : Dec 23, 2022, 2:12 PM IST

ब्लॉक प्रिंटिंग
ब्लॉक प्रिंटिंग

फर्रुखाबाद जिले की फतेहगढ़ कारागार में महिला और पुरुष कैदी ओडीओपी योजना के तहत ब्लॉक प्रिंटिंग कला का प्रशिक्षण ले रहे हैं. जिसमें बंदियों से रामनामी राधे राधे ओम नमः शिवाय जैसे दुपट्टा पटका बनाए जा रहे हैं.

फतेहगढ़ कारागार में कैदी कर रहे ब्लॉक प्रिंटिंग का काम

फर्रुखाबाद: योगी सरकार प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों को न सिर्फ रोजगार से जोड रही है. बल्कि उनको ईश्वर की आस्था की तरफ मोड़ने का भी प्रयास किया जा रहा है. कैदी अपने अतीत को भुलाकर आत्मनिर्भल बन सके. इसके लिए सरकार उन्हें हर सुविधा उपलब्धा करा रही है. जी हां फर्रुखाबाद जिले की फतेहगढ़ कारागार में महिला और पुरुष कैदी ओडीओपी योजना के तहत ब्लॉक प्रिंटिंग कला का प्रशिक्षण ले रहे हैं. जिसमें बंदियों से रामनामी राधे राधे ओम नमः शिवाय जैसे दुपट्टा पटका बनाए जा रहे हैं. खास बात ये है कि इन दुपट्टों को प्रदेश के अयोध्या, मथुरा, बनारस चित्रकूट में सप्लाई किया जाएगा. आम जनमानस इसे कम पैसों में खरीद सकते हैं. इससे जेल में बंद महिला का पुरुष बंधुओं को रोजगार तो मिलेगा ही साथ ही मुनाफे की रकम भी उन्हें दी जाएगी.

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जय श्री राम की ब्लॉक प्रिंटिंग

जिला जेल अधीक्षक भीम सेन मुकुंद ने बताया कि कारागार महानिदेशक (डीजी जेल) आनन्द कुमार के निर्देशन पर ओडीओपी योजना (ODOP) के तहत फतेहगढ़ जेल के महिला और पुरुष कैदियों को ब्लॉक प्रिंटिंग का प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है. जिसमें वह रामनामी, राधे-राधे, ओम नम: शिवाय की छाप के छपे पटके, दुपट्टे और गमछे तैयार कर रहे हैं. इन चीजों को अयोध्या, मथुरा, वाराणसी और चित्रकूट समेत प्रदेश के अन्य धार्मिक स्थलों पर बिक्री के लिए भेजा जाएगा. साथ ही फर्रूखाबाद में गंगा के तट पर लगने वाले रामनगरिया मेले में भी इनकी बिक्री की जाएगी.

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ब्लॉक प्रिंटिंग का प्रशिक्षण लेते कैदी

भीम सेन मुकुंद ने बताया कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के हर वर्ग को रोजगार, स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित हैं. उनका यह संकल्प साकार भी हो रहा है. योगी के प्रयास का असर है कि प्रदेश में बेरोजगारी का प्रतिशत घटकर अप्रैल 2022 में 2.7 प्रतिशत ही रह गया है. बताया कि इस कार्य के लिए कैदियों को 40 रुपये प्रतिदिन पारिश्रमिक दिया जाएगा. उनके अनुसार इसके अलावा बाजार में इनकी बिक्री से होने वाली आय के लाभ के 10 प्रतिशत हिस्से को सरकारी खाते में जमा किया जाएगा. इसके बाद बाकी मुनाफे को उनके बीच बांट दिया जाएगा.

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