इटावा: इटावा महोत्सव में झूला संचालकों की लापरवाही लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रही है. रात करीब नौ बजे चलते झूले की एक ट्रॉली टूटकर गिर पड़ी. इससे ट्रॉली में सवार शहर के फर्नीचर व्यवसायी अपने परिवार के साथ गिरकर चोटिल हो गए. आनन-फानन में झूला रुकवाकर उन्हें झूले से उठवाया गया. कारोबारी का आरोप है कि उन्हें ई-रिक्शे में बैठाकर उसी हालत में वहां से रवाना कर दिया गया.
शहर में लगी इटावा प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में झूले लगे हैं. इनमें ब्रेक डांस, नाव, टावर समेत कई झूले हैं. इनका आनंद लेने के लिए लोगों से 60 से 70 रुपये तक का टिकट वसूला जा रहा है. इसके बावजूद उनकी जिंदगी के साथ झूला संचालक खिलवाड़ कर रहे हैं. रात करीब नौ बजे शहर के फर्नीचर कारोबारी शमशुल कमर उर्फ चांद निवासी रामगंज अपने परिवार के साथ झूला झूलने पहुंचे थे.
इस बीच ब्रेक डांस झूले की एक ट्रॉली अचानक से टूटकर गिर गई. इससे शमशुल कमर के सिर में गंभीर चोट आई है. वहीं, उनकी पत्नी को अंदरूनी चोटें आई हैं. उनके साथ बैठी छोटी बच्ची बाल-बाल बच गई. हादसे से आसपास अफरा तफरी मच गई. झूले को रुकवाकर कर्मचारियों ने उन्हें उतरवा दिया और एक ई-रिक्शे में बैठकाकर जिला अस्पताल भिजवा दिया. उनके सिर में चार टांके आए हैं.
सदर एसडीएम विक्रम सिंह राघव ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. एक परिवार ब्रेक डांस झूले पर बैठे थे, जो कि टूट कर गिर गया. इससे दंपती घायल हो गए. हालांकि एक व्यक्ति के सिर में चोट है. झूला ठेकेदार को चेतावनी जारी की गई है. साथ ही इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा जाएगा कि आखिर यह घटना कैसे घटित हुई. स्पष्टीकरण के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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