बेटी की सांस उखड़ती रही डॉक्टर ने ऑक्सीजन देना नहीं समझा गवारा, हुई मौत

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Published : Jun 28, 2022, 5:42 PM IST

etv bharat

चित्रकूट मानिकपुर CHC में देर रात इलाज के दौरान एक 13 साल की किशोरी ने दम तोड़ दिया. इसके बाद परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर आरोप (Serious allegations against health department) लगाते हुए खूब हंगामा काटा. आरोपी स्वास्थ अधीक्षक का तबादला कर अधीक्षक सहित एक डॉक्टर और कर्मचारियों सहित 4 लोगों के ब्लड सेम्पल लिए जा रहे हैं.

चित्रकूट: चित्रकूट मानिकपुर CHC में देर रात इलाज के दौरान एक 13 साल की किशोरी ने दम तोड़ दिया. इसके बाद परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए खूब हंगामा काटा. परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि शराब के नशे में धुत डॉक्टर ने उखड़ रही बेटी की सांस पर भी ऑक्सीजन देना गंवारा नहीं समझा और मौत के बाद मुर्दे में ऑक्सीजन लगाया गया.

परिजनों का आरोप है कि वे अपनी बेटी के इलाज के लिए देर रात अस्पताल आए. उन लोगों ने आरोप लगाया कि यहां आकर देखा कि सारे डॉक्टर और स्टाफ शराब के नशे में धुत है. बेटी की जांच के लिए कहा गया तो बोले कि लड़की ठीक है. जांच भी नहीं की, जिसके चलते बेटी की मौत हो गई.

मंजू, मृतका की मां
सप्ताह भर से किशोरी का चल रहा था इलाजपूरा मामला चित्रकूट मानिकपुर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Chitrakoot Manikpur Community Health Center) का है, जहां बाल्मीकि नगर पूर्वी की रहने वाली मंजू पत्नी अशोक कुमार सीएचसी में आंगनबाड़ी कार्यकत्री है. उन्होंने बताया कि उसकी 13 साल की बेटी स्तुति पांडेय टाइफाइड से ग्रस्त थी. बीती 20 जून से बेटी का इलाज सीएचसी में ही चल रहा था. सोमवार दोपहर वह रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल आए. यहां पर डॉक्टर ने जांच की और दवाई बदल दी. जब घर गई रात में बेटी ने दवा खाई तो दो-तीन घंटे बाद बेटी की तबियत बिगड़ गई. रात करीब 9:00 बजे स्तुति की सांस लेने में तकलीफ होने लगी. बेटी को इलाज के लिए सीएससी लाया गया.मृतिका की मां ने बताया कि यहां आकर देखा तो चिकित्सक और स्टॉफ (doctors and staff) शराब के नशे में धुत थे. बेटी की सांसे उखड़ रही थी. डॉक्टर से कहा कि ऑक्सीजन लगाइए तो उन्होंने कहा कि लड़की ठीक है. ऑक्सीजन पंप की जरूरत नहीं है. स्टॉफ पर मरीज का बीपी और रूटीन चेकअप भी ना करने का आरोप लगाया है. 3 घंटे बाद करीब 12:00 बजे किशोरी की मौत हो गई.

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परिजनों का कहना है ऑक्सीजन न मिलने से बेटी की मौत हुई है. समय से अगर इलाज होता तो बेटी की जान बच जाती. इसके बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर पर खूब हंगामा काटा. देर रात से ही हंगामा हो रहा है. फिलहाल एसडीएम प्रमेश कुमार श्रीवास्तव और थाना प्रभारी क्षेत्राधिकारी CO मौके पर पहुंचे.

काफी समझाने के बाद परिजन अभी भी इस बात पर डटे है कि आरोपी डॉक्टर व स्टॉफ पर मुकदमा दर्ज किया जाए. उधर सीएमओ भूपेंद्र द्विवेदी (CMO Bhupendra Dwivedi) का कहना है कि मामले की जांच के लिए टीम बनाई जाएगी. 2 डॉक्टर सहित चार स्वास्थ्य कर्मियों की जांच होगी इसके बाद ही कार्रवाई की जाएगी. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया गया है और आरोपी स्वास्थ अधीक्षक का तबादला कर अधीक्षक सहित एक डॉक्टर और कर्मचारियों सहित 4 लोगों के ब्लड सेम्पल लिए जा रहे हैं.
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