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ETV EMPACT: स्कूल में नहीं आते थे टीचर, बीएसए ने 3 को किया निलंबित

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Published : Dec 11, 2019, 10:39 AM IST

बस्ती जिले में शिक्षकों की लापरवाही की खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. इसके बाद आलाधिकारियों ने सक्रियता दिखाते हुए तीनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया है.

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बीएसए ने शिक्षकों को किया निलंबित.

बस्ती: सर्व शिक्षा अभियान के नाम पर सरकार के करोड़ों रुपये को पलीता लगाने वाले शिक्षकों की पोल खोलने की खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया. जनपद के कुदरहा ब्लॉक में कुछ ऐसे शिक्षक थे जो स्कूल नहीं जाते थे और अधिकारियों की मेहरबानी से घर बैठे ही वेतन उठा रहे थे. खबर को प्रमुखता के साथ दिखाने के बाद शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों ने सक्रियता दिखाते हुए तीनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया. वहीं इस मामले में खंड शिक्षा अधिकारी को भी नोटिस जारी किया गया है.

बीएसए ने शिक्षकों को किया निलंबित.

ईटीवी की ग्राउंड रिपोर्ट में हुआ था खुलासा
दरअसल कुदरहा ब्लॉक में ईटीवी भारत ने स्कूलों की ग्राउंड रिपोर्ट को चेक किया तो उसमें तमाम खामियां सामने आई. पड़ताल में सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात यह थी कि तीन विद्यालय ऐसे पाए गए जहां कुछ शिक्षक स्कूल आते ही नहीं और वेतन पूरा ले रहे हैं. इसमें अजय प्रसाद चौधरी (चकिया पूर्व माध्यमिक विद्यालय), आकांक्षा यादव (डीहुकपूरा प्राइमरी स्कूल) और प्रियंका यादव (पिपरपाती प्राइमरी स्कूल) में तैनात थे.

स्कूल नहीं आते थे ये शिक्षक
चकिया पूर्व माध्यमिक स्कूल के शिक्षकों पर सरकार हर महीने दो लाख रुपये खर्च कर रही है, लेकिन बच्चों की संख्या मात्र 18 है और उसमें भी आते सिर्फ 8 ही हैं. पड़ताल में मौके पर टीचर जयप्रकाश मौजूद मिले. प्रिंसिपल अजय चौधरी मोटी सैलरी लेते तो जरूर है, लेकिन गरीब बच्चों को पढ़ाने में इन्हें कोई दिलचस्पी नहीं है. वहीं डीहुकपुरा प्राइमरी स्कूल पर बच्चों को पढ़ाने का जिन्हें सरकार ने जिम्मा दिया है और वह अपने निजी कामों में व्यस्त मिले. इस स्कूल की शिक्षिका आकांक्षा यादव कभी स्कूल ही नहीं आती.

बच्चों को नहीं मिला है ड्रेस
पीपरपाती प्राइमरी स्कूल का नजारा भी बेहद चौंकाने वाला था. यहां भी पता चला कि प्रिंसिपल प्रियंका यादव कभी स्कूल ही नहीं आती. महीने के अंत में आकर सिग्नेचर बना 70 हजार सैलरी लेकर चल देती हैं. इन सभी स्कूलों में पढ़ने आने वाले बच्चों को स्वेटर जूता और ड्रेस तक नहीं दिए गए हैं.

बीएसए ने तीनों शिक्षकों को किया निलंबित
इस खबर को ईटीवी भारत पर प्रमुखता से चलने के बाद बीएसए अरुण कुमार ने तीनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी से भी जवाब तलब किया गया है. बीएसए ने बताया कि एक हफ्ते में रिपोर्ट मांगी गई है. तीनों शिक्षकों को निलंबित कर जांच की जा रही है, दोबारा काम में लापरवाही पाई जाएगी टर्मिनेशन की कार्यवाही भी की जाएगी.

Intro:बस्ती न्यूज रिपोर्ट
प्रशांत सिंह
9161087094
8317019190

बस्ती: सर्व शिक्षा अभियान के नाम पर सरकार के करोड़ों रुपए को पलीता लगाने वाले शिक्षकों की पोल खोलने की खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया. जनपद के कुदरहा ब्लॉक में कुछ ऐसे शिक्षक थे जो स्कूल नहीं जाते थे और अधिकारियों की मेहरबानी से घर बैठे ही वेतन उठा रहे थे. खबर को प्रमुखता के साथ दिखाने के बाद शिक्षा विभाग के आला अधिकारी कुंभकर्णी नींद से जागे और इन तीन निकम्मे शिक्षकों को निलंबित कर दिया. वहीं इस मामले में खंड शिक्षा अधिकारी को भी नोटिस जारी किया गया है.

दरअसल कुदरहा ब्लॉक में ईटीवी भारत ने स्कूलों की ग्राउंड रिपोर्ट को चेक किया तो उसमें तमाम खामियां सामने आई. पड़ताल में सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात यह थी कि तीन विद्यालय ऐसे पाए गए जहां कुछ शिक्षक स्कूल आते ही नहीं और वेतन पूरा ले रहे हैं. इसमें अजय प्रसाद चौधरी (चकिया पूर्व माध्यमिक विद्यालय), आकांक्षा यादव (डीहुकपूरा प्राइमरी स्कूल) और प्रियंका यादव (पिपरपाती प्राइमरी स्कूल) में तैनात थे.

चकिया पूर्व माध्यमिक स्कूल के शिक्षकों पर सरकार हर महीने दो लाख रुपये खर्च कर रही है लेकिन बच्चों की संख्या मात्र 18 है. और उसमें भी आते सिर्फ 8 ही हैं. पड़ताल में मौके पर टीचर जयप्रकाश मौजूद मिले लेकिन प्रिंसिपल अजय चौधरी मोटी सैलरी लेते तो जरूर है लेकिन गरीब बच्चों को पढ़ाने में इन्हें कोई दिलचस्पी नहीं है. वहीं डीहुकपुरा प्राइमरी स्कूल पर बच्चों को पढ़ाने का जिन्हें सरकार ने जिम्मा दिया है और वह अपने निजी कामों में व्यस्त मिले. इस स्कूल की शिक्षिका आकांक्षा यादव कभी स्कूल ही नहीं आती.




Body:साथ ही पीपरपाती प्राइमरी स्कूल का नजारा भी बेहद चौंकाने वाला था. यहां भी पता चला कि प्रिंसिपल प्रियंका यादव कभी स्कूल ही नहीं आती. महीने के अंत में आकर सिग्नेचर बना 70 हजार सैलरी लेकर चल देती हैं. इन सभी स्कूलों में पढ़ने आने वाले बच्चों को स्वेटर जूता और ड्रेस तक नहीं दिए गए हैं.




Conclusion:इस खबर को ईटीवी भारत पर प्रमुखता से चलने के बाद बीएसए अरुण कुमार ने तीनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया है. साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी से भी जवाब तलब किया गया है. बीएसए ने बताया कि एक हफ्ते में रिपोर्ट मांगी गई है. तीनों शिक्षकों को निलंबित कर जांच की जा रही है, दोबारा काम में लापरवाही पाई जाएगी टर्मिनेशन की कार्यवाही भी की जाएगी.

बाइट..... अरुण कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी
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