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बरेली: विकास भवन के बाबू 25 हजार का ले रहे थे रिश्वत, एंटीकरप्शन टीम ने लिया हिरासत में

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Published : Oct 5, 2019, 8:15 PM IST

उत्तर प्रदेश के बरेली में ग्राम प्रधान से रिश्वत लेने के आरोप में विकास भवन के बाबू को एंटीकरप्शन की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. बाबू प्रेम पाल पर आरोप है कि उन्होंने शौचालयों की जांच के नाम पर ग्राम प्रधान से 50 हजार रुपये की मांग की थी.

रिश्वत लेने के मामले में विकास भवन के बाबू हुये गिरफ्तार

बरेली: जिले में ग्राम प्रधानों को शौचालय की जांच के नाम पर डराकर उनसे मोटी रकम रिश्वत के तौर पर अफसर ले रहे हैं. ऐसे ही एक रिश्वतखोर बाबू को एंटीकरप्शन टीम ने 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है.

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रिश्वत लेते पकड़े गये विकास भवन के बाबू
विकास भवन के बाबू प्रेम पाल पर ग्राम प्रधान से 50 हजार रिश्वत मांगने का आरोप है. ग्राम प्रधान मुनीश पाल ने बताया कि डीपीआरओ ऑफिस में तैनात बाबू प्रेम पाल ने उनसे शौचालय की जांच के नाम पर 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी, जिसके बाद ग्राम प्रधान ने इसकी शिकायत एंटीकरप्शन से कर दी.

रिश्वत लेने के मामले में विकास भवन के बाबू हुये गिरफ्तार.

इसी क्रम में शनिवार को जब ग्राम प्रधान 25 हजार रुपये देने के लिये विकास भवन के डीपीआरओ पहुंचे तो ऑफिस में बाबू प्रेम पाल को एंटीकरप्शन की टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया.

मैंने किसी से भी रिश्वत नहीं ली है. मेरे ऑफिस में तो सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुये हैं. ग्राम प्रधान के पास जो भी रुपये मिले हैं वो उनके ही हैं.
-प्रेम पाल, आरोपी

Intro: पीएम मोदी ने नारा दिया था न खाऊँगा और न खाने दूंगा, 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन पीएम मोदी ने देश को ओडीएफ घोसित किया। यानी अब देश में सब जगह शौचालय बन गए है लेकिन बरेली में यही शौचालय भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गए है। यहां ग्राम प्रधानों को शौचालय की जांच के नाम पर हड़काकर उनसे मोटी रकम अफसर रिस्वत में ले रहे है। ऐसे ही एक रिस्वतखोर बाबू को एंटीकरप्शन टीम ने 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है।





Body:बरेली के बारादरी थाने में एंटीकरप्शन टीम की गिरफ्त में खड़ा यही वो बाबू प्रेम पाल है जिसने एक ग्राम प्रधान से 50 हजार रुपये की रिस्वत मांगी थी। ग्राम प्रधान मुनीश पाल ने बताया की डीपीआरओ ऑफिस में तैनात बाबू ने उनसे शौचालय की जांच के नाम पर 50 हजार रुपये की रिस्वत मांगी थी। जिसके बाद उन्होंने इस मामले की शिकायत एंटीकरप्शन से की और आज 25 हजार रुपये की रिस्वत देते हुए विकास भवन के डीपीआरओ ऑफिस में तैनात बाबू प्रेम पाल को रंगे हाथो गिरफ्तार कर लिया। 

वही इस मामले में विकास भवन के डीपीआरओ ऑफिस में तैनात बाबू प्रेम पाल का कहना है की उन्होंने किसी से भी रिस्वत नही ली है। उनके ऑफिस में तो सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए है। उनके पास जो रुपये मिले है वो उनके ही है और वो अपने भतीजे के लिए शॉपिंग करने के लिए रुपये घर से लेकर आये थे। 







Conclusion:
गौरतलब है की कुछ दिनों पहले ही एंटीकरप्शन ने रोडवेज के बाबु को भी रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों अरेस्ट किया था। इससे साफ है की योगिराज में भी भ्रष्टाचार में कोई कमी नही आई है।


बाइट- मुनीश पाल, ग्राम प्रधान शिकायतकर्ता

बाइट- नरेश चन्द्र शर्मा, इंस्पेक्टर एंटीकरप्शन

बाइट- प्रेम पाल, आरोपी बाबू

सुनील सक्सेना
बरेली।
9412137562
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