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फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गैंग का खुलासा, बैंक कर्मी जन सुविधा केंद्र से बनाती थी फर्जी आधार कार्ड

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Published : Jul 7, 2022, 5:52 PM IST

बरेली के आजाद नगर गौंटिया में चलने वाले जन सुविधा केंद्र पर ₹1000 देकर फर्जी आधार कार्ड और वोटर कार्ड बनाए जा रहे थे. पुलिस ने इस गिरोह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
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फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गैंग का हुआ खुलासा

बरेली: जिले में एसओजी और साइबर पुलिस ने फर्जी दस्तावेज के सहारे फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए बैंक के महिला संविदा कर्मी सहित जन सुविधा केंद्र चलाने वाले 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. बैंक की महिला संविदा कर्मी अपनी बैंक की आईडी से जन सुविधा केंद्रों पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फर्जी आधार कार्ड बनाने का काम कर रही थी. यह आरोपी एक हजार रुपये में फर्जी आधार कार्ड बनने का गोरख धंधा कर रहे थे.

बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र के रहने वाले काशिफ अहमद ने 5 जुलाई को पुलिस से शिकायत कर एक मुकदमा दर्ज कराया था. आरोप था कि आजाद नगर गौंटिया में चलने वाले जन सुविधा केंद्र पर ₹1000 देकर फर्जी आधार कार्ड और वोटर कार्ड बनाए जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने जन सुविधा केंद्र के जीशान और उसके संविदा बैंक कर्मी सना खान के नाम रिपोर्ट दर्ज कराई. इसके बाद क्राइम ब्रांच, साइबर सेल और बारादरी थाने की पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर उन्हें हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसके पीछे एक फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गैंग का खुलासा हुआ.

एसपी मुकेश प्रताप
पुलिस अधीक्षक क्राइम मुकेश प्रताप सिंह ने बताया कि, पुलिस ने जन सुविधा केंद्र चलाने वाले जीशान और उसके साथी सना खान को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो उन्होंने बताया कि जन सुविधा केंद्र चलाने वाले जीशान , कामरान, फैजान और यूनियन बैंक में संविदा पर नौकरी करने वाली सना खान चारों मिलकर जन सुविधा केंद्र के माध्यम से फर्जी आधार कार्ड बनाने का काम कर रहे थे. पुलिस ने चार आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया है. सोची समझी साजिश के तहत बैंक में संविदा कर्मी की पाई नौकरी: पुलिस अधीक्षक क्राइम मुकेश प्रताप सिंह ने बताया कि, जब इन लोगों से पूछताछ की गई तो पता चला कि कामरान, जीशान ,फैजान और सना खान काफी लंबे समय से जन सुविधा केंद्रों पर एक साथ काम करते थे और फिर उसके बाद सोची समझी साजिश के तहत उन्होंने सना खान को यूनियन बैंक में संविदा कर्मी के रूप में आधार कार्ड बनाने की पद तैनात कर दिया. वह मुंबई की एक कंपनी के द्वारा यूनियन बैंक में आधार कार्ड बनाने का काम करने लगी. बताया जा रहा है कि उसके बाद सना खान ने बैंक के द्वारा मिली आधार कार्ड बनाने की आईडी से ही जन सुविधा केंद्रों पर जाकर फर्जी आधार कार्ड बनाने का काम शुरू कर दिया और पिछले 6 महीने से वह बैंक की आईडी पर अपने लैपटॉप से फर्जी आधार कार्ड बनाने का धंधा कर रही थी.इसे भी पढ़े-फर्जी आधार कार्ड बनाकर निकालते थे छात्रवृत्ति, जनसेवा केंद्र संचालक गिरफ्तार

पुलिस अधीक्षक क्राइम मुकेश प्रताप ने बताया कि, बैंक में संविदा के पद पर तैनात सना खान उर्दू से ग्रेजुएशन किया हैं. जबकि कामरान भी स्नातक की पढ़ाई कर अपना जन सुविधा केंद्र हजियापुर में चला रहा था. उसका दूसरा साथी जीशान इंटर पास है और वह एजाज नगर घटिया में जन सुविधा केंद्र चलाता था. साथ ही इनका चौथा साथी फैजान हाई स्कूल पास है और वह भी इनका साथी है. यह चारों मिलकर फर्जी आधार कार्ड बनाने का गोरखधंधा कर रहे थे.

पुलिस ने आरोपियो से 4 लैपटॉप, एक सीपीयू, 2 बायोमैट्रिक डिवाइस, दो क्रेडिट कार्ड मशीनें, 35 आधार कार्ड और 4 एंड्राइड मोबाइल फोन बरामद किए हैं. पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

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