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बाराबंकी: पानी की टंकी पर चढ़ी महिला की दास्तां, 'बेटी का इलाज कैसे हो?'

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Published : Dec 27, 2019, 12:02 PM IST

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आर एस गौतम , अपर पुलिस अधीक्षक

यूपी के बाराबंकी में एक महिला अपनी मांगों को लेकर पानी की टंकी पर चढ़ गई और पांच घंटे बाद नीचे उतरी. दरअसल महिला बेटी के इलाज के लिए अपने ससुराल वालों से इलाज का खर्च मांग रही थी, लेकिन उन्होंने खर्च दने से मना कर दिया.

बाराबंकी: जिले के देवा थाना क्षेत्र का ऐसा मामला सामने आया है, जहां मां के ससुराल वालों से बेटी के इलाज के लिए पैसे मांगने पर मना कर दिया गया. इस पर नाराज महिला गुलफ्शा पानी की टंकी पर चढ़ गई और करीब पांच घंटे तक चढ़ी रही. वहीं पीड़िता ने मीडिया से बातचीत में बताया कि जब वह थाने में ससुराल वालों की शिकायत करने गई तो ने उसके साथ अभद्रता की गई, जिस पर एसपी ने कार्रवाई करते हुए सिपाही को निलंबित कर दिया है.

मांगों को लेकर पानी की टंकी पर चढ़ी महिला.

जानिए क्या है पूरा मामला
गुलफ्शा की शादी 2018 में हुई थी और शादी के महज 6 महीने बाद, 23 फरवरी 2019 को उसके पति की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी. आरोप है कि ससुरालीजनों ने उसके साथ बुरा व्यवहार करना शुरू कर दिया. वहीं गुलफ्शा की दो महीने की बेटी बीमार पड़ गई तो उसने राजधानी लखनऊ के एक निजी अस्पताल में बेटी को भर्ती कराया और बीमारी का खर्च ससुरालीजनों से मांगा, लेकिन ससुरालीजनों ने मना कर दिया. आक्रोशित पीड़िता पानी की टंकी पर चढ़ गई. काफी समझाने के बाद पांच घंटे के बाद पानी की टंकी से उतरी.

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हेड कांस्टेबल को किया गया निलंबित
अपर पुलिस अधीक्षक आर. एस. गौतम ने मीडिया से बीतचीत में बताया कि पारिवारिक मामले से क्षुब्ध होकर महिला पानी की टंकी पर चढ़ी थी, जिसे समझा-बुझाकर उतार लिया गया है. यह महिला अपने सास-ससुर से अपनी बेटी के इलाज के खर्च की मांग कर रही थी, लकिन सास ससुर ने पैसा नहीं दिया. वहीं इस महिला का यह भी आरोप है कि वह थाने पर एक हेड कांस्टेबल नियाज से भी मिली, जिसने उसके साथ दुर्व्यवहार किया. महिला की शिकायत पर नियाज को निलंबित कर दिया गया है. उसके आरोपों एवं पूरे प्रकरण के हर पहलू की जांच करवाकर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.

Intro:बाराबंकी, 27 दिसंबर। बेटी के इलाज की फीस सास-ससुर द्वारा न दिए जाने से क्षुब्ध विधवा मां पहुंची थाने. थाने पर पुलिसकर्मी के दुर्व्यवहार और बुरी नजर से तंग आकर चढ़ी पानी की टंकी पर. पांच घंटे तक हड्डियां गला देने वाली ठंड में ऊंची पानी की टंकी पर ठिठुरती रही. बहुत मनाने के बाद पानी की टंकी से उतरकर सुनाई अपनी दर्द भरी दास्तान . दास्तान सुन लोगों ने दवा ली दांतो तले उंगली . इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मी को पुलिस अधीक्षक बाराबंकी ने किया निलंबित.क्ष पूरे प्रकरण और महिला को न्याय दिलाने को लेकर पुलिस जांच में जुटी.थाना देवा इलाके के देवा कस्बे की है पूरी घटना.


Body:बाराबंकी में आज एक बदनसीब मां की बेटी के लिए इलाज का पैसा उसके साथ ससुर ने नहीं दिया तो, वह हड्डियां गला देने वाली ठंड में ऊंची पानी की टंकी पर चढ़ गई.
पांच घंटे बाद जब बहुत मनाने के बाद वह पानी की टंकी से उतरी तो , उसने जो आप बीती सुनाई उससे किसी का भी दिल दहल उठेगा. इस मां के अकेलेपन में जहां इसके ससुराल वालों ने यातनाएं दी, वहीं समाज के जिम्मेदार लोगों ने इसका भरपूर फायदा उठाने का प्रयास किया. जिस पुलिस थाने पर यह इंसाफ मांगने गई, वहीं के पुलिस वाले ने इस पर बुरी नजर डाली. इस मां के आरोप में, आरोपी पुलिसकर्मी को पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.

आपको बताते चलें कि बाराबंकी के थाना देवा इलाके के देवा कस्बे में बनी इस ऊंची पानी की टंकी पर जो महिला चढ़ी हुई है, उसका नाम गुलफ्शा है. इसकी बदनसीबी ने इसे कड़ाके की ठंड में पानी की टंकी के ऊपर चढ़ने को मजबूर कर दिया. पांच घंटे से ज्यादा समय तक यह हड्डियां गला देने वाली ठंड में टंकी पर ही ठिठुरती रही. बहुत गुजारिश और मनाने के बाद जब यह उतरी तो इसका शरीर ठंड से कांप रहा था. काफी देर तक आग के पास बैठने के बाद , जब उसने आपबीती सुनाई तो सब ने अपने दांतो तले उंगली दबा ली.
गुलफ्शा ने बताया कि उसकी शादी 2018 में हुई थी, शादी के महज 6 महीने बाद, 23 फरवरी 2019 को उसके पति की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी. पति की मौत के बाद उसके नंदोई की उस पर बुरी नजर रहती थी. ससुराल वालों का भी उसके प्रति व्यवहार ठीक नहीं था, और उसे भूखा रखने के साथ-साथ वह तरह-तरह की यातनाएं देते थे. 2 माह पहले ही उसने एक बेटी को जन्म दिया ,और पिछले दिनों उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी, तो उसने राजधानी लखनऊ के एक निजी अस्पताल में बेटी को भर्ती कराया, और इलाज खर्च को लेने के लिए वह अपनी ससुराल आई थी. मगर ससुराल वालों ने उसे खर्च देने से ही मना नहीं किया, बल्कि उसकी बेटी को अपना खून मानने से भी इंकार कर दिया .
ससुराल से निराश होकर वह न्याय के लिए थाना देवा पहुंची, जहां एक पुलिस सिपाही जिसका नाम नियाज है, ने उससे अभद्रता की, और उससे अश्लील बातें करते हुए कहा कि, मेरे घर चलो इलाज का पैसा मैं दे दूंगा.जिसके बाद रोते बिलखते हुए थाने से लौट आई ,और उसने पानी की टंकी पर चढ़ जान देने का निर्णय लिया.
इस मामले में जब हमने बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक आर. एस. गौतम से बात की तो उन्होंने बताया कि, पारिवारिक मामले से क्षुब्ध होकर एक महिला पानी की टंकी पर चढ़ी थी, जिसे समझा-बुझाकर उतार लिया गया है. यह महिला अपने सास-ससुर से अपने बेटी के इलाज के खर्च की मांग कर रही थी. मगर सास ससुर द्वारा पैसा नहीं दिया गया. इस महिला का यह भी आरोप है कि, वह थाने पर एक हेड कांस्टेबल नियाज से भी मिली, जिसने उसके साथ दुर्व्यवहार किया. महिला की शिकायत पर नियाज को निलंबित कर दिया गया है , और उसके आरोपों एवं पूरे प्रकरण के हर पहलू की जांच करवाकर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.


Conclusion:byte

1- गुलफ्शा, पीड़ित विधवा महिला , देवा , बाराबंकी

2- आर एस गौतम , अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी , बाराबंकी



रिपोर्ट-  आलोक कुमार शुक्ला , रिपोर्टर बाराबंकी, 96284 76907
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