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बलरामपुर: वृद्धा पेंशन की राह देख रहे बुजुर्ग, विभाग ने कंप्यूटर में फीड ही नहीं किया नाम

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Published : Mar 27, 2019, 10:38 PM IST

समाज कल्याण अधिकारी कक्ष के बाहर वृद्धा पेंशन के कागज लिए खड़े प्रधान प्रतिनिधि जलालुद्दीन शाह

बलरामपुर जिले के तुलसीपुर ब्लॉक के मुजेहरा गांव में 97 बुजुर्गों ने वर्ष 2016 में वृद्धा पेंशन के लिए अप्लाई किया था, लेकिन समाज कल्याण विभाग की लापरवाही के कारण अभी तक बुजुर्गों का नाम कंप्यूटर में फीड नहीं किया गया है.

बलरामपुर: सरकार गरीबों को सुविधाएं देने और उनकी जिंदगी को बेहतर बनाने के चाहे जितने भी वादे कर ले, लेकिन ये सभी वादे जमीन पर खरे नहीं उतर रहे हैं. जिले में तकरीबन 30% आबादी वृद्धों की है, जिनमें 70% लोग गरीबी रेखा के अंतर्गत आते हैं. सरकार ने लक्ष्य तय किया है कि अधिक से अधिक बुजुर्ग लोगों को वृद्धा पेंशन दिया जाए लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के कारण सरकार की यह योजना खरी नहीं उतर रही है.

वृद्धा पेंशन की जानकारी देते प्रधान प्रतिनिधि जलालुद्दीन शाह

बलरामपुर जिले के तुलसीपुर ब्लॉक के मुजेहरा ग्रामसभा केप्रधान प्रतिनिधि जलालुद्दीन शाह साल 2016 से 97 लोगों कीवृद्धा पेंशन बनवाने के लिए दौड़ रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि समाज कल्याण विभाग के कर्मचारी इस काम के लिएपैसे की डिमांड करते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मैंने चार से पांच बार कार्यालय के बाबुओं को काम के लिए पैसे भी दिए, लेकिन बार-बार किसी न किसी बहाने उन्होंने काम को अनदेखा कर दिया. जलालुद्दीन शाह ने बताया कि 2016 में गांव के 97 लोगों ने वृद्धापेंशन के लिए अप्लाई किया था.

वृद्धा पेंशन के फार्म को संबंधित ब्लॉक के अधिकारीने समाज कल्याण विभाग के पास भेज दिया, लेकिन समाज कल्याण विभाग के अधिकारी और बाबू वृद्धों के नाम को कंप्यूटर में नहीं फीड किया. जलालुद्दीन शाह ने बताया कि 97 लोगों में चार लोगों की वृद्धा पेंशन की राह देखते-देखते मौत भी हो गई, लेकिन विभाग की उदासीनता के कारण आज कई बुजुर्गों ने पेंशन की आस छोड़ दी है. वहीं मामले को लेकर जब जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश से बात की तो उन्होंने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है. मीडिया के माध्यम से मुझे यह जानकारी हो रही है. इसके लिए मैं समाज कल्याण अधिकारी से बात जल्द से जल्द पेंशन देने के लिए कहूंगा.

Intro:(फीड UP_BLP_YOGENDRA TRIPATHI_25 MARCH_NAHI MIL SAKA 2 SAAL SE VRIDDHA PENSION_VIDEO के नाम से live u एप्पलीकेशन के माध्यम से भेजी जा रही है। फीड etv app से आज पूरे दिन नहीं जा सकी। कृपया संज्ञान लें।)

एंकर : सरकार गरीबों को सुविधाएं देने और उनकी जिंदगी को बेहतर करने के वायदे चाहे, जितने कर ले लेकिन जमीन पर ये वायदे मुंह चिढ़ाते ही नजर आते हैं। बलरामपुर जिले की तकरीबन 30% आबादी वृद्ध होगी, उनमें से 70% लोग गरीबी रेखा के अंतर्गत आते हैं। सरकार द्वारा लक्ष्य तय किया गया था कि अधिक से अधिक वृद्धों को वृद्धावस्था पेंशन देकर उनकी जिंदगी को बेहतर बनाने का काम किया जाए। लेकिन अधिकारियों की उदासीनता और विभागीय बाबू की कमियांगिरी की वजह से सरकार की यह अति महत्वाकांक्षी योजना भी परवान चढ़ती नजर नहीं आ रही है।


Body:वीओ : तुलसीपुर ब्लॉक के मुजेहरा ग्राम सभा का प्रधान प्रतिनिधि जलालुद्दीन शाह साल 2016 से 97 लोगों के वृद्धावस्था पेंशन को बनवाने के लिए दौड़ रहे हैं। समाज कल्याण विभाग के बाबुओं को मैंने 4-5 बार में ₹20000 घूस के तौर पर दे दिया। लेकिन बाबू और समाज कल्याण अधिकारी बार बार किसी ना किसी बहाने से टरका देते हैं।
जलालुद्दीन शाह ने हमसे बात करते हुए कहा 2016 में हमने अपने गांव के 97 लोगों का वृद्धावस्था पेंशन अप्लाई किया था। इस वृद्ध अवस्था पेंशन को संबंधित ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर व अन्य अधिकारियों द्वारा समाज कल्याण विभाग को फारवर्ड भी कर दिया गया है। लेकिन समाज कल्याण विभाग के अधिकारी और बाबू उसे कंप्यूटर पर चढ़ाने की जहमत तक नहीं उठा रहे हैं।
प्रधान प्रतिनिधि शाह ने हमें बताया कि जिन 97 बुजुर्ग लोगों को पेंशन के लिए अप्लाई किया गया था। उनमें से चार लोगों की मौत भी हो चुकी है। विभाग फिर भी जागने का नाम नहीं ले रहा है।


Conclusion:वीओ : वहीं, जब इस मामले पर हमने जिला अधिकारी कृष्णा करुणेश से बात की तो उन्होंने बताया कि इस मामले के बारे में मुझे जानकारी नहीं है। आप के माध्यम से पता चला है। मैं समाज कल्याण अधिकारी से बात करके वृद्ध लोगों की पेंशन की व्यवस्था जल्द से जल्द करवाने के लिए कहूंगा।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब 1 ग्राम सभा में इतनी बड़ी संख्या में वृद्ध लोगों को समाज कल्याण विभाग सालों से पेंशन नहीं दे पा रहा है और पेंशन देने के एवज में बाबू घूस ले रहे हैं तो सरकार द्वारा चलाई जा रही इस अति महत्वाकांक्षी योजना के लक्ष्य को कैसे विभाग हासिल कर पाता होगा? इसके साथ ही विभाग कैसे उन वृद्ध लोगों को सामाजिक न्याय दिला पाता होगा?
हम आपको बताते चलें कि वृद्धावस्था पेंशन केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से 60 वर्ष से अधिक के उम्र के लोगों को प्रदान की जाती है। इसमें ₹500 की धनराशि हर माह डीवीटी के माध्यम से लाभार्थी के खाते में भेजने की योजना है।
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