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Watch: देखते ही देखते बाढ़ के पानी में समा गया प्राचीन मंदिर, लोगों ने शुरू की यमुना की पूजा

यमुना नदी का जलस्तर अब भी खतरे के निशान के ऊपर ही बना हुआ है, जिसके चलते यूपी के भी कई जिले बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं. अब बाढ़ से जुड़े वीडियो सामने आने के बाद से लोगों में दहशत का मौहाल है.

Yamuna river in Baghpat
Yamuna river in Baghpat
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Published : Jul 15, 2023, 1:46 PM IST

Updated : Jul 15, 2023, 1:53 PM IST

मंदिर के नदी में भरभराकर गिरने का वीडियो.

बागपतः यमुना का रौद्र रूप इन दिनों कहर बरपा रहा है. जिले के करीब 24 गांव यमुना में आई बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं. 2 दिन पूर्व खेकड़ा क्षेत्र में अलीपुर बांध का तटबन्ध टूटने के बाद से क्षेत्र के कई गांव पानी मे डूबे हुए हैं. वहीं, छपरौली क्षेत्र में भी यमुना का जलस्तर लोगों के परेशानी का सबब बना हुआ है. यमुना किनारे बसे शबगा गांव में लोगों की जमीन कटान में बह रही हैं. शुक्रवार को प्राचीन मंदिर मिट्टी के कटान के चलते नदी में समा गया, जिसका वीडियो भी सामने आया है.

कटान से मंदिर के नदी में समाने के बाद से गांव वालों में दहशत का माहौल है. ग्रामीण जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं. उनका कहना है कि उनकी जमीन नदी के कटान में बह गई. लेकिन कोई उनकी सुध लेने नहीं आया. गांव के लोगों ने लखनऊ तक इसकी सूचना दी. लेकिन, न तो प्रशासन और न ही क्षेत्र का कोई जनप्रतिनिधि उनके पास आया. गांव की महिलाओं ने यमुना नदी की पूजा अर्चना शुरू कर दी है. बता दें कि बागपत का शबगा गांव यमुना नदी के किनारे पर बसा हुआ है. जब भी यहां इसका जलस्तर बढ़ता है, तो नदी का पानी गांव में घुस जाता है.

ये भी पढ़ेंः मथुरा में बाढ़ जैसे हालात, सड़कों पर तीन फीट तक पहुंचा यमुना का पानी, अलर्ट जारी

वहीं इस बार तो यमुना नदी के जलस्तर का खतरे के ऊपर बह रहा है. इसके चलते राजधानी दिल्ली का हाल हर जगह सुर्खियों में बना हुआ है. इससे पहले 1978 में यमुना का जलस्तर ने खतरे के निशान को पार किया था. तब भी कुछ ऐसा ही मौहाल देखने को मिला था. फिलहाल यूपी के भी कई जिलों में भी बाढ़ का आगमन हो चुका है. लोगों में दहशत का मौहाल है.

ये भी पढ़ेंः यूपी में बाढ़, 17 जुलाई तक जनता एक्सप्रेस समेत ये ट्रेनें निरस्त रहेंगी

मंदिर के नदी में भरभराकर गिरने का वीडियो.

बागपतः यमुना का रौद्र रूप इन दिनों कहर बरपा रहा है. जिले के करीब 24 गांव यमुना में आई बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं. 2 दिन पूर्व खेकड़ा क्षेत्र में अलीपुर बांध का तटबन्ध टूटने के बाद से क्षेत्र के कई गांव पानी मे डूबे हुए हैं. वहीं, छपरौली क्षेत्र में भी यमुना का जलस्तर लोगों के परेशानी का सबब बना हुआ है. यमुना किनारे बसे शबगा गांव में लोगों की जमीन कटान में बह रही हैं. शुक्रवार को प्राचीन मंदिर मिट्टी के कटान के चलते नदी में समा गया, जिसका वीडियो भी सामने आया है.

कटान से मंदिर के नदी में समाने के बाद से गांव वालों में दहशत का माहौल है. ग्रामीण जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं. उनका कहना है कि उनकी जमीन नदी के कटान में बह गई. लेकिन कोई उनकी सुध लेने नहीं आया. गांव के लोगों ने लखनऊ तक इसकी सूचना दी. लेकिन, न तो प्रशासन और न ही क्षेत्र का कोई जनप्रतिनिधि उनके पास आया. गांव की महिलाओं ने यमुना नदी की पूजा अर्चना शुरू कर दी है. बता दें कि बागपत का शबगा गांव यमुना नदी के किनारे पर बसा हुआ है. जब भी यहां इसका जलस्तर बढ़ता है, तो नदी का पानी गांव में घुस जाता है.

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वहीं इस बार तो यमुना नदी के जलस्तर का खतरे के ऊपर बह रहा है. इसके चलते राजधानी दिल्ली का हाल हर जगह सुर्खियों में बना हुआ है. इससे पहले 1978 में यमुना का जलस्तर ने खतरे के निशान को पार किया था. तब भी कुछ ऐसा ही मौहाल देखने को मिला था. फिलहाल यूपी के भी कई जिलों में भी बाढ़ का आगमन हो चुका है. लोगों में दहशत का मौहाल है.

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Last Updated : Jul 15, 2023, 1:53 PM IST
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