आजमगढ़: बेसिक शिक्षा महानिदेशक ने बीएसए को 10 फर्जी शिक्षकों की सूची भेजकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी पाने वाले शिक्षकों की पहचान कर एसटीएफ ने 8 के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है. इनके अलावा एक की अभी जांच चल रही है. जबकि एक का मामला कोर्ट में विचाराधीन है.
बता दें कि बेसिक शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने पत्र जारी एसटीएफ को सभी संदिग्ध शिक्षकों और कर्मचारियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया था. महानिदेशक की ओर से भेजी गई सूची में 10 फर्जी शिक्षकों का नाम शामिल हैं. इसमें सहायक अध्यापक नंद लाल पूर्व माध्यमिक विद्यालय जमीन दसांव अतरौलिया, नेहा शुक्ला सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय सीही विकासखंड सठियांव, प्रमोद कुमार सिंह सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय पिछौरा शामिल हैं.
इनके अलावा राजा राम सहायह अध्यापक प्राथमिक विद्यालय छीरीब्राह्मण, अजीत कुमार यादव और गोविंद पांडेय कंपोजिट विद्यालय फदगुदिया पवई, धीरज सिंह कश्यप सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय गोमाडीह ठेकमा, अविनाश प्रजापति सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय भटपुरवा पठकौली अतरौलिया, राजेश कुमार चौबे सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय राजापट्टी अहरौला और आशुतोष सिंह सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय नरायनपुर साउथ विकास खंड तरवां का नाम शामिल है.
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जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल सिंह ने बताया कि एसटीएफ ने 10 फर्जी शिक्षकों की सूची सौंपी थी. उन्होंने फर्जी शैक्षिक अभिलेखों के आधार पर नौकरी प्राप्त की थी. इनमें से 8 शिक्षकों के खिलाफ एफआई आर दर्ज करा दी गई है. एक शिक्षक का मामला माननीय न्यायालय में विचाराधीन है. एक शिक्षक की जांच चल रही है, जिसे जल्द पूरा कर कार्रवाई की जाएगी. हाईकोर्ट में चल रहे मामले से संबंधित शिक्षक को छोड़कर बाकी सभी 9 शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई है. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि यह 10 शिक्षक जिले के अलग-अलग विकासखंड क्षेत्र में कार्यरत थे. इन्होंने नौकरी करके जो वेतन प्राप्त किया है, उसकी भी रिकवरी की जाएगी.
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