अयोध्या: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की अटकलें तेज होने के साथ ही यह सीट प्रदेश की वीआईपी सीट्स में से एक हो गई हैं. लगातार यहां पर तमाम विपक्षी दल के नेताओं ने गणेश परिक्रमा शुरू कर दी है. हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी जनसभा को संबोधित करने के लिए 7 सितंबर को अयोध्या पहुंच रहे हैं.
उनकी यह जनसभा धर्म नगरी अयोध्या से 40 किलोमीटर दूर रुदौली में होनी है. ओवैसी की जनसभा को लेकर जिले के पार्टी कार्यकर्ताओं ने तैयारियां तेज कर दी हैं. खास बात यह है कि ओवैसी के स्वागत में लगे पोस्टर्स में जिले का नाम फैजाबाद लिखा गया है. यह लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है.
योगी सरकार ने जिले का नाम फैजाबाद से बदलकर अयोध्या कर दिया है. जब ईटीवी भारत ने इस बारे में एमआईएमआईएम (aimim) के जिला अध्यक्ष शाहनवाज सिद्दीकी से सवाल पूछा, तो उन्होंने कहा कि अभी इसकी आदत नहीं पड़ी है. धीरे-धीरे इसकी आदत पड़ जाएगी.
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पोस्टर देखकर कयास लगाए जा रहे हैं कि ओवैसी अयोध्या और फैजाबाद नाम को लेकर सियासत करने के मूड में हैं. वहीं विपक्ष ओवैसी पर भाजपा का एजेंट बनने का आरोप लगाता आया है. जानकारों का कहना है कि ओवैसी मुसलमानों का वोट ही काटेंगे ऐसे में नुकसान सपा, बसपा और कांग्रेस का ही होना है.
इससे पहले बहुजन समाज पार्टी ने ब्राह्मण सम्मेलन का आगाज भी राम नगरी अयोध्या से ही किया था. 14 सितंबर को आम आदमी पार्टी अयोध्या में तिरंगा यात्रा का आयोजन कर रही है. सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने भी शुक्रवार को अयोध्या जिले में कुर्मी बाहुल्य इलाकों में नुक्कड़ सभाएं कीं. जाहिर तौर पर इस बार साल 2022 के विधानसभा चुनाव में अयोध्या विधानसभा सीट बेहद खास होगी.