अयोध्या: रामलला पर आतंकी हमले की 17वीं बरसी पर अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था के लिए चाक चौबंद तैयारियां की गई हैं. साथ ही पूरे राम जन्मभूमि परिसर को कड़े सुरक्षा घेरे में कैद कर दिया गया है. गौरतलब है कि आज से 17 साल पहले आज ही के दिन देश के करोड़ों हिन्दुओं की आस्था का केंद्र रामलला और उनके अस्थायी मंदिर को आतंकियों ने अपना निशाना बनाया था. इस हमले में आतंकियों ने परिसर में प्रवेश के लिए एक गाइड रमेश पांडे का सहारा लिया था. इसके बाद आतंकियों ने गाइड रमेश पांडे सहित जीप को बैरिकेडिंग के पास खड़ाकर बम धमाके में उड़ा दिया और बैरिकेडिंग तोड़कर परिसर के अंदर आकर हमला कर दिया था.
हमले के बाद घंटों चली मुठभेड़ में सीआरपीएफ के जवानों ने इन आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया. वहीं, जीप में हुए धमाके में गाइड रमेश पांडे की भी मौत हो गई थी. इसके बाद अयोध्या की सुरक्षा को और चाक चौबंद कर दिया गया था. पूरे येलो जोन में सभी रास्तों पर बैरियर लगाकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम कर दिए गए थे. इसके बाद आतंकियों ने दोबारा अयोध्या पर अपनी बुरी नजर नहीं डाली.
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अयोध्या के प्रमुख संत राजू दास ने आतंकी हमले की बरसी के मौके पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिरकार दुनिया भर में अन्य धर्मों के प्रार्थना स्थल मस्जिद और गिरजाघर हैं, उन्हें इतनी सुरक्षा की जरूरत क्यों नहीं पड़ती. भारत जैसे देश में मंदिरों को इतनी सुरक्षा क्यों देनी पड़ती है. अभी भी कट्टरवादी सोच के लोग पुराने इतिहास को दोहराते हुए हमारे धार्मिक स्थलों के प्रति दुर्भावना रखते हैं. सरकार को और प्रशासन को ऐसे लोगों से सतर्क रहना चाहिए.
सीओ अयोध्या राजेश तिवारी ने बताया कि आतंकी हमले की बरसी पर अयोध्या के तमाम होटल और धर्मशालाओ की सघन तलाशी की गई है. साथ ही अयोध्या के सभी प्रमुख रास्तों पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा आने जाने वाले लोगों की चेकिंग और परिसर के आसपास भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं, जिससे कोई भी संदिग्ध व्यक्ति कोई गलत काम न कर सके.
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