ETV Bharat / state

राम मंदिर आंदोलन के बलिदानियों की आत्मा की तृप्ति के लिए तर्पण कार्यक्रम, खिचड़ी भोज भी कराया

author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 16, 2024, 9:04 AM IST

अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है. इसे लेकर रामभक्तों में काफी उल्लास है. राम मंदिर के लिए तमाम रामभक्तों और कार सेवकों ने बलिदान दिया. ऐसे बलिदानियों का तर्पण (Ram temple martyrs souls Tarpan) कराया गया.

बलिदानियों के लिए कराया गया तर्पण कार्यक्रम.
बलिदानियों के लिए कराया गया तर्पण कार्यक्रम.
बलिदानियों के लिए कराया गया तर्पण कार्यक्रम.

अलीगढ़ : मकर संक्रांति महापर्व के अवसर पर श्री राम जन्मभूमि आंदोलन में शहीद सनातन धर्म योद्धाओं की आत्मा की तृप्ति के लिए पितृ पूजन का आयोजन किया गया. सोमवार को नौरंगाबाद स्थित मां बगलामुखी मंदिर में महामंडलेश्वर डॉ. अन्नपूर्णा भारती ने बलिदानियों का स्मरण कर तर्पण कार्यक्रम कराया. इस दौरान कार्यक्रम में आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद के लोग मौजूद रहे. कार्यक्रम के बाद खिचड़ी भोज का आयोजन किया गया.

राम जन्मभूमि आंदोलन में बलिदान लोगों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण और पितृ पूजा का आयोजन किया गया. इस दौरान प्रभु से कामना की गई कि राम मंदिर के लिए बलिदान लोगों को मोक्ष प्रदान करें. महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने बताया कि इस समय भारत पूर्णतया भगवा राममय हो रहा है, भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. ऐसे में उन लोगों को नहीं भूल सकते, जिन लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी. उन्होंने बताया कि सनातन की परंपरा के अनुसार ऐसी आत्माओं की तृप्ति अत्यंत आवश्यक है. राम मंदिर के लिए जिन लोगों ने बलिदान दिया, उनको मोक्ष मिले. इसके लिए यह कार्यक्रम कराया गया.

विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री राकेश कुमार ने कहा कि यह कार्यक्रम उन बलिदानियों की आत्मा की शांति के लिए है, जिन्होंने अपने जीवन की आहुति दे दी. हमारे हिंदू मंदिरों को मुगलों ने तोड़ दिया था. समाज सेवी डॉ संजय भार्गव ने बताया कि हिंदू धर्म में आत्मा तब तक मुक्ति नहीं पाती, जब तक की अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेती. जब हमारा देश आजाद हुआ तो शहीदों की आत्मा को मुक्ति मिली. वहीं 500 साल से राम जन्मभूमि के लिए भक्त लड़ रहे थे, लोगों ने अपना जीवन बलिदान कर दिया था. आज रामलला मंदिर में प्रतिष्ठित हो रहे हैं तो उनकी आत्मा को मुक्ति मिलेगी और मोक्ष प्राप्त होगा.

यह भी पढ़ें : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए जिला कारागार में कैदी तैयार कर रहे राम ध्वज और मिट्टी के दीये, भेजा जाएगा अयोध्या

बलिदानियों के लिए कराया गया तर्पण कार्यक्रम.

अलीगढ़ : मकर संक्रांति महापर्व के अवसर पर श्री राम जन्मभूमि आंदोलन में शहीद सनातन धर्म योद्धाओं की आत्मा की तृप्ति के लिए पितृ पूजन का आयोजन किया गया. सोमवार को नौरंगाबाद स्थित मां बगलामुखी मंदिर में महामंडलेश्वर डॉ. अन्नपूर्णा भारती ने बलिदानियों का स्मरण कर तर्पण कार्यक्रम कराया. इस दौरान कार्यक्रम में आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद के लोग मौजूद रहे. कार्यक्रम के बाद खिचड़ी भोज का आयोजन किया गया.

राम जन्मभूमि आंदोलन में बलिदान लोगों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण और पितृ पूजा का आयोजन किया गया. इस दौरान प्रभु से कामना की गई कि राम मंदिर के लिए बलिदान लोगों को मोक्ष प्रदान करें. महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने बताया कि इस समय भारत पूर्णतया भगवा राममय हो रहा है, भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. ऐसे में उन लोगों को नहीं भूल सकते, जिन लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी. उन्होंने बताया कि सनातन की परंपरा के अनुसार ऐसी आत्माओं की तृप्ति अत्यंत आवश्यक है. राम मंदिर के लिए जिन लोगों ने बलिदान दिया, उनको मोक्ष मिले. इसके लिए यह कार्यक्रम कराया गया.

विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री राकेश कुमार ने कहा कि यह कार्यक्रम उन बलिदानियों की आत्मा की शांति के लिए है, जिन्होंने अपने जीवन की आहुति दे दी. हमारे हिंदू मंदिरों को मुगलों ने तोड़ दिया था. समाज सेवी डॉ संजय भार्गव ने बताया कि हिंदू धर्म में आत्मा तब तक मुक्ति नहीं पाती, जब तक की अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेती. जब हमारा देश आजाद हुआ तो शहीदों की आत्मा को मुक्ति मिली. वहीं 500 साल से राम जन्मभूमि के लिए भक्त लड़ रहे थे, लोगों ने अपना जीवन बलिदान कर दिया था. आज रामलला मंदिर में प्रतिष्ठित हो रहे हैं तो उनकी आत्मा को मुक्ति मिलेगी और मोक्ष प्राप्त होगा.

यह भी पढ़ें : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए जिला कारागार में कैदी तैयार कर रहे राम ध्वज और मिट्टी के दीये, भेजा जाएगा अयोध्या

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.