अलीगढ़: अवैध दूध की डेयरी को हटाने को लेकर शनिवार को जमकर हंगामा हुआ. नगर निगम की टीम दल बल के साथ पंचनगरी इलाके में अवैध डेयरी को हटाने गई थी, लेकिन भारी विरोध के बाद पीछे हटना पड़ा. नाराज लोग नगर निगम टीम के खिलाफ उग्र हो गये.
दरअसल, एनजीटी के आदेश पर नगर निगम डेयरी संचालकों को हटाने पहुंची थी, लेकिन विरोध के चलते मौके पर कई थानों की फोर्स बुलानी पड़ी थी. इस बीच सपा नेता डेयरी संचालकों के साथ नजर आये. डेयरी संचालकों ने 15 अगस्त तक डेयरी को हटाने की मोहलत जिला प्रशासन से मांगी है. वहीं जिला प्रशासन ने 15 अगस्त तक पंचनगरी से डेयरी नहीं हटाने पर कठोरतम कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
नगर निगम ने एक दिन पूर्व थाना सिविल लाइन के पान वाली कोठ और बरगद हाउस इलाके में अभियान चलाया था, जिसके बाद शनिवार को पूरे प्रशासनिक अमले के साथ टीम पंचनगरी इलाके में पहुंची. यहां नगर निगम की टीम के खिलाफ लोगों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया, जिसके चलते प्रशासन को बैकफुट पर आना पड़ा. प्रशासन के द्वारा इन डेयरियों को शहर से बाहर शिफ्ट करने के लिए 15 अगस्त तक का टाइम देना पड़ा. इस दौरान कुछ राजनीतिक व्यक्ति भी डेयरी संचालकों के समर्थन में आ गये, जिन्होंने नगर निगम की कार्रवाई पर सवाल उठाये.
सपा नेता अज्जू इशहाक ने कहा कि डेयरियां पहले हटनी चाहिए थीं. अब जब दूध उत्पादन के लिये प्राइवेट कंपनियां आ रही हैं तो गरीब डेयरी संचालकों को हटाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि नगर निगम ने एक निश्चित टाइम 15 अगस्त तक की मोहलत दी है, हालांकि इस बीच सपा नेता ने अपनी राजनीति भी चमका गये और कहा कि अखिलेश यादव की सरकार आती है तो इन्हें गोशाला के लिये जगह दिया जाएगा.
ये भी पढ़ें: अलीगढ़: कोविड अस्पताल में संक्रमितों को परोसी जा रही कीड़े वाली खिचड़ी
एसीएम द्वितीय रंजीत सिंह ने बताया कि डेयरी संचालकों को 15 अगस्त तक का समय दिया गया है. एनजीटी का आदेश है और इस बार पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने कहा कि हमारा मकसद शहर से डेयरियों को हटाना है. चाहे बलपूर्वक हटे या फिर प्यार से हटाएं.