ETV Bharat / state

फोटोग्राफरों और टूरिस्ट गाइडों का छलका दर्द, बोले-6 माह से नहीं सुना 'वाह ताज'

author img

By

Published : Sep 19, 2020, 8:08 PM IST

special story on corona impact on agra tourism
आगरा पर्यटन उद्योग पर स्पेशल स्टोरी.

आखिरकार ताज का दीदार करने वालों की चाहत अब पूरी होने जा रही है. आगरा में पर्यटकों के लिए ताजमहल और किले को 21 सितंबर से खोल दिया जाएगा. इससे फोटोग्राफर और टूरिस्ट गाइड बेहद खुश हैं. उनका कहना है कि पिछले 6 महीनों से उन्होंने न ही 'ताज' को देखा है और न ही 'वाह ताज' सुना है.

आगरा: कोरोना संक्रमण से दुनिया कराह रही है. संक्रमण लाखों जिंदगी निगल गया तो करोड़ों लोगों को चपेट में ले चुका है. छह माह में जनता पहले लॉकडाउन, फिर अब लगातार अनलॉक देख रही है. कोरोना संक्रमण से कई इंडस्ट्रीज तबाह हो गई. लाखों लोग बेरोजगार हो गए. अगर हम पर्यटन इंडस्ट्रीज की बात करें तो आगरा में 5 लाख से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण की वजह से रोजी रोटी के लिए मोहताज हो गए हैं.

special story on corona impact on agra tourism
ताजमहल.

कोरोना संक्रमण की चपेट में देशी-विदेशी पर्यटकों की मोहब्बत की निशानी संग यादों को संजाने वाले फोटोग्राफर और मुगलिया सल्तनत के इतिहास को बताने वाले टूरिस्ट गाइड भी आए हैं. फोटोग्राफर का कहना है कि 6 माह बीत गए, लेकिन अभी तक उन्होंने 'स्माइल प्लीज' नहीं बोला. वहीं, टूरिस्ट गाइड का कहना है कि 6 माह में एक भी बार 'वाह ताज' नहीं सुना है.

21 सितंबर से पर्यटकों के लिए खुलेगा ताजमहल
अनलॉक-4 में 21 सितंबर से ताजनगरी में ताजमहल, आगरा किला के साथ ही धार्मिक स्थल भी 'अनलॉक' हो जाएंगे. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग की स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) से पर्यटकों को ताजमहल और आगरा किला में एंट्री दी जाएगी. कोविड-19 की गाइडलाइन के मुताबिक, देशभर में राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियां भी शुरू हो जाएंगी. राज्य सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक ही मंदिरों में श्रद्धालु पूजा पाठ कर सकेंगे तो मस्जिदों में नमाजी नमाज पढ़ सकेंगे.

स्पेशल रिपोर्ट...
17 मार्च से बंद है ताज और आगरा किला
कोरोना संक्रमण के चलते एएसआई ने देशभर के सभी स्मारक 17 मार्च से बंद कर दिए थे. फिर एएसआई ने छह जुलाई से देशभर के सभी स्मारक अनलॉक कर दिए. मगर, आगरा में कोरोना संक्रमण के चलते कंटेंटमेंट जोन और बफर जोन में आने से एएसआई और जिला प्रशासन ने सभी स्मारक बंद रखने का निर्णय लिया. जिला प्रशासन और एएसआई ने फैसला किया कि 1 सितंबर से ताजमहल और किला को छोड़कर सभी स्मारक खोल दिए जाएं. एएसआई ने फिर 21 सितंबर से ताजमहल और किला खोलने का फैसला किया, जिससे आगरा के पर्यटन उद्योग से जुड़े हुए लोगों के चेहरे खिल गए हैं.
टूरिस्ट गाइडों ने शुरू की टिफिन सेवा
एप्रूव्ड टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन के अध्यक्ष शमशुद्दीन का कहना है कि, एक टूरिस्ट गाइड की प्रतिदिन की इनकम 3 से 6000 के बीच होती है. आगरा में अक्टूबर से मार्च तक का टूरिस्ट सीजन होता है. इसलिए गाइडों को ज्यादा मेहनत करनी होती है. लेकिन कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन और अनलॉक में भी ताजमहल और आगरा किला नहीं खुलने से टूरिस्ट गाइड की जमा पूंजी भी खर्च हो गई. रोजी-रोटी और परिवार का खर्च चलाने के लिए टूरिस्ट गाइड ने टिफिन सेवा शुरू की. कई लोगों ने अपने घर में कैफेटेरिया खोल लिया है. सरकार से टूरिस्ट गाइड की आर्थिक मदद के लिए कई बार पत्राचार किया. पर्यटन मंत्री से मिले लेकिन टूरिस्ट गाइड की कोई आर्थिक मदद नहीं मिली है.
special story on corona impact on agra tourism
ताजमहल.
छह माह से नहीं देखा ताज और न सुना 'वाह ताज'
टूरिस्ट गाइड रवि सिंह ने बताया कि, कोरोना संक्रमण का सबसे ज्यादा प्रभाव टूरिस्ट इंडस्ट्रीज पर पड़ा है. अभी इंटरनेशनल फ्लाइट का कोई अता पता नहीं है. ट्रेनें भी नहीं चल रही हैं. मगर 21 सितंबर से जब ताजमहल और आगरा किला खुलेगा तो कुछ उम्मीद जगेगी. जब डोमेस्टिक पर्यटक आने से इस इंडस्ट्री से जुड़े हुए लोगों को कुछ तो ऑक्सीजन मिलेगी. जब हम टूरिस्टों को ताजमहल का दीदार कराते थे. टूरिस्ट उत्साहित होकर 'वाह ताज', अमेजिंग और वंडरफुल बोलते थे. इससे हमें भी हम गदगद होते थे. विगत 6 माह से हमने भी ताजमहल नहीं देखा है.
special story on corona impact on agra tourism
आगरा किला.

पर्यटन मंत्री ने फोटोग्राफर्स की रिन्यूअल फीस की कम
ताजमहल फोटोग्राफर्स एसोसिएशन उपाध्यक्ष बृजेश गुप्ता का कहना है कि, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग से जुड़े देश भर में 1150 फोटोग्राफर हैं. लॉक डाउन में सभी बेरोजगार हो गए. विभाग ने जब फोटोग्राफर का लाइसेंस रिन्यूअल कराने के निर्देश दिए तो असमंजस की स्थिति बन गई. हमारी एसोसिएशन की ओर से फोटोग्राफर की रिन्यूअल फीस को लेकर सरकार और पर्यटन मंत्री से मदद की गुहार लगाई गई. इसके सही परिणाम आए. और फोटोग्राफर की रिन्यूअल की फीस ₹25000 से घटाकर ₹5000 की गई है. इसके अलावा कोई आर्थिक मदद सरकार की ओर से नहीं मिली है.

छह माह से नहीं बोला-'स्माइल प्लीज '
ताजमहल फोटोग्राफर रोहित का कहना है कि, कोरोना के चलते लॉकडाउन लगने से यह छह माह का दौर बड़ा ही संघर्षपूर्ण फोटोग्राफर्स ही नहीं टूरिस्ट गाइड और अन्य सबके लिए रहा है. हम सब जब किसी टूरिस्ट का फोटो खींचते हैं तो उनसे स्माइल प्लीज कहते हैं. जब हमने फोटो देते थे तो उन्हें बहुत अच्छा लगता था. वे बहुत खुश होते थे. लेकिन छह माह से हमने एक भी फोटो नहीं खींचा. इतना ही नहीं, हमने ताजमहल भी नहीं देखा है.

लॉकडाउन से दो हजार करोड़ रुपये का हुआ नुकसान
अगर हम ताज नगरी पर नजर दौड़ाएं तो यहां 650 होटल है. 3500 टूरिस्ट गाइड हैं. आगरा और लाल किले में कुल 800 फोटोग्राफर हैं.. कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन लगने के चलते पर्यटन उद्योग को 2 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. अब 21 सितम्बर से ताजमहल और लाल किला को पर्यटकों के लिए खुलने से 5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा

ये भी पढ़ें: 21 सितंबर से पर्यटक कर सकेंगे ताज का दीदार, कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मिलेगी एंट्री

ताजमहल और आगरा किले के 187 दिन बाद 'अनलॉक' होने से पर्यटन कारोबारियों की उम्मीद परवान चढ़ेगी. फोटोग्राफर, टूरिस्ट गाइड, होटल संचालक, रेस्टोरेंट संचालक, ऑटो चालक, टैक्सी चालक, हैंडीक्राफ्ट इंपोरियम संचालक और कर्मचारी सभी खुश हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.