ETV Bharat / state

हिंदी बनी रोजगार की भाषा, हिंदी सीखकर विदेशी पा रहे रोजगार

author img

By

Published : Mar 8, 2020, 2:48 AM IST

केंद्रीय हिंदी संस्थान
केंद्रीय हिंदी संस्थान

आगरा का केंद्रीय हिंदी संस्थान लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है. विदेशों से लोग यहां हिंदी पढ़ना, लिखना और बोलना सीखने के बाद विदेशों में अनुवादक, विश्वविद्यालय में प्रोफेसर, दूतावासों सहित तमाम अन्य विभागों में भी नौकरियां मिलती हैं.

आगराः दुनिया में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में से हिंदी एक है. भारत में ही 80 करोड़ लोग हिंदी बोलते हैं इसलिए हिंदी पढ़ने, बोलने और सीखने वालों की डिमांड है. प्रौद्योगिकी से लेकर रोजगार देने वाली नए दौर की तमाम रचनात्मक विधाओं में आज हिंदी का बोलबाला है. हिंदी रोजगार की और बाजार की कमाऊ भाषा बन गई है. विदेशों में भी रोजगार की भाषा बनी है. यही वजह है कि विदेशी युवाओं में हिंदी का क्रेज बढ़ रहा है.

विदेशों से लोग सीख रहे हैं हिंदी.

केंद्रीय हिंदी संस्थान की देशभर में 6 शाखाएं हैं. संस्थान के आगरा मुख्यालय में इस समय 28 देशों के 88 स्टूडेंट हिंदी की पढ़ाई कर रहे हैं. सभी स्टूडेंट हिंदी पढ़कर, लिखकर और बोलने के बाद अपने देशों में जाकर रोजगार पाएंगे. यही वजह है कि विदेशी युवाओं में हिंदी के प्रति क्रेज बढ़ रहा है.

हिंदी पढ़ने और लिखने वालों को विदेशों में नौकरी
केंद्रीय हिंदी संस्थान के निदेशक नंद किशोर पांडे ने बताया कि सारी दुनिया की निगाहें भारत पर हैं. भारत की आर्थिक और राजनीतिक ताकत को देखते हुए तमाम भाषाएं उन्नति कर रही हैं. हिंदी पढ़ने और लिखने वालों को विदेशों में नौकरियां मिल रही हैं. हिंदी पढ़ना, लिखना और बोलना सीखने के बाद लोगों को विदेशों में अनुवादक, विश्वविद्यालय में प्रोफेसर और तमाम अन्य नौकरियां मिलती हैं.

क्या कहा हिंदी सीख रहे विदेशी छात्र-छात्राओं ने
चाड देश से आए अबकार मोहम्मद ने बताया कि मेरे देश में तमाम भारतीय लोग कारोबार कर रहे हैं और भारतीय लोग से बातचीत करने और उनके कारोबार में नौकरी पाने के लिए हिंदी सीखना बहुत जरूरी है. इसलिए मैं यहां हिंदी सीखने आया हूं. तजाकिस्तान की हिंदी स्टूडेंट उमरो ने बताया कि मैं यहां हिंदी सीख रही हूं. हिंदी से भविष्य में दूतावास में नौकरी या शिक्षक के रूप में नौकरी करना चाहती हूं.

आंकड़ों पर नजर
260 विश्वविद्यालय भारत में पढ़ाते हैं हिंदी.
67 विश्वविद्यालय अमेरिका में पढ़ाते हैं हिंदी.
20 विश्वविद्यालय चीन में पढ़ाते हैं हिंदी.

अफगानिस्तान के स्टूडेंट इब्राहिम ने बताया कि हिंदी के माध्यम से मैं पूरे विश्व से जुड़ सकता हूं. भविष्य में हिंदी के चलते मैं अपने देश का तो मान बढ़ाउंगा साथ ही भारत का भी मान बढ़ाउंगा. हिंदी पढ़कर मैं वहां एक बड़ा पत्रकार बनूंगा. जापान के स्टूडेंट यूकी सुजी ने बताया कि अपने देश में जाकर हिंदी पढ़ने, लिखने और बोलने की मदद से कोई नौकरी करूंगा. हिंदी से मैं जापान में भारतीय लोगों के साथ काम करूंगा.

उज्बेकिस्तान की गुलनौरा ने बताया कि हमारे देश में उज्बेकिस्तान में तमाम हिंदी पाठशालाएं हैं. विश्वविद्यालय में हिंदी विभाग है. इसलिए हिंदी पढ़ने, लिखने और बोलने से तमाम हिंदी पाठशाला, विश्वविद्यालय में नौकरी मिल जाती है. दूतावासों में भी नौकरी मिलती है. कजाकिस्तान की निरुवर ने बताया कि कजाकिस्तान में लोग इसलिए हिंदी सीखते हैं कि वह हिंदी से दोनों देशों के रिश्तों में मजबूती ला सकें. इसके साथ ही दूतावास में नौकरी मिल सके.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.