आगरा: दिल्ली-आगरा हाईवे पर सिकंदरा मंडी के पास स्थित केमिकल एवं टॉप लास्ट सोल फैक्ट्री में भीषण आग खराब हाउसकीपिंग की वजह से लगी थी. डीएम प्रभु नारायण सिंह ने फैक्ट्री की आग की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया था. इस जांच कमेटी की प्रारंभिक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है. फिलहाल आग से कितना नुकसान हुआ है. इसकी फिलहाल कोई सही जानकारी नहीं मिल पाई है. फिलहाल जांच कमेटी ने विस्फोटक विभाग से रिपोर्ट मांगी है. इसके बाद वह अपनी जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपेगी.
जानकारी देते सीएफओ अक्षय रंजन शर्मा. दरअसल, 7 सितंबर 2020 की दोपहर आगरा-दिल्ली हाईवे पर सिकंदरा मंडी के पास स्थित केमिकल और टॉप लास्ट सोल फैक्ट्री में भीषण आग लगी थी. इस आग में कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन आग में करोड़ों रुपए की मशीनें और सामान जलकर खाक हो गया था. ड्रम से केमिकल निकालते समय आग पकड़ने यह हादसा हुआ था. डीएम प्रभु नारायण सिंह ने फैक्ट्री में लगी भीषण आग की जांच को जिला प्रशासन, पुलिस, फायर और विस्फोट विभाग की एक कमेटी बनाई थी. इस कमेटी ने आग लगने के कारण जानने के लिए दोनों फैक्ट्री का निरीक्षण किया था. दस्तावेज चेक किए और इसके बाद प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की है. कमेटी में शामिल चीफ फायर ऑफिसर अक्षय रंजन शर्मा का कहना है कि एक ही परिसर में केमिकल और शूज सोल की फैक्ट्री संचालित थी. फैक्ट्री संचालक का कहना है कि विस्फोटक विभाग से उसके पास लाइसेंस है. उसने तमाम दस्तावेज भी दिखाए हैं. अवैध भंडारण की कोई भी जानकारी नहीं मिली है. फैक्ट्री में परिसर खराब हाउसकीपिंग मिली थी. इसकी वजह से हादसा हुआ था. अभी तक की जांच रिपोर्ट में यही सामने आया है. फैक्ट्री के अंदर केमिकल के बड़े-बड़े टैंक बने हुए हैं. इन सब के बारे में दस्तावेज मांगे गए हैं. कितना केमिकल का भण्डारण था. इसके साथ ही विस्फोटक विभाग से भी कई दस्तावेज मांगे हैं. उन दस्तावेजों के आने के बाद ही आगे की रिपोर्ट तैयार होगी. केमिकल और टॉप लास्ट सोल फैक्ट्री में भीषण से 300 लोग बेरोजगार हो गए हैं. इसके साथ ही सभी कर्मचारियों के परिवार पर रोजी-रोटी का संकट आ गया है. फैक्ट्री पूरी तरह से खाक हो गई थी. वहीं फैक्ट्री कब शुरू होगी, फिलहाल इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है.
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