आगरा में इंटरनेशनल शूज फेयर की शुरुआत आगरा: इंटरनेशनल शूज फेयर 'मीट एट आगरा' का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने शुक्रवार को किया. उन्होंने कहा कि दुनिया में तेजी से भारत भारतीय अर्थव्यवस्था बढ़ रही है. जिससे विश्व में भारत 'ग्लोबल फैक्ट्री' के रूप में उभर रहा है. आज हम कह सकते हैं, यह भारत की सदी है. आगरा के लेदर फुटवियर को मिले भौगोलिक संकेत यानी जीआई टैग के लिए आगरा के शूज कारोबोरियों को बधाई.
इंटरनेशनल शूज फेयर 'मीट एट आगरा' का 15 संस्करण शुरू
मीट एट आगरा का 15 संस्करण शुरूः बता दें कि, आगरा में इंटरनेशनल शूज फेयर 'मीट एट आगरा' का 15 संस्करण शुरू हुआ है. तीन दिवसीय यह इंटरनेशल फेयर आगरा-दिल्ली हाईवे स्थित गांव सींगना के ट्रेड सेंटर में चलेगा. जिसके लिए आगरा ट्रेड सेंटर में जूता उद्योग का संसार, जिसमें आधुनिकता और इनोवेशन का संगम दिखाई दे रहा है. एक ही छत के नीचे आगरा ट्रेड सेंटर में 30 से अधिक देश के लगभग 220 से अधिक एग्जीबिटर्स पहुंचे हैं. 'मीट एट आगरा' में फुटवियर, कम्पोनेंट्स के साथ जूता बनाने की दुनिया की अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी की मशीनरी यहां देखने को मिल रही है. इससे आगरा ही नहीं देश के विभिन्न प्रदेशों के कारोबारी लाभान्वित होंगे.
केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल भारत की 9.8 फ़ीसदी कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट: एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने बताया कि आने वाले सालों में दुनिया भर में फुटवियर के व्यापार में तेजी आने का अंदेशा है. लेकिन, दुनिया के बाकी देशों के मुकाबले भारत का फुटवियर उद्योग कई गुना ज्यादा तेजी से बढ़ेगा. 2030 तक लगभग 13 फीसदी कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट के साथ भारत में फुटवियर उद्योग 8 गुना बढ़ने की उम्मीद है. जबकि, फिलहाल विश्व में फुटवियर उद्योग 2.8 फ़ीसदी कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट के साथ बढ़ रहा है. अगर हम भारत की बात करें तो देश में अभी 9.8 फ़ीसदी कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट के साथ बढ़ रहा है.
जीआई से जूता कारोबार को मिलेगा लाभ: प्रसिद्ध जीआई विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ. रजनी कांत द्विवेदी ने आगरा को मिले भौगोलिक संकेत यानि जीआई टैग मिलने पर एफमेक के प्रयासों की सराहना की. उन्होेंने कहा कि इससे जूता उद्योग को लाभ मिलेंगे. इस अवसर पर एडीजी पुलिस अनुपम कुलश्रेष्ठ ने आगरा के जूता उद्योग की वैश्विक पहचान के लिए यहाँ के उद्यमियों की भूमिका को सराहना की.
बढा रही देश की अर्थव्यवस्था और विदेशी मुद्रा आय: एलएसएससी के अध्यक्ष पीआर अकील अहमद ने कहा कि भारत फुटवियर और चमड़े के परिधान का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है. भारत में दुनिया की टेनरी का हिस्सा लगभग 3 बिलियन वर्ग फुट है. देश में लगभग 7000 लघु उद्योग इकाइयां फुटवियर क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं. जो देश की अर्थव्यवस्था और विदेशी मुद्रा आय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.
देश में स्किल की भरमार: एफडीडीआई के सचिव एवं प्रबंध निदेशक पंकज सिन्हा ने कहा कि भारत में स्किल की कमी नहीं है. हमें अपने हुनर को निखाकर भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था में सहभागी बनने की जरुरत है. वहीं, देश में पांच लाख जोड़ी जूता प्रतिदिन बनाकर दुनियां के सबसे बड़े जूता निर्यातक बने सीआईएफआई के अध्यक्ष वी. नौशाद ने अपने अनुभव साझा किए. उन्होंने समझाया कि, कैसे 1000 जोड़ी के प्रोडक्शन से किस प्रकार 5 लाख जोड़ी प्रतिदिन का लक्ष्य को हासिल के गुर उद्यमियों से साझा किए.
पहले दिन पहुंचे 3254 विजिटर्स: आयोजन समिति अध्यक्ष गोपाल गुप्ता ने बताया कि इंटरनेशनल फेयर में इस बार 220 एग्जीबिटर्स स्टॉल लगे हैं. जिन में देश के 100 से अधिक ब्रांड्स के उत्पादों का प्रदर्शन हो रहा है. इस एग्जिविशन में आधुनिकता और इनोवेशन पर फोकस किया गया है. फेयर के पहले दिन 3254 विजिटर पहुंचे है.
इन्हें किया गया सम्मानित: एक्सीलेंस इन फुटवियर एक्सपोर्ट में तीन जूता निर्यातकों को और एक्सीलेंस इन फुटवियर कम्पोनेंट्स के एक उत्पादक को अवॉर्ड प्रदान किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने एक्सीलेंस इन फुटवियर एक्सपोर्ट के लिए गुप्ता एचसी ओवरसीज के गोपाल गुप्ता, लाइनर शू के गौतम मेहरा और रोज़र एक्सपोर्ट्स के कुलबीर सिंह को अवार्ड प्रदान किए. इसके साथ ही एक्सीलेंस इन फुटवियर कम्पोनेंट्स के लिए डीएसएम सोल के कपिल पलवार को अवार्ड दिया.
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