लखनऊ: बिहार से आए युवक को गाड़ी सहित ठाकुरगंज थाने में बंद कर उसे मारने-पीटने तथा तालाशी से निकले रुपये छीनने के बाद फर्जी पुलिस कार्रवाई करने के आरोपों को लेकर युवक की मां मुन्नी देवी की ओर से ठाकुरगंज थाने की सतखंडा पुलिस चौकी के दारोगा नारायण सिंह और दो सिपाहियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराए जाने की मांग को लेकर अर्जी दाखिल की गई है. अर्जी पर संज्ञान लेते हुए सीजेएम रवि कुमार गुप्ता ने 28 जुलाई के लिए थाने से रिपोर्ट तलब की है.
अदालत के समक्ष रिपोर्ट दर्ज कराए जाने की मांग वाली अर्जी में मुन्नी देवी ने कहा है कि उसका बेटा दीपक शुक्ला बिहार से ठेके पर गाड़ी चलाने के लिए गत 4 मई को लखनऊ आया था. लेकिन काफी थका होने के कारण इमामबाड़ा के पास सड़क किनारे गाड़ी खड़ी कर आराम करने लगा और इसी बीच उसे नींद आ गई. कहा गया है कि उसी दौरान दरोगा नारायण सिंह सिपाहियों के साथ आए तथा दीपक शुक्ला से गाड़ी के कागजात मांगे.
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कहा गया है कि कागजात दिखाने के बावजूद दारोगा नारायण सिंह उसे सतखंडा पुलिस चौकी ले गए बाद में गाड़ी सहित ठाकुरगंज थाने ले गए. अर्जी में आरोप लगाया गया कि थाने पर पुलिस वालों ने उसका मोबाइल, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, कोटक बैंक का एटीएम कार्ड और 750 रुपये ले लिए तथा बुरी तरह से उसे रातभर पट्टे से दारोगा और अन्य पुलिसकर्मियों ने मारा -पीटा. इसके बाद 7 मई 2022 को एसीपी कार्यालय दुबग्गा से उसकी जमानत हुई. जमानत पर छूटने के बाद उसने अपना डॉक्टरी मुआएना कराया, जिसमें उसे काफी चोटें आई हैं।
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