लखनऊ ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की ऊर्जा मंत्री ने बिजली कर्मियों की हड़ताल को पूरी तरह से अवैध करार दिया ऊर्जा मंत्री ने बताया कि अब तक हड़तालियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है 1332 संविदाकर्मियों को बर्खास्त किया गया है 22 पर एस्मा के तहत कार्रवाई की गई है इन सभी को लखनऊ से बाहर भेजा जाएगा इसके अलावा 29 कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है ऊर्जा मंत्री ने हड़ताल कर रहे संविदा कर्मियों को चेतावनी दी है कि शाम छह बजे तक वापस काम पर लौट आएं नहीं तो अगर हजारों कर्मचारियों की संविदा समाप्त करनी पड़ी तो भी पीछे नहीं हटा जाएगा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने कहा कि आपूर्ति सामान्य है 28 हजार बिजली का उत्पादन हो रहा है जबकि डिमांड आधी है हटाये जा रहे नौकरी में बाधा पहुंचाने वाले कर्मचारी ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में विद्युत आपूर्ति सामान्य है 28 हजार मेगावाट का उत्पादन हो रहा है और मौसम के चलते मांग आधी है तमाम बिजली संगठन हड़ताल से अलग हैं जिससे बिजली आपूर्ति लाइन पर है जो संगठन के कर्मचारी बाधा पैदा कर रहे हैं उन्हें नौकरी से हटाया जा रहा है उत्तर प्रदेश में हड़ताल पूरी तरह निषिद्ध है बावजूद इसके हड़ताल की जा रही है ये सही नहीं है एस्मा की कार्रवाई की जा रही है संघर्ष समिति ने हाईकोर्ट की अवमानना की है जहांजहां उपद्रवियों ने बाधा पहुंचाई है हर जगह का नाम है जो यह हरकत कर रहे हैं उनका नाम हम निकाल रहे हैं चाहे कोई जन्म स्थान में हो जंगल में हो नदी में हो आकाश में हो या पाताल में हम खोज कर उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे हाईकोर्ट ने गंभीरता से हड़ताल पर रोक लगाने की बात कही है लेकिन अभी भी विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के लोग मान नहीं रहे खेद का विषय है उच्च न्यायालय ने अवमानना का नोटिस दे दिया है मुख्यमंत्री को सारी परिस्थितियों से अवगत कराया है 22 लोगों के खिलाफ एस्मा के तहत कारवाई उन्होंने कहा कि 22 लोगों के खिलाफ एस्मा के तहत कारवाई कर दी गई है सोशल मीडिया पर अभी भी हड़ताल के कार्यक्रमों के संदेश प्रसारित किए जा रहे हैं संघर्ष समिति के नेताओं को जनता से कोई मतलब नहीं है विद्यार्थियों की परीक्षा का काल है उसकी भी नहीं पड़ी है हमारे राजस्व की वसूली का समय है उसकी भी चिंता नहीं है महत्वपूर्ण योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए कोई फिक्र नहीं है उच्च न्यायालय के आदेश का भी इनसे कोई मतलब नहीं है एस्मा के तहत एक साल तक जेल में रखने का प्रावधान है 22 नेताओं के खिलाफ सस्पेंशन की भी कार्रवाई की है 1332 संविदा कर्मियों को 24 घंटे में बर्खास्त कर दिया गया है कुछ लोगों को लखनऊ से बाहर रखने के लिए कहा गया है आगे हजारों लोगों को बर्खास्त करना पड़ा तो किया जाएगा ऊर्जा मंत्री ने हड़तालियों को चार घंटे की मोहलत दी है कहा है कि शाम छह बजे तक वापस काम पर आ जाएं नहीं तो सब बर्खास्त कर दिए जाएंगे आउटसोर्सिंग एजेंसी को कहा गया है कि आईटीआई पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग कॉलेज से आईटीआई पास पॉलिटेक्निक पास इंजीनियरिंग पास बच्चों की लिस्ट लेकर उनकी भर्ती करें जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ऐसे संविदाकर्मियों को चिन्हित कर बाहर निकालें जो बर्खास्त भी हो गए हों और फिर भी काम कर रहे हैं बता दें शनिवार को कानपुर शहर में 243 संविदाकर्मियों की सेवा को समाप्त कर दिया गया है केस्को एमडी सैमुअल पॉल ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है उन्होंने बताया कि सभी कर्मियों ने एस्मा का उल्लंघन किया उसी क्रम में कार्रवाई करते हुए सभी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया उन्होंने यह भी कहा कि उक्त सभी 243 कर्मी अब कभी विभाग में ज्वाइनिंग नहीं ले सकेंगे यह भी पढ़ें National Tax Conference 2023 न्यायमूर्ति राजेश बिंदल ने कहासिद्धांतों पर चलें मेहनत से सीखते हुए एक्सीलेंस प्राप्त करें