मुस्लिम महिलाओं के अपहरण और दुष्कर्म की धमकी देता वीडियो वायरल, यूपी पुलिस की जांच जारी

मुस्लिम महिलाओं के अपहरण और दुष्कर्म की धमकी देता वीडियो वायरल, यूपी पुलिस की जांच जारी
उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव को खत्म हुए लगभग एक माह का समय बीतने वाला है. सरकार अपने कामकाज में व्यस्त है. इसी बीच एक पुजारी ने प्रदेश की फिजा में हिंदु मुस्लिम के बीच खाई बढ़ाने का काम किया है. हालांकि यूपी पुलिस इस वीडियो की जांच कर रही है. इसीलिए कुछ भी कहना मुश्किल है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक वीडियो की जांच शुरू कर दी है जिसमें लखनऊ से लगभग 100 किलोमीटर दूर सीतापुर जिले में स्थित एक मस्जिद के बाहर एक सभा को संबोधन का है. जिसमें एक हिंदू पुजारी को मुस्लिम महिलाओं के अपहरण और बलात्कार की धमकी देते हुए देखा जा सकता है. मी़डिया में दिखाए जा रहे वीडियो में भगवा वस्त्र धारन किया हुआ एक व्यक्ति दिख रहा है जो कथित तौर पर खैराबाद नामक एक छोटे से शहर में स्थानीय महंत है. वह एक जीप के अंदर से एक सभा को संबोधित कर रहा है. बैकग्राउंड में पुलिस की वर्दी में एक शख्स को भी देखा जा सकता है.
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अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी द्वारा जांच प्रचलित है। प्राप्त तथ्यों एवं साक्ष्यों के आधार पर नियमानुसार विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
— Sitapur Police (@sitapurpolice) April 7, 2022
एक माइक्रोफोन पर बोलते हुए, वह व्यक्ति सांप्रदायिक और भड़काऊ टिप्पणी करता दिख रहा है उसके भाषण से उत्साहित भीड़ "जय श्री राम" के नारे लगाते हुए उसका मनोबल बढ़ाती दिख रही है. आदमी ने उसकी हत्या की साजिश का आरोप लगाया और कहा कि इसके लिए ₹ 28 लाख की राशि एकत्र की गई है. उसके बाद वह कथित तौर पर कहता है कि अगर कोई मुस्लिम इलाके में किसी लड़की को परेशान करता है, तो वह मुस्लिम महिलाओं का अपहरण करेगा और सार्वजनिक रूप से उनका बलात्कार करेगा. भीड़ द्वारा जोरदार जयकारों के साथ धमकी का समर्थन किया जाता है.
फ़ैक्ट-चेक वेबसाइट AltNews के सह-संस्थापक, मोहम्मद जुबैर ने वीडियो को साझा करते हुए कहा कि वीडियो 2 अप्रैल को शूट किया गया था, लेकिन पुलिस द्वारा पांच दिनों के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. उनके ट्वीट का जवाब देते हुए सीतापुर पुलिस ने कहा कि एक वरिष्ठ अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं और तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. वीडियो पर श्री जुबैर की पोस्ट के बाद, कई ट्विटर उपयोगकर्ताओं ने धार्मिक नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, जिसे कुछ लोगों ने "बजरंग मुनि" के रूप में पहचाना है. यूजर ने इस सांप्रदायिक टिप्पणियों के खिलाफ युक्त राष्ट्र मानवाधिकार निकाय और राष्ट्रीय महिला आयोग से त्वरित हस्तक्षेप की मांग की है.
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