ETV Bharat / bharat

जेल में बंद मुख्तार अंसारी के इशारों पर बेटे अब्बास और उमर काली कमाई से खरीद रहे थे बेनामी संपत्तियां

author img

By

Published : May 16, 2023, 6:45 AM IST

Updated : May 16, 2023, 1:02 PM IST

माफिया मुख्तार अंसारी के दोनों बेटे अब्बास और उमर अंसारी अपने पिता के काले साम्राज्य से की गई कमाई को बेनामी संपत्तियों में लगाते थे. यही नहीं दोनों पिता के काले कारोबार में बराबर के हिस्सेदार भी थे. ईडी को इन दोनों के बारे में यह जानकारी मिली है.

माफिया मुख्तार अंसारी
माफिया मुख्तार अंसारी

लखनऊ: बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के दोनों बेटों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. एजेंसियों की जांच में सामने आया है कि पिता मुख्तार के हर एक काले कारोबार में उसके दोनों बेटे अब्बास अंसारी और उमर अंसारी की बराबरी की हिस्सेदारी रही है. सूत्रों के मुताबिक, सामने आया है कि अलग-अलग जेलों में बंद रहने के दौरान मुख्तार अंसारी के इशारों पर उसके बेटे काले साम्राज्य से अर्जित की गई कमाई को बेनामी संपत्तियों में लगा रहे थे. प्रवर्तन निदेशालय को जहां काले साम्राज्य से बनाई गई बेनामी संपत्तियों के विषय में जानकारी मिली है तो पुलिस को मुख्तार के दोनों बेटों की उसके अपराध में सक्रिय भूमिका का पता चला है. अब्बास और उमर अंसारी अपने पिता मुख्तार के कारोबार में एक दशक से ज्यादा समय से सक्रिय हैं. वहीं, बता दें कि मुख्तार अंसारी को 7 अप्रैल 2021 को पंजाब की जेल से बांदा जेल लाया गया था.

माफिया मुख्तार अंसारी की बेनामी संपत्ति
माफिया मुख्तार अंसारी की बेनामी संपत्ति

ईडी ने माफिया मुख्तार के खिलाफ मार्च 2021 में मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा दर्ज करने के बाद अगस्त 2022 में ताबड़तोड छापेमारी की थी. सूत्रों के अनुसार, इस दौरान एजेंसी को मुख्तार एंड फैमली की कंपनियों विकास कंस्ट्रक्शन, मऊ आर्गेनिक, आगाज प्रोजेक्ट एंड इंजीनियरिंग से जुड़े कई दस्तावज मिले थे. इनकी पड़ताल करने के दौरान सामने आया है कि मऊ आर्गेनिक फर्म को मुख्तार के बेटे अब्बास और उमर चलाते हैं. वहीं, विकास कंस्ट्रक्शन जिसमें मुख्तार के बेटे और पत्नी किसी पद में तो नहीं हैं. लेकिन, उनके खातों से वर्ष 2012 से 2019 के बीच 15 करोड़ रुपये से अधिक रकम मुख्तार अंसारी की पत्नी आफ्सा अंसारी के खाते में ट्रांफसर की गई थी.

प्रवर्तन निदेशालय छापेमारी के दौरान मिली कंपनियों और बेनामी संपत्तियों के दस्तावेजों के आधार पर दिल्ली, गाजीपुर, वाराणसी और लखनऊ में मौजूद बेनामी संपत्तियों को चिह्नित कर चुका है, जिसे अब जब्त किया जाएगा. खासबात ये है कि इन संपत्तियों की खरीद फरोख्त उमर और अब्बास अंसारी ने को थी. बता दें कि मुख्तार अंसारी और उसके कुनबे के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग और पुलिस अलग-अलग जांच कर रही है. मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद है. वहीं, अब्बास अंसारी कासगंज जेल और उसकी पत्नी निखत बानो चित्रकूट जेल में बंद है. इसके अलावा मुख्तार की पत्नी आफ्सा अंसारी और उमर फरार हैं.

यह भी पढ़ें: आखिर कब पकड़ा जाएगा लेडी डॉन शाइस्ता का बॉडी गार्ड साबिर, उमेश पाल पर राइफल से बरसाईं थीं गोलियां

Last Updated : May 16, 2023, 1:02 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.