नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय देश में कोरोना संक्रमण के वर्तमान हालात पर जानकारी दी. मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने सोमवार को बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमण के 92 नये मामले सामने आये हैं, जबकि इस अवधि में चार मरीजों की मौत हुई है. अब तक 99 संक्रमित मरीजों को इलाज के बाद स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दी गयी है.
अग्रवाल ने संक्रमण को रोकने के लिये घोषित लॉकडाउन के असर के विश्लेषण के आधार पर बताया कि भारत में संक्रमण के बढ़ने की गति विकसित देशों की तुलना में कम है.
उन्होंने कहा कि भारत में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने की गति और इससे जुड़े आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि देश में संक्रमण के मामले 100 से 1000 तक पहुंचने में 12 दिन लगे, जबकि विकसित देशों में इस अवधि में संक्रमित मरीजों की संख्या 3500 से 8000 तक पहुंच गयी. इससे स्पष्ट है कि भारत में इसके संक्रमण की दर तुलनात्मक रूप से कम है.
उन्होंने कहा कि इस स्थिति को नियंत्रण में रखने में प्रमुख योगदान, लॉकडाउन के दौरान लोगों की एक दूसरे से सुरक्षित दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) बनाये रखना है.
हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इसका शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित किये जाने पर ही स्थिति को नियंत्रित किया जा सकेगा. अग्रवाल ने कहा कि जिन देशों में कोरोना के संक्रमण का प्रकोप ज्यादा है उनमें एक संक्रमित व्यक्ति ने कम से कम सौ लोगों को संक्रमित किया इसलिये वहां इसके संक्रमण ने महामारी का रूप धारण किया. उन्होंने कहा कि भारत को इस स्थिति से बचाने के लिये लॉकडाउन का प्रत्येक व्यक्ति को पूरी तरह से पालन करना होगा.
मंत्रालय की प्रेस वार्ता की मुख्य बातें :
- डेडिकेटेड कोविड-19 अस्पताल बनाने पर जोर दिया जा रहा है.
- विकसित देशों के मुकाबले भारत में केस कम हैं.
- लॉकडाउन के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं.
- 115 सरकार, 47 निजी लैब काम कर रही हैं.
- पिछले 24 घंटे में 92 नए मरीज सामने आए और चार लोगों की मौत हो चुकी है. कुल 99 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है.
- लॉकडाउन तोड़ने पर कोरोना के खिलाफ लड़ाई नाकाम हो जाएगी.
- कोरोना वायरस के लक्षण छुपाने की जरूरत नहीं है. दहशत में नहीं आईए. घबराने की नहीं, जागरूक रहने की जरूरत नहीं है.
इससे पहले स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने COVID-19 के संभावित/पुष्ट मामलों की आवाजाही के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी किया है.
मंत्रालय द्वारा जारी एक रिलीज में कहा गया है, 'यह SOP भारत में COVID-19 महामारी के वर्तमान चरण पर लागू है - स्थानीय प्रसारण और सीमित सामुदायिक प्रसारण.'