कानपुर: वैसे तो शहर में 50 हजार से अधिक ऐसी एमएसएमई इकाइयां हैं, जिनमें लोहा, प्लास्टिक, स्टील समेत अन्य ऐसे उत्पाद तैयार होते हैं, जिनकी विदेशों तक जबर्दस्त मांग है. लेकिन, अब कानपुर में पहली बार अडाणी समूह की ओर से रॉकेट, हैंडग्रेनेड, गोली, बम समेत कई अन्य रक्षा उत्पाद तैयार किए जाएंगे. उक्त समूह की ओर से कई माह पहले ही उद्योग विभाग के सभी नियमों की प्रक्रिया पूरी करते हुए 500 एकड़ जमीन खरीद ली गई थी. इस जमीन पर बाउंड्रीवॉल और शेड लगने का काम भी पूरा हो गया है. उद्योग विभाग के अफसरों का दावा है कि आगामी छह माह में यहां उत्पादों का भंडार होगा. जिसे भविष्य में निर्यात करने की योजना है.
बुल्गारिया को निर्यात करेंगे 41 प्रकार के उत्पाद: इस पूरे मामले पर उपायुक्त उद्योग सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि अडाणी समूह की ओर से शहर में गोली, बम, हैंडग्रेनेड, मोर्टार समेत 41 प्रकार के उत्पाद तैयार किए जाएंगे. इनको समूह द्वारा आग्नेय सिस्टम की मदद से बुल्गारिया में निर्यात के रूप में भेजा जाएगा. ऐसे में साफ है कि आने वाले समय में अब भारत रक्षा उत्पादों के निर्यातक देशों की श्रेणी में आ जाएगा. जबकि, पिछले कई सालों से हम रक्षा उत्पादों का आयात कर रहे थे. उन्होंने यह भी कहा कि समूह का बुल्गारिया की एक कंपनी से करार हो चुका है. करार की पूरी जानकारी उप्र शासन को विभाग द्वारा दी भी जा चुकी है.
कई यूनिट्स लगेंगी, रोजगार के अवसर मुहैया होंगे: जीएम डीआईसी सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि अडाणी समूह की ओर से 500 एकड़ जमीन पर अपना तो प्लांट लगेगा ही. साथ ही कई छोटी यूनिट्स भी लगाई जाएंगी. शहर को मिले इस अहम और बड़े प्रोजेक्ट का फायदा यह होगा कि इससे हजारों की संख्या में जहां रोजगार के अवसर मुहैया होंगे, वहीं जो उप्र सरकार का लक्ष्य एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का है, उस तक पहुंचने में बहुत मदद मिल जाएगी.
ये उत्पाद बनेंगे: ग्रेनेड, रॉकेट (68,70 व 73 एमएम), मोर्टार (81,84 व 120 एमएम), मोर्टार बम, 40 एमएम लो वेलोसिटी एचई ग्रेनेड आदि. हर वर्ष 50 हजार से लेकर 15 लाख पीस उत्पाद तैयार करने की योजना है.
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