टोंक की कोड़ामार होली, कड़ाव से रंग ले जाने पर खैर नहीं...देखें VIDEO
टोंक. देश-प्रदेश में रंगोत्सव का त्योहार यानी होली मनाने को लेकर (Tonk Holi Celebration) अलग-अलग परंपराएं प्रचलन में हैं. वृंदावन, बरसाना की कोड़ामार होली की तर्ज पर टोंक जिले के नवाबी नगरी में भी कोड़ामार होली का रोमांच हर साल धुलंडी पर दिखाई देता है. जिसका आनंद ना सिर्फ कोड़ा मारने वाली महिलाएं लेती हैं, बल्कि वहां हजारों की संख्या में मौजूद लोग भी कोड़ा मार होली में उत्साह से भाग लेते हैं. कड़ाव में भरे रंग को बाल्टी और बर्तनों में भरकर ले जाते लोगों को कोड़े मारने की यह परंपरा. दरअसल, गुर्जर समाज की ओर से आयोजित होने वाली कोड़ामार होली का रोमांच है. जिसे देखने हीरा चौक क्षेत्र ही नहीं शहरभर से लोग पहुंचते हैं. होलिका दहन के अगले दिन यानी धुलंडी के मौके पर जिला मुख्यालय यानी नवाबी नगरी के पुरानी टोंक स्थित हीरा चौक में गुर्जर समाज की कोड़ामार होली का है. यहां गुर्जर समाज पीढ़ियों से कोड़ामाप होली का आयोजन करता आ रहा है.