उदयपुर. आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. इसको लेकर देश भर में उत्साह का माहौल है. राजस्थान समेत पूरे देश में लोग रामोत्सव की तैयारियों में जुटे हैं. कोई दीपक तो कोई प्रभु की तस्वीर बना रहा है, लेकिन उदयपुर निवासी महेंद्र शर्मा के पास भगवान राम से जुड़ी तीन दुर्लभ चीजें हैं. इसमें भगवान राम के आदिकाल में प्रवेश के दौरान उपयोग में लिए जाने वाले सिक्के के साथ ही भारतीय डाक विभाग की ओर से जारी किए गए स्टांप और मेवाड़ व जयपुर राजपरिवार द्वारा श्रीराम को लेकर उपयोग किए जाने वाले स्टांप के संग्रह शामिल हैं. वहीं, महेंद्र कहते हैं कि वो जल्द ही अयोध्या जाकर इन सभी चीजों को भगवान श्रीराम के चरणों में भेंट करेंगे.
![hand over unique collection to Lord Ram](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/13-01-2024/rj-7203313-03-udaipur-storymahendra-sharmashrirammandir-anuthacollection_13012024151046_1301f_1705138846_935.jpg)
राम के चरणों में समर्पित करेंगे अपना संग्रह : भगवान श्रीराम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. इस बीच उदयपुर के महेंद्र शर्मा ने एक नायाब कलेक्शन है. दरअसल, नरेंद्र मोदी सरकार व भारतीय डाक विभाग ने साल 2017 में 11 स्टांप का एक सेट जारी किया था. इस सेट में भगवान श्रीराम के पूरे जीवन का उल्लेख किया गया है. सीता माता स्वयंवर, 14 साल वनवास, भरत मिलाप, केवट संग वार्ता, गरुड़ को संभालते श्रीराम, सबरी के झूठे बेर खाते, राम भक्त हनुमान जी, समुद्र में राम सेतु बनाते नल और नील, संजीवनी बूटी के लिए पूरा पर्वत लाते हनुमान जी और रावण से युद्ध व संपूर्ण रामायण को दर्शाया गया है. इसके साथ ही पूरे राम दरबार को मध्य में प्रदर्शित किया गया है. संग्रहकर्ता महेंद्र शर्मा के कलेक्शन में 51 सेट संग्रहित है. शर्मा का मानना है कि ये दुर्लभ सेट प्रत्येक भारतीय के घर में होना चाहिए. साथ ही महेंद मेवाड़ उदयपुर की ओर से इस 11 सेट को आगामी 22 जनवरी को फ्रेमिंग करवाकर श्रीराम के चरणो में समर्पित करने जाएंगे.
![hand over unique collection to Lord Ram](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/13-01-2024/rj-7203313-03-udaipur-storymahendra-sharmashrirammandir-anuthacollection_13012024151046_1301f_1705138846_1092.jpg)
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राम को सौंपेंगे दुर्लभ टोकन : आदिवकाल में करीब 200 साल पहले प्रभु श्रीराम के मंदिर में प्रवेश के लिए मंदिर समिति की ओर से श्रीराम के टोकन जारी किए जाते थे. इस टोकन पर एक ओर श्रीराम और माता सीता अंकित हैं तो दूसरी तरफ पूरा राम दरबार है, जिसमें प्रभु श्रीराम माता सीता, भक्त हनुमान जी और भ्राता लक्ष्मण के साथ ही भरत जी अंकित हैं. इसके अलावा दूसरे टोकन में एक ओर राम दरबार और दूसरी तरफ राम भक्त हनुमान जी हाथों पर पर्वत उठाए चित्रित हैं. ये दोनों टोकन दुर्लभ हैं.
![hand over unique collection to Lord Ram](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/13-01-2024/rj-7203313-03-udaipur-storymahendra-sharmashrirammandir-anuthacollection_13012024151046_1301f_1705138846_513.jpg)
वर्षों से किए जा रहे ये दावे : पिछले कई वर्षों से जयपुर व मेवाड़ रियासत की ओर से यह दावा किया जाता रहा है कि वो भगवान श्रीराम के वंशज हैं. इसका प्रमाण इन दोनों ही रियासतों के स्टांप पेपर्स में देखने को भी मिलते हैं. हालांकि, भगवान श्रीराम के सूर्यवंशी होने के कुछ प्रमाण भी पौराणिक धर्मों व अन्य माध्यमों के जरिए मिले हैं. वहीं, जयपुर रियासत में ठिकाने के स्टांप पेपर्स के शीर्ष भाग पर कुछ भी लिखने से पहले श्रीराम लिखा जाता था. साथ ही स्टांप पेपर पर भगवान राम रथ पर आसीन नजर आते हैं. इधर, जयपुर रियासत की तरह ही मेवाड़ के स्टांप पेपर पर भी श्रीराम जी व श्री एकलिंग जी लिखा जाता था. इसके अलावा उदयपुर के स्टांप पेपर के मध्य में गोलाकार भगवान सूर्य का चित्र अंकित है, जो की मेवाड़ रियासत को सूर्यवंशी अर्थात श्रीराम के वंशज के रूप में दर्शाता है. ये दोनों ही स्टांप पेपर्स 85 से 125 वर्ष पुराने हैं.