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Army in Sri Ganganagar: श्रीगंगानगर में बारिश बनी आफत, सेना ने संभाला मोर्चा... 44 साल का टूटा रिकॉर्ड

श्रीगंगानगर में लगातार तीसरे दिन मूसलाधार बारिश से लोगों का हाल बेहाल है. निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण जलभराव (water logging in Sriganganagar) हो गया है. सड़कों पर गाड़ियां तैर रहीं हैं और निचले इलाकों में निकासी न होने पर गंदा पानी लोगों के घरों में घुस गया है. हालात बिगड़ने पर जिला प्रशासन ने आर्मी को बुलाया है. ऐसे में शहर में राहत और बचाव कार्य के लिए आर्मी (Army in Sri Ganganagar) ने मोर्चा संभाल लिया है. आज जिले में 224 मिमी की रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है. इससे पूर्व एक दिन में सर्वाधिक बारिश 107.7 mm 18 जुलाई 1978 को दर्ज हुई थी.

Army in Sri Ganganagar
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Published : Jul 15, 2022, 12:45 PM IST

Updated : Jul 15, 2022, 11:02 PM IST

श्रीगंगानगर. गंगानगर शहर में शुक्रवार सुबह हुई भारी बारिश के बाद पुरा शहर जलगमन (water logging in Sriganganagar) हो गया है. शहर के निचले इलाकों में पानी की निकासी नहीं होने से लोगों के घरों के अंदर पानी पहुंच चुका है. इसके साथ ही बारिश ने नगर परिषद प्रशासन की पोल खोलकर रख दी है. रुक-रुककर लगातार 3 दिन से हो रही बारिश के बाद हालात बदतर हो चुके हैं. शुक्रवार सुबह 6 बजे से लगातार 5 घंटे तक बारिश होने से शहर के सभी इलाकों में पानी भर गया है. ऐसे में अब राहत कार्य के लिए सेना ने मोर्चा संभाल लिया है और अधिक प्रभावित क्षेत्रों से पानी (Army in Sri Ganganagar) निकालने का कार्य शुरू कर दिया है. आज जिले में 224 मिमी की रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है. इससे पूर्व एक दिन में सर्वाधिक बारिश 107.7 mm 18 जुलाई 1978 को दर्ज हुई थी. इसके साथ ही मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे भारी बारिश के आसार जताए गए हैं.

बारिश का कहर इस कदर है कि शहर के पॉश एरिया में भी चार से पांच फीट तक पानी भरा हुआ है. नगर परिषद की ड्रेनेज व्यवस्था सही नहीं होने एवं नालों की सफाई नहीं करवाने से गंदे पानी की निकासी नहीं हो रही है. शहर के पुरानी आबादी वाले क्षेत्र में पानी भरने से लोगों के मकान गिरने की जानकारी मिली है. पुरानी आबादी एरिया में घरों में पानी जाने से लोगों को भारी नुकसान होने की संभावना है.

जलभराव से निपटने के लिए श्रीगंगानगर जिला प्रशासन ने बुलाई आर्मी

पढ़ें. Monsoon in Banswara : बारिश की अच्छी शुरुआत, पानी निकासी के लिए खोले गए बांधों के गेट

पुरानी आबादी वाला क्षेत्र अधिक प्रभावित
नगर परिषद की टीम जलभराव वाले स्थानों से पानी निकालने की कवायद में लगी हुई है लेकिन संसाधनों की कमी से परिषद टीम को काफी परेशानी हो रही है. हालांकि परिषद टीम ने ब्लॉक एरिया क्षेत्र का पानी आसपास के पार्कों एवं रामलीला मेदान में डालकर लोगों के घरों में घुसे पानी को कम करने का प्रयास किया.

पानी निकालने के लिए आखिर सेना ने संभाला मोर्चा
पुरानी आबादी क्षेत्र एवं ब्लॉक एरिया में पानी अधिक भरने से जिला कलेक्टर रुकमणि रियार सिहाग ने आखिराकर राहत कार्य के लिए सेना से मदद मांगी. जिला कलेक्टर ने साधुवाली और लालगढ़ जाटान सेन्य अधिकारियो से बात की. इसके बाद सेना की कई टुकड़ियो ने पुरानी आबादी, ब्लॉक एरिया और गुरुनानक बस्ती से पंपों और मशीनों को लगाकर युद्ध स्तर पर पानी निकालने का काम शुरु किया. सेना के जवान पहले शहर के उन एरिया में राहत कार्य में जुटे हैं जहां जलभराव के कारण लोगों के घरों में पानी भरा हुआ है. सेना की ओर से मोर्चा संभालने के बाद अगर बारिश फिर से नहीं हुई तो शाम तक काफी हद तक स्थिति सामान्य हो जाएगी. वहीं बारिश से प्रभावित परिवारों को आसपास के स्कूलों में ठहराया जा रहा है.

गातार बारिश से घरों में घुसा पानी

जिला कलेक्टर रुकमणि रियार सिहाग ने बारिश से प्रभावित परिवारों के खाने-पीने की व्यवस्था के लिए अधिकारियों की टीम बनाकर प्रभावितों को राहत देने के निर्देश दिए हैं. बारिस का पानी भरने से लोगों में नगर परिषद के प्रति आक्रोश देखने को मिला है. पुरानी आबादी क्षेत्र से पार्षद अमित चलाना ने परिषद के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि समय रहते नालों की सफाई करवाई गई होती तो शहर इस कदर जलभराव और परेशानी नहीं होती. वहीं बारिके कारण कोडा चोक के पास एक दुकान भी धराशाई हो गई है.

पढ़ें- डोटासरा ने खोली खुद के जिले की पोल, वीडियो शेयर कर बताया, कैसे जलभराव की समस्या से जूझ रहे लोग

जिला प्रशासन सक्रिय- जिला कलेक्टर रुक्मणि रियार सिहाग ने बताया कि पानी निकासी के लिए आर्मी से 100 पंप मांगे हैं. आर्मी के साथ मिलकर नगर परिषद, नगर विकास न्यास, रेवेन्यू, एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीमें बनाई गईं हैं. इन टीमों को प्रभावित इलाकों में निकासी के लिए भेजा गया है. उन्होंने बताया कि पानी की निकासी के लिए जिला प्रशासन लगातार सक्रिय है. एडीएम प्रशासन डॉ. हरीतिमा ने बताया कि निकासी के बाद बरसाती पानी कहां डालना है, इसके लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों से बात की है.

लोगों से की अपील- इस बीच विधायक राजकुमार गौड़ और जिला प्रशासन ने आमजन से बरसात के मद्देनजर आवश्यक सावधानी बरतने की अपील की है. अपील में कहा गया है कि आमजन बिजली के खंभों से दूर रहें और धैर्य बनाये रखें. आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें.

army in Sri Ganganagar
आर्मी के जवान पहुंचे राहत कार्य के लिए

24 घंटों में 224 मिमी बरसात

जिले में 24 घंटों में आज 224 मिमी रिकॉर्ड बरसात दर्ज की गई है. इसके अलावा उदयपुर, सिरोही में भी 100 एमएम से ज्यादा बारिश हुई. लगातार बरसात के कारण कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति हो गई है. गंगानगर जिले में जुलाई के महीने में कभी इतनी बारिश नहीं हुई. मौसम केन्द्र से मिली रिपोर्ट के मुताबिक 18 जुलाई 1978 को गंगानगर में सर्वाधिक 108 एमएम बारिश हुई थी जो सबसे ज्यादा थी. आज ये रिकॉर्ड भी टूट गया.

गंगानगर के अलावा जैसलमेर, झालावाड़, प्रतापगढ़, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर, चित्तौड़गढ़ और अलवर में भी भारी बारिश हुई. इन जिलों में 3 से 5 इंच तक बरिश हुई. उदयपुर के खेरवाड़ा और सिरोही के पिंडवाड़ा में 100 एमएम से ज्यादा बरसात हुई. सिरोही में तेज बारिश के बाद वेस्ट बनास नदी में पानी का फ्लो देखने को मिला.

दो दिन में तेज बारिश का अलर्ट
मौसम केंद्र ने प्रदेश के आधे से अधिक हिस्से में आने वाले दो दिन में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है. इसमें जयपुर, नागौर, चूरू, टोंक, बूंदी, बीकानेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, अजमेर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, पाली, जैसलमेर, बाडमेर, जोधपुर, श्रीगंगानगर में मेघगर्जन और आकाशीय बिजली के साथ बारिश होने की संभावना है. साथ ही अजमेर, नागौर, टोंक, बीकानेर, चूरू, जैसलमेर, जिलों के लिए भी अलर्ट जारी किया गया. गुरुवार दोपहर में शुरू हुई तेज बारिश देर रात तक जारी रही. करीब 10 घंटे में यहां 260 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई.

श्रीगंगानगर. गंगानगर शहर में शुक्रवार सुबह हुई भारी बारिश के बाद पुरा शहर जलगमन (water logging in Sriganganagar) हो गया है. शहर के निचले इलाकों में पानी की निकासी नहीं होने से लोगों के घरों के अंदर पानी पहुंच चुका है. इसके साथ ही बारिश ने नगर परिषद प्रशासन की पोल खोलकर रख दी है. रुक-रुककर लगातार 3 दिन से हो रही बारिश के बाद हालात बदतर हो चुके हैं. शुक्रवार सुबह 6 बजे से लगातार 5 घंटे तक बारिश होने से शहर के सभी इलाकों में पानी भर गया है. ऐसे में अब राहत कार्य के लिए सेना ने मोर्चा संभाल लिया है और अधिक प्रभावित क्षेत्रों से पानी (Army in Sri Ganganagar) निकालने का कार्य शुरू कर दिया है. आज जिले में 224 मिमी की रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है. इससे पूर्व एक दिन में सर्वाधिक बारिश 107.7 mm 18 जुलाई 1978 को दर्ज हुई थी. इसके साथ ही मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे भारी बारिश के आसार जताए गए हैं.

बारिश का कहर इस कदर है कि शहर के पॉश एरिया में भी चार से पांच फीट तक पानी भरा हुआ है. नगर परिषद की ड्रेनेज व्यवस्था सही नहीं होने एवं नालों की सफाई नहीं करवाने से गंदे पानी की निकासी नहीं हो रही है. शहर के पुरानी आबादी वाले क्षेत्र में पानी भरने से लोगों के मकान गिरने की जानकारी मिली है. पुरानी आबादी एरिया में घरों में पानी जाने से लोगों को भारी नुकसान होने की संभावना है.

जलभराव से निपटने के लिए श्रीगंगानगर जिला प्रशासन ने बुलाई आर्मी

पढ़ें. Monsoon in Banswara : बारिश की अच्छी शुरुआत, पानी निकासी के लिए खोले गए बांधों के गेट

पुरानी आबादी वाला क्षेत्र अधिक प्रभावित
नगर परिषद की टीम जलभराव वाले स्थानों से पानी निकालने की कवायद में लगी हुई है लेकिन संसाधनों की कमी से परिषद टीम को काफी परेशानी हो रही है. हालांकि परिषद टीम ने ब्लॉक एरिया क्षेत्र का पानी आसपास के पार्कों एवं रामलीला मेदान में डालकर लोगों के घरों में घुसे पानी को कम करने का प्रयास किया.

पानी निकालने के लिए आखिर सेना ने संभाला मोर्चा
पुरानी आबादी क्षेत्र एवं ब्लॉक एरिया में पानी अधिक भरने से जिला कलेक्टर रुकमणि रियार सिहाग ने आखिराकर राहत कार्य के लिए सेना से मदद मांगी. जिला कलेक्टर ने साधुवाली और लालगढ़ जाटान सेन्य अधिकारियो से बात की. इसके बाद सेना की कई टुकड़ियो ने पुरानी आबादी, ब्लॉक एरिया और गुरुनानक बस्ती से पंपों और मशीनों को लगाकर युद्ध स्तर पर पानी निकालने का काम शुरु किया. सेना के जवान पहले शहर के उन एरिया में राहत कार्य में जुटे हैं जहां जलभराव के कारण लोगों के घरों में पानी भरा हुआ है. सेना की ओर से मोर्चा संभालने के बाद अगर बारिश फिर से नहीं हुई तो शाम तक काफी हद तक स्थिति सामान्य हो जाएगी. वहीं बारिश से प्रभावित परिवारों को आसपास के स्कूलों में ठहराया जा रहा है.

गातार बारिश से घरों में घुसा पानी

जिला कलेक्टर रुकमणि रियार सिहाग ने बारिश से प्रभावित परिवारों के खाने-पीने की व्यवस्था के लिए अधिकारियों की टीम बनाकर प्रभावितों को राहत देने के निर्देश दिए हैं. बारिस का पानी भरने से लोगों में नगर परिषद के प्रति आक्रोश देखने को मिला है. पुरानी आबादी क्षेत्र से पार्षद अमित चलाना ने परिषद के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि समय रहते नालों की सफाई करवाई गई होती तो शहर इस कदर जलभराव और परेशानी नहीं होती. वहीं बारिके कारण कोडा चोक के पास एक दुकान भी धराशाई हो गई है.

पढ़ें- डोटासरा ने खोली खुद के जिले की पोल, वीडियो शेयर कर बताया, कैसे जलभराव की समस्या से जूझ रहे लोग

जिला प्रशासन सक्रिय- जिला कलेक्टर रुक्मणि रियार सिहाग ने बताया कि पानी निकासी के लिए आर्मी से 100 पंप मांगे हैं. आर्मी के साथ मिलकर नगर परिषद, नगर विकास न्यास, रेवेन्यू, एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीमें बनाई गईं हैं. इन टीमों को प्रभावित इलाकों में निकासी के लिए भेजा गया है. उन्होंने बताया कि पानी की निकासी के लिए जिला प्रशासन लगातार सक्रिय है. एडीएम प्रशासन डॉ. हरीतिमा ने बताया कि निकासी के बाद बरसाती पानी कहां डालना है, इसके लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों से बात की है.

लोगों से की अपील- इस बीच विधायक राजकुमार गौड़ और जिला प्रशासन ने आमजन से बरसात के मद्देनजर आवश्यक सावधानी बरतने की अपील की है. अपील में कहा गया है कि आमजन बिजली के खंभों से दूर रहें और धैर्य बनाये रखें. आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें.

army in Sri Ganganagar
आर्मी के जवान पहुंचे राहत कार्य के लिए

24 घंटों में 224 मिमी बरसात

जिले में 24 घंटों में आज 224 मिमी रिकॉर्ड बरसात दर्ज की गई है. इसके अलावा उदयपुर, सिरोही में भी 100 एमएम से ज्यादा बारिश हुई. लगातार बरसात के कारण कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति हो गई है. गंगानगर जिले में जुलाई के महीने में कभी इतनी बारिश नहीं हुई. मौसम केन्द्र से मिली रिपोर्ट के मुताबिक 18 जुलाई 1978 को गंगानगर में सर्वाधिक 108 एमएम बारिश हुई थी जो सबसे ज्यादा थी. आज ये रिकॉर्ड भी टूट गया.

गंगानगर के अलावा जैसलमेर, झालावाड़, प्रतापगढ़, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर, चित्तौड़गढ़ और अलवर में भी भारी बारिश हुई. इन जिलों में 3 से 5 इंच तक बरिश हुई. उदयपुर के खेरवाड़ा और सिरोही के पिंडवाड़ा में 100 एमएम से ज्यादा बरसात हुई. सिरोही में तेज बारिश के बाद वेस्ट बनास नदी में पानी का फ्लो देखने को मिला.

दो दिन में तेज बारिश का अलर्ट
मौसम केंद्र ने प्रदेश के आधे से अधिक हिस्से में आने वाले दो दिन में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है. इसमें जयपुर, नागौर, चूरू, टोंक, बूंदी, बीकानेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, अजमेर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, पाली, जैसलमेर, बाडमेर, जोधपुर, श्रीगंगानगर में मेघगर्जन और आकाशीय बिजली के साथ बारिश होने की संभावना है. साथ ही अजमेर, नागौर, टोंक, बीकानेर, चूरू, जैसलमेर, जिलों के लिए भी अलर्ट जारी किया गया. गुरुवार दोपहर में शुरू हुई तेज बारिश देर रात तक जारी रही. करीब 10 घंटे में यहां 260 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई.

Last Updated : Jul 15, 2022, 11:02 PM IST
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