श्रीगंगानगर. राजस्थान के श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर एक आरएएस अधिकारी और पंचायत समिति विकास अधिकारी में जमकर कहासुनी हुई. पंचायत समिति के विकास अधिकारी आरएएस अधिकारी के पास पंचायत समिति का आवास खाली करवाने गए थे, लेकिन आरएएस अधिकारी ने आवास खाली नहीं किया. इस दौरान देर तक दोनों में कहासुनी होती रही और आखिरकार विकास अधिकारी कल यानी बुधवार को कार्रवाई करने का कह वापिस लौट आए.
मामला जिला मुख्यालय का है, जहां आरएएस अधिकारी अशोक मीणा पिछले एक साल से पंचायत समिति के अधीन आने वाले विकास अधिकारी के लिए बनाए गए आवास में निवास कर रहे हैं. विकास अधिकारी भोम सिंह ने बताया कि पंचायत समिति से उन्हें यह आवास खाली करने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन वे खाली नहीं कर रहे हैं. बाकायदा इसके लिए नोटिस भी दिए गए हैं. इसलिए उन्हें आज यहां बेदखल करने के लिए पंचायत समिति के अधिकारी पहुंचे थे.
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विकास अधिकारी और आरएएस अशोक मीणा के बीच इसी बात को लेकर काफी देर तक कहासुनी होती रही. आरएएस अशोक मीणा ने कहा कि उनकी जिला कलेक्टर से बात हो गई है, इसलिए वे कुछ दिनों बाद इस आवास को खाली करेंगे. उधर विकास अधिकारी का कहना था कि उन्हें जिला कलेक्टर से इस तरह के कोई आदेश प्रात नहीं हुए हैं. इस दौरान आरएएस अशोक मीणा ने कहा कि विकास अधिकारी जो कार्रवाई चाहें कर सकते हैं. काफी देर तक कहासुनी होने के बाद विकास अधिकारी ने कहा कि शाम का समय होने के कारण यह कार्रवाई स्थगित की जा रही है, लेकिन कल सुबह एक बार फिर से वे लवाजमा लेकर आएंगे और आवास को खाली करवाया जाएगा.
उधर आरएएस अशोक मीणा ने कहा कि वे पहले जिला परिषद सीईओ थे और उस समय पंचायत समिति से बात करने के बाद ही यहां रहना शुरू किया था. अशोक मीणा ने नए सीईओ मोहम्मद जुनैद पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके लिए आवास खाली नहीं किया गया तो इस बात को लेकर आवास खाली करवाने कि लिए षड्यंत्र रचा जा रहा था. मीणा ने कहा कि वे 30 तारिख तक आवास खाली कर देंगे, लेकिन आज एक दम से आवास खाली करना संभव नहीं है.