प्रतापगढ़. जिला प्रशासन ने दबंग व्यक्ति की ओर से सार्वजनिक कुएं पर किए गए कब्जे के बरसों पुराने विवाद को सुलझा लिया. विवाद सुलझाने के लिए प्रतापगढ़ तहसीलदार को मौके पर भेजा गया था. उन्होंने समझाइश कर मामले का समाधान किया.
मामला गादोला ग्राम पंचायत का है. यहां के सार्वजनिक कुएं पर एक दबंग व्यक्ति ने कब्जा कर रखा था. उसने ग्रामीणों पर पानी के उपयोग को लेकर पाबंदी लगा रखी थी.
इस पर ग्रामीण शिकायत लेकर जिला कलक्टर रेणु जयपाल के पास पहुंचे तो उन्होंने तहसीलदार सुंदरलाल कटारा को मौके पर भेजा. तहसीलदार ने सार्वजनिक कुएं के पानी के दुरूपयोग करने और ग्रामीणजनों को पेयजल नहीं लेने देने को गंभीर माना और वर्षों से चले आ रहे इस समस्या को ग्रामीणजनों और दबंग व्यक्ति से बात कर विवाद को सुलझा लिया.
गौरतलब है कि कुएं का निर्माण पेयजल योजना के अंतर्गत हुआ था. इस पर गांव के सत्यनारायण पाटीदार ने कब्जा कर रखा था. पाटीदार कुएं के पानी का उपयोग निजी तौर पर कर रहा था. समझाइश के दौरान गादोला भू अभिलेख निरीक्षक रविंद्र भारद्वाज, सरपंच प्रतिनिधि खेमाराम, सचिव सुरेश मीणा और ग्रामीण उपस्थित रहे.
सुहागपुरा क्षेत्र का दौरा
प्रतापगढ़ जिला प्रमुख इंद्रादेव मीणा ने बुधवार को सुहागपुरा क्षेत्र का दौरा किया. यहां ग्राम पंचायत कचोटिया में भंवर सेमला बांध से निकलने वाली नहरों का औचक निरीक्षण किया. जहां कार्य की गुणवत्ता में खामियां पाई गई. इस पर तुरंत अधिकारियों को मौके पर बुलाकर घटिया निर्माण कार्य को तुड़वाया. साथ ही गुणवत्ता के साथ जल्द कार्य शुरू करने के सख्त निर्देश दिए. गौरतलब है कि हाल ही में पंचायत समिति अरनोद में अधिकारियों को भ्रष्टाचार पर चेताया था.
पोस्ट कोविड समस्याओं से जूझ रहे रिकवर मरीज
प्रतापगढ़ जिले में अब कई लोग कोरोना से रिकवर होने के बाद पोस्ट कोविड प्रॉब्लम्स से जूझ रहे हैं. तनाव, अनिद्रा, थकान और गले में खराश जैसी कई परेशानियां उन्हें घेर रही हैं. सरकार ने आयुर्वेद विभाग की ओर से प्रत्येक जिले में पोस्ट कोविड आयुष सेंटर खोले हैं. सेंटर कोरोना से संक्रमित होकर निगेटिव हो चुके रोगियों के लिए मददगार साबित हो रहे हैं. प्रतापगढ़ में किला परिसर में राजकीय जिला आयुर्वेद चिकित्सालय में पोस्ट कोविड सेंटर खोला गया है. जहां प्रतिदिन 4 से 6 पोस्ट कोविड रोगी उपचार व परामर्श ले रहे हैं.