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प्रदेश के सबसे लंबे ब्रिज का शिलान्यास: चंबल नदी पर बनेगा 1880 मीटर लंबा पुल

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 30, 2023, 9:56 PM IST

कोटा के चंबल नदी पर प्रदेश का सबसे लंबा ब्रिज बनेगा. इसका शिलान्यास शनिवार को पीपल्दा विधायक रामनारायण मीणा ने किया.

longest bridge foundation stone laid in Kota
प्रदेश के सबसे लंबे ब्रिज का शिलान्यास

कोटा. प्रदेश का सबसे लंबा ब्रिज का शिलान्यास शनिवार को कोटा जिले में पीपल्दा का विधायक रामनारायण मीणा ने किया. यह ब्रिज चंबल नदी पर झरेल के बालाजी के कैथूदा में नजदीक बनेगा. शिलान्यास समारोह में पीपल्दा के एमएलए रामनारायण मीणा का कहना है कि लाखों की आबादी को इसका फायदा मिलेगा. बारिश के समय में 4 महीने या रास्ता बंद रहता है. ऐसे में ब्रिज निर्माण के बाद चंबल नदी को पार कर लोग कोटा जिले से सवाईमाधोपुर जा सकेंगे.

सार्वजनिक निर्माण विभाग के इटावा के अधिशासी अभियंता मुकेश मीणा ने बताया कि इस ब्रिज का निर्माण का कॉन्ट्रैक्ट ज्योति बिल्डर एन्ड आरके जैन (जेबी) को करना है, जिसे तय समय से करवाया जाएगा, ताकि लोगों को बारिश के समय रास्ता बंद रहने की स्थाई समस्या से निजात मिले. कार्यक्रम में अध्यक्षता सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता राजेश कुमार सोनी ने की. आपको बता दें कि वर्तमान में प्रदेश का सबसे लंबा ब्रिज भी कोटा जिले में चंबल नदी पर ही बना हुआ है. यह 1562 मीटर लंबा ब्रिज कोटा जिले के गैंता व बूंदी जिले के माखीदा के बीच है.

पढ़ें: Special : चंबल नदी पर 111 करोड़ से बनेगा राजस्थान का सबसे लंबा ब्रिज, इन जिलों के लाखों लोगों को होगा फायदा

लाखों लोगों को होगा फायदा: ब्रिज का सबसे ज्यादा फायदा बारां जिले के लोगों को मिलेगा. वह सीधे सवाईमाधोपुर से जुड़ जाएंगे. बारां के लोगों का कोटा होकर सवाईमाधोपुर जाना 200 किलोमीटर पड़ता है. यह पुलिया शुरू हो जाने के बाद 135 किलोमीटर की दूरी उन्हें तय करनी होगी. इसके साथ ही बारिश के 4 महीने में ज्यादातर लोग एमपी के श्योपुर होकर ही सवाईमाधोपुर जाते थे. इससे भी उन्हें निजात मिलेगी. खातोली से वर्तमान में कोटा आना करीब 100 किलोमीटर पड़ता है. ऐसे में इस ब्रिज का निर्माण हो जाने के चलते छोटे-मोटे काम के लिए सवाईमाधोपुर जाना ज्यादा पसंद करेंगे. यह दूरी महज 60 किमी है. ऐसे में इस इलाके के हजारों सवाईमाधोपुर जाना पसंद करेंगे.

पढ़ें: CM की बजट घोषणा Environment Clearance में अटकी, घड़ियाल सेंचुरी होने से उलझा चंबल नदी पर बनने वाला प्रदेश का सबसे लंबा ब्रिज

ब्रिज से जुड़े फैक्ट्स:

  1. साल 2021 के बजट में राज्य सरकार ने की थी ब्रिज निर्माण की घोषणा
  2. साल 2021 में डीपीआर के लिए स्वीकृत किए थे 30 लाख रुपए
  3. साल 2022 में बनकर तैयार हुई है ब्रिज की डीपीआर
  4. डीपीआर के अनुसार 165.86 करोड़ रुपए से होना है ब्रिज का निर्माण
  5. चंबल घड़ियाल सेंचुरी का एरिया आने के चलते ब्रिज निर्माण के पहले ली एनवायरमेंटल क्लीयरेंस
  6. सार्वजनिक निर्माण विभाग को दिसम्बर 2022 में मिली अनुमति
  7. इसके बाद ब्रिज निर्माण के लिए किए गए टेंडर
  8. 111.50 करोड़ रुपए में ज्योति बिल्डर एन्ड आरके जैन (जेबी) को मिला कार्यदेश

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इस तरह का बनेगा ब्रिज-

  1. 1880 मीटर होगी होगी ब्रिज की लंबाई
  2. सवाईमाधोपुर की तरफ एप्रोच 450 मीटर होगी
  3. कोटा जिले में एप्रोच 250 मीटर होगी
  4. निर्माण के लिए खड़े किए जाएंगे 48 पिलर (2 एबेटमेंट)
  5. इनमें 36 पिलर पाइल, 7 वेल व 5 ओपन फाउंडेशन के होंगे
  6. ब्रिज में 47 स्पान होंगे, प्रत्येक स्पान होगा 40 मीटर
  7. ब्रिज की अधिकतम ऊंचाई भी होगी 35 मीटर
  8. इसकी चौड़ाई 12 मीटर रखी जाएगी
  9. 7.5 मीटर का रास्ता कैरिज वे होगा
  10. 3 मीटर में दोनों तरफ बनेगा फुटपाथ
  11. 1.5 मीटर में ब्रिज के दोनों तरफ बनेगा क्रश बैरियर
  12. पुलिया के बीच में नहीं बनाया जाएगा डिवाइडर
  13. ब्रिज निर्माण के साथ ही वन विभाग की चौकी भी है प्रस्ताव
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