कोटा. अब तक पुलिस ऑफिसर को पुलिस की वर्दी में सख्त और सीमित दायरे में कार्य करते हुए देखा गया है. लेकिन कोटा में एक आईपीएस अफसर की ऐसी तस्वीर सामने आई है, जो बताती है कि अनुशासित वर्दी के पीछे भी एक आम इंसान छुपा हुआ है जो गरीबों और लाचारों की सेवा करने की सात्विक सोच रखता है.
कोटा आरएसी बटालियन कमांडेंट राहुल कोटकी अक्सर समाज सेवा में आगे रहते हैं. जब भी उन्हें काम से फुर्सत मिलती है, वो गरीबों, कमजोरों और लाचारों की सेवा के लिए निकल पड़ते है. इस बार वो स्टेशन इलाके के राम मंदिर के पास नजर आए. यहां उन्होंने अपने जवानों और अपने साथियों से शार्ट नॉटिस पर ऐसे कपड़े एकत्र करवाए जिन्हें जवान और उनके परिवार के लोग नहीं पहन रहे.
यह भी पढ़ें : प्रदेश के खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में 2 फीसदी आरक्षण संबंधी नियम हुआ लागू
उनेहोनें जवान और उनके परिवार के इस्तेमाल में ना आने वाले सभी कपड़ों को इकट्ठा करवाया और अपनी टीम के साथ राम मंदिर पहुंचे. वहां मंदिर के बाहर बड़ी संख्या में मौजूद निर्धन, भिखारियों, कमजोर बच्चों और वृद्धों के बीच कपड़ों और चादरों का वितरण किया गया. कई बच्चे ठंड में भी निर्वस्त्र थे, जिन्हें जब आईपीएस राहुल कोटकी ने कपड़े बांटे तो उनके चेहरे खिलखिला उठे. इसके बाद आईपीएस राहुल कोटकी मदर टेरेसा होम पहुंचे. जहां पर फिर उन्होंने लाचारों को अपने हाथों से भोजन परोसा. इस दौरान डिप्टी कमांडेंट पवन जैन और कई सारे जवान उनके साथ मौजूद रहे.