कोटा. कोरोना वायरस और लॉकडाउन से प्रभावित हुए टेंट, हलवाई, फास्ट फूड चार्ट, साउंड, मावा व्यापार, शादी ईवेंट, फोटोग्राफी, मैरिज गार्डन, लाइट डेकोरेटर्स और फ्लावर डेकोरेशन व्यापारियों और व्यवसायियों से गठित की गई कोटा व्यापार संघर्ष समिति ने सरकार के खिलाफ आक्रोश रैली निकाली. व्यापार संघर्ष समिति ने केंद्र और राज्य सरकार से शादी समारोह इवेंट्स में 500 से 1500 मेहमानों के शामिल होने की अनुमति देने की मांग की है. संघर्ष समिति के द्वारा कोटा टीलेश्वर महादेव मंदिर से लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आवास तक आक्रोश रैली निकाली गई. लोकसभा अध्यक्ष के कोटा नहीं होने पर उनके प्रतिनिधि को अपनी मांगें मनवाने के लिए ज्ञापन सौंपा है.
व्यापारियों ने कहा है कि अगर उनकी मांग पर सरकार के द्वारा ध्यान नहीं दिया गया है तो आने वाले दिनों में वो कोटा शहर के जनप्रतिनिधियों और लोकसभा अध्यक्ष और यूडीएच मंत्री के आवास के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे. रैली में शामिल लोगों ने कहा कि व्यापार के प्रभावित होने से शादी समारोह इवेंट से जुड़े व्यापारी और व्यवसायियों को करीब 100 करोड़ रुपए का नुकसान अब तक हो चुका है.
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संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि पिछले 6 माह से व्यापार पूर्णता बंद पड़ा हुआ है. लगभग ढाई लाख से तीन लाख लोग बेरोजगार होकर बैठे हुए हैं. व्यापार के चौपट होने से दुकानों का किराया बिजली का बिल और कर्मचारियों का भुगतान करना मुश्किल हो रहा है. यहां तक कि व्यापारियों को भी अपना घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है. सरकार पर व्यापारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि कई व्यापारिक वर्गों को सरकार ने कई तरह की छूट देकर उनका व्यापार संचालित करवाया है. ऐसे में शादी समारोह इवेंट से जुड़े व्यापारियों को भी सरकार व्यापार व्यवसाय करने में राहत दे.