झुंझुनू. जिले के सरकारी जनाना अस्पताल में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है. इसके चलते पार्क में ही प्रसव हो गया. और हंगामे के बाद हॉस्पिटल में भर्ती किया गया. इस दौरान केवल महिला का पति ही उसके साथ था. देश में भले ही हजारों दावों किए जाते हो, लेकिन आज भी प्रसव के समय महिलाओं के ऐसी स्थिति हो जाती है कि उन्हें पूरी चिकित्सा भी उपलब्ध नहीं होती है.
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बताया जा रहा है कि कोटा के सांगोद निवासी भरत नारनौल में कबाड़ी का काम करता है. वह अपनी पत्नी सीता और अन्य परिजनों के साथ रामदेवरा जा रहा था. रास्ते में झुंझुनू से आगे 7 किलोमीटर दूर सीता का प्रसव में पीड़ा शुरू हो गई. ऐसे में परिजन उसे झुंझुनू के जनाना हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. जहां ड्यूटी चिकित्सकों ने उसे बाहर जांच के लिए भेज दिया. इस दौरान पार्क में सीता बैठ गई. जिसके बाद पार्क में प्रसव हो गया. ऐसे में उसके पति भरत ने ही डिलीवरी करवाई.
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वहीं, पार्क में प्रसव होता देख भीड़ एकत्रित हो गई. जिसके बाद लोग हंगामा करने लगे. इसी दौरान किसी ने जिला कलेक्टर को सूचना दी. जिन्होंने जिला चिकित्सालय प्रभारी को फोन किया. इसके बाद उसे पार्क से लाकर चिकित्सालय में भर्ती किया गया. इस बारे में डिप्टी पीएमओ शुभकरण कालेर ने बताया कि महिला को भर्ती कर लिया गया था. पीड़िता के पास जांच की कोई पर्ची नहीं मिली है. ऐसे में जांच करवाने के बाद ही पता लग सकता है कि कहां लापरवाही हुई है. यदि लापरवाही पाई गई, तो निश्चित ही कार्रवाई होगी.