जयपुर. प्रदेश में अब भी सर्दी का सितम जारी है. कड़ाके की ठंड ने ठिठुरन बढ़ा दी है तो लोग सर्द हवाओं से बचने को घरों की चार दीवारियों में दुबके बैठे हैं. इसी बीच आज से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है. जिसके प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक प्रेरित परिसंचरण तंत्र बनने की संभावना है. जिसके असर से शनिवार दोपहर बाद से ही कुछ भागों में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने के आसार हैं. इसके अलावा 29 जनवरी को दक्षिण-पश्चिम राजस्थान को छोड़कर अधिकांश स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है तो कहीं-कहीं पर ओलावृष्टि की भी संभावना है.
मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को उदयपुर, जयपुर, अजमेर, कोटा, जोधपुर, बीकानेर संभाग में कहीं-कहीं पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है. मौसम विभाग ने करीब 24 जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है. अजमेर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, टोंक और पाली में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. यहां पर ओलावृष्टि, मेघ गर्जन के साथ बारिश और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है. वहीं, बांसवाड़ा, बारां, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनू, कोटा, प्रतापगढ़, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही, उदयपुर, बाड़मेर, चूरु, जालौर, जोधपुर और नागौर में येलो अलर्ट जारी किया गया है. इन जिलों में मेघ गर्जन के साथ बारिश होने के साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है.
इसे भी पढ़ें - Cold Wave Continues : माउंट आबू में बर्फीली हवाओं ने बढ़ाई ठिठुरन, पारा -3°C पहुंचा
न्यूनतम तापमान: प्रदेश में न्यूनतम तापमान की बात की जाए तो अजमेर में 8.4 डिग्री सेल्सियस, भीलवाड़ा में 2.4 डिग्री सेल्सियस, वनस्थली में 3.7 डिग्री सेल्सियस, अलवर में 5.4 डिग्री सेल्सियस, जयपुर में 5.9 डिग्री सेल्सियस, पिलानी में 3.2 डिग्री सेल्सियस, सीकर में 5 डिग्री सेल्सियस, कोटा में 5.9 डिग्री सेल्सियस, बूंदी में 6 डिग्री सेल्सियस, चित्तौड़गढ़ में 5.8 डिग्री सेल्सियस, डबोक में 6.1 डिग्री सेल्सियस, बाड़मेर में 8.1 डिग्री सेल्सियस, पाली में 8.4 डिग्री सेल्सियस, जैसलमेर में 7.5 डिग्री सेल्सियस, जोधपुर में 7.6 डिग्री सेल्सियस, फलौदी में 4 डिग्री सेल्सियस,
बीकानेर में 3.1 डिग्री सेल्सियस, चूरू में -1.1 डिग्री सेल्सियस, श्रीगंगानगर में 5.1 डिग्री सेल्सियस, धौलपुर में 5 डिग्री सेल्सियस, नागौर में 6 डिग्री सेल्सियस, टोंक में 9.7 डिग्री सेल्सियस, बारां में 3.7 डिग्री सेल्सियस, डूंगरपुर में 14 डिग्री सेल्सियस, हनुमानगढ़ में 2.8 डिग्री सेल्सियस, जालौर में 6.6 डिग्री सेल्सियस, सिरोही में 3 डिग्री सेल्सियस, सवाई माधोपुर में 7 डिग्री सेल्सियस, फतेहपुर में -1.5 डिग्री सेल्सियस, करौली में 1 डिग्री सेल्सियस, बांसवाड़ा में 6 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है.
जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश के कुछ भागों में आज से बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है. 29 जनवरी को अधिकांश भागों में इस तंत्र का असर रहने की प्रबल संभावना है. साथ ही 30 जनवरी को केवल उत्तर और उत्तर पूर्वी भागों में बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है.
उदयपुर में अचानक बदला मौसम, रात को हुई झमाझम बारिश
झीलों की नगरी उदयपुर में शनिवार शाम को मौसम में अचानक परिवर्तन का दौर देखने को मिला. तेज ठंडी हवाओं के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई. उदयपुर शहर सहित ग्रामीण अंचल में अचानक हुई बारिश से सर्द हवा चलने लगी. बेमौसम बारिश होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. बारिश से शहर की कई सड़कों पर पानी भर गया. बारिश के कारण सर्दी के तेवर तीखे नजर आए. ऐसे में सर्दी की वजह से लोगों की कंपकंपी छूटने लगी. बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट हुई है.
चित्तौड़गढ़ में रात में बारिश से बढ़ी ठंड
शहर सहित जिलेभर में मौसमी उठापटक के बीच तापमान में उतार-चढ़ाव का दौर बना हुआ है. हालांकि कोहरे से मामूली निजात मिली वहीं दिनभर सर्द हवाओं के बाद रात करीब 8:00 बजे बूंदाबांदी शुरू हो गई जो देखते ही देखते ही तेज बारिश में तब्दील हो गई. बारिश के कारण सड़कों पर सन्नाटा पसर गया. शहर में लगातार पिछले 1 सप्ताह से मौसम हर रोज करवट बदल रहा है. पिछले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में 1 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई वहीं अधिकतम तापमान में 0.6 डिग्री की बढ़ोतरी हुई लेकिन बर्फीली हवाओं के कारण गलन बढ़ गई. देर शाम घने बादल छा गए और रात करीब 8:00 बजे बूंदाबांदी शुरू हो गई.
इस कारण सर्दी का असर और भी बढ़ गया. मौसम विभाग की ओर से कल ही 28 जनवरी के लिए जारी येलो अलर्ट को ऑरेंज में बदल दिया गया था. विभाग ने शनिवार को तेज आंधी के अलावा बर्फीली हवाएं चलने के साथ बारिश की संभावना जताई थी. इस बीच कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक दिनेश जागा ने बताया कि पछेती फसलों के लिए मावठ अमृत जैसी है लेकिन जिन किसानों की फसलें पक चुकी हैं उनके लिए हानिकारक हो सकता है. इससे फल की क्वालिटी में गिरावट संभव है.