जयपुर. राजधानी जयपुर में रामप्रसाद मीणा सुसाइड मामले में अब नगर निगम हेरिटेज के दो अफसरों पर गाज गिरी है. डीएलबी ने हवामहल -आमेर जोन उपायुक्त दिलीप शर्मा के एपीओ आदेश जारी किया है. वहीं, गृह विभाग ने विजिलेंस उपायुक्त नीलकमल मीणा के एपीओ (पदस्थापना आदेश की प्रतीक्षा) आदेश जारी किए है. इस मामले में विजिलेंस सीआई नीरज तिवाड़ी को पहले ही निलंबित किया जा चुका है. राम प्रसाद मीणा की मकान के पास अवैध होटल को लेकर नगर निगम के अफसरों की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे थे.
दरअसल, सुभाष चौक थाना इलाके में चांदी की टकसाल पर बीते 17 अप्रैल को रामप्रसाद मीणा ने सुसाइड कर लिया था. मीणा के मकान के काम को नगर निगम प्रशासन की ओर से रोक दिया गया था. इससे आहत होकर रामप्रसाद ने सुसाइड कर लिया था. जबकि रामप्रसाद मीणा के मकान के पास मंदिर बाउंड्री में तीन मंजिला अवैध होटल खड़ी हो रही थी. लेकिन निगम के अफसरों ने रामप्रसाद मीणा के मकान को नहीं बनने दिया. साथ ही वहां रातोंरात नगर निगम का गार्ड बैठा दिया गया.
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वहीं, रामप्रसाद मीणा ने मरने से पहले एक वीडियो भी बनाया था, जिसमें उसने मंत्री महेश जोशी समेत करीब 8 लोगों पर आरोप लगाए थे. मीणा के सुसाइड करने के बाद एकाएक मामले ने तूल पकड़ लिया. राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा परिजनों के साथ 6 दिन तक धरने पर बैठे रहे. उधर, छह दिन बाद परिजनों की मांगों पर सहमति बनने के बाद धरना समाप्त हुआ और रामप्रसाद के शव का अंतिम संस्कार किया गया.
अवैध होटल को लेकर नगर निगम के अफसरों की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे थे, जिसके बाद दोनों उपायुक्तों को एपीओ कर दिया गया है. नगर निगम हेरिटेज के हवामहल आमेर जोन उपायुक्त दिलीप शर्मा और विजिलेंस उपायुक्त आरपीएस अधिकारी नीलकमल मीणा को एपीओ किया गया है. वहीं, सीआई नीरज मीणा को पहले निलंबित किया जा चुका है.