21 नवंबर को जयपुर में पीएम मोदी का रोड शो, इन सीटों पर है पार्टी का फोकस

21 नवंबर को जयपुर में पीएम मोदी का रोड शो, इन सीटों पर है पार्टी का फोकस
राजस्थान विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए सियासी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी रण में 21 नवंबर को जयपुर में एंट्री करेंगे. पीएम मोदी इस दौरान करीब 5 किलोमीटर का रोड शो भी करेंगे.
जयपुर. राजस्थान के सियासी घमासान के आखिरी दौर में सियासी दलों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है. सभी पार्टियों के दिग्गज चुनावी सभाओं में दहाड़ मार रहे हैं. राजस्थान के चुनावी संग्राम में आरोपों की बौछार हो रही है तो अपनी योजनाओं को आसमान पर दिखाकर लोगों को लुभाने का प्रयास भी लगातार जारी है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 नवंबर को जयपुर में सियासी हुंकार भरेंगे.
पीएम मोदी करेंगे रोड शो: पीएम इस दौरान करीब 5 किलोमीटर का रोड शो भी करेंगे. देव दर्शन करते हुए रोड शो परकोटे के प्रमुख बाजारों से गुजरेगा. इस रूट को चुनने का एक कारण अल्पसंख्यक बाहुल्य वाली आदर्श नगर, किशनपोल और हवा महल विधानसभा सीटों को साधना है. छोटी काशी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो को बीजेपी के नजरिए से अहम माना जा रहा है. करीब 5 किलोमीटर के रोड शो की शुरुआत पीएम मोदी जयपुर के आराध्य गोविंद देवजी मंदिर में दर्शन के बाद करेंगे. यहां जलेब चौक से हवा महल होते हुए बड़ी चौपड़, जौहरी बाजार, बाबू बाजार, नेहरू बाजार, अजमेरी गेट, किशनपोल बाजार, छोटी चौपड़ से गुजरते हुए चांदपोल हनुमान मंदिर पहुंचेंगे.
मोदी के इस रोड शो के दौरान जयपुर के कई प्रमुख मंदिर भी आएंगे. जिसमें बड़ी चौपड़ पर ध्वजाधीश मंदिर, सांगानेरी गेट पर हनुमान मंदिर, चांदपोल बाजार में प्राचीन रामचंद्रजी का मंदिर और हनुमान मंदिर भी आएगा. प्रधानमंत्री एयरपोर्ट से सीधे मोती डूंगरी मंदिर में पहुंचेंगे. बीजेपी की ये कोशिश रहेगी कि मोदी के देव दर्शन करते हुए आदर्श नगर, हवा महल और किशनपोल विधानसभा सीटों पर भी इस रोड शो का असर दिखे.
बहुसंख्यक वोट पर नजर: बता दें कि आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र में कुल 2 लाख 68 हजार 380 वोटर हैं. इनमें से करीब 96 हजार अल्पसंख्यक वोटर हैं. इसी तरह हवा महल में कुल 2 लाख 54 हजार 373 वोटर हैं. इनमें से करीब 95 हजार वोटर अल्पसंख्यक समुदाय के हैं, जबकि किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में 1 लाख 92 हजार 641 वोटर हैं, इनमें से लगभग 81 हजार अल्पसंख्यक मतदाता हैं. वहीं राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो मोदी के रोड शो का जो रूट चुना गया है, उसमें वो सभी स्थान भी आएंगे, जहां 2008 में सीरियल बम ब्लास्ट हुए थे और चूंकि जांच अधिकारियों की लापरवाही की वजह से जयपुर के गुनहगारों को 15 साल बाद भी सजा नहीं मिल पाई. ऐसे में प्रधानमंत्री इन इलाकों में अपने संबोधन के दौरान कांग्रेस सरकार को कटघरे में खड़ा भी कर सकते हैं.
