जयपुर. अपने विभाग को बदनाम बता चुके यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा सोमवार को सचिवालय पहुंचे और पदभार ग्रहण किया. झाबर सिंह खर्रा ने संतों का आशीर्वाद लेकर अपनी कुर्सी पर बैठे. पदभार ग्रहण के दौरान बड़ी संख्या में खर्रा के समर्थक मंत्री का अभिवादन करने पहुंचे. इस दौरान यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने अपनी प्राथमिकताएं बताते हुए कहा कि उनकी एक ही प्राथमिकता है कि विभाग की हर योजना का क्रियान्वयन पारदर्शी तरीके से हो.
एक्शन में झाबर सिंह खर्रा : यूडीएच मंत्री ने मंगलवार को दिसंबर 2023 तक की प्रोग्रेस रिपोर्ट के साथ अधिकारियों से बैठक करने की बात कहते हुए चेताया कि अधिकारियों से मिलने वाली प्रोग्रेस रिपोर्ट का 2 दिन अध्ययन करेंगे और उनके पास आई सूचनाओं से मिलान करेंगे. उसके दो दिन बाद दोबारा बैठक कर उनकी सूचना और अधिकारियों से मिली प्रोग्रेस रिपोर्ट में यदि अंतर होगा, तो उस पर स्पष्टीकरण मांग कर आगे की कार्रवाई करेंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि कई जगह से शिकायत आ रही है कि 6 महीने से सड़कें खुदी पड़ी हैं, जबकि नियम है कि 15 दिन से ज्यादा कोई सड़क खुदी नहीं रहनी चाहिए.
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अयोध्या में रामलला विराजमान होने को लेकर खर्रा ने कहा कि भारतीय सभ्यता, संस्कृति और विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में किसान-मजदूर वर्ग में एक ही बात चलती है कि जिस व्यक्ति में राम है, उसमें इंसानियत है और जिस व्यक्ति से राम निकल गया, उसमें से इंसानियत निकलकर वो असुर बन गया. इस दौरान उन्होंने करणपुर विधानसभा चुनाव में मंत्री सुरेंद्र पाल टीटी को मिली हार पर कहा कि जनता का निर्णय स्वीकार है.