ETV Bharat / state

Hartalika Teej 2022, जानिए पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और इस त्योहार का महत्व

author img

By

Published : Aug 30, 2022, 8:40 AM IST

Updated : Aug 30, 2022, 10:48 AM IST

Hartalika Teej 2022
Hartalika Teej 2022

Hartalika Teej 2022 हरतालिका तीज व्रत आज 30 अगस्त को है. यह व्रत सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है. जानें इस व्रत से जुड़ी पूरी जानकारी, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त.

जयपुर. अखंड और सुखद दाम्पत्य की कामना का व्रत हरतालिका तीज (Hartalika Teej 2022) भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है. इस तीज पर महिलाएं व्रत रखकर भगवान गणेश एवं शिव-पार्वती का पूजन-अर्चन कर अपने सुखद दाम्पत्य जीवन एवं परिवार की खुशियों के लिए मंगल कामना करती हैं. इस व्रत को निर्जला रहकर किया जाता है और रात में भगवान शिव और माता पार्वती के गीतों पर नृत्य किया जाता है.

हरतालिका तीज व्रत का महत्व- मान्यता है कि इस व्रत को रखने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इस दिन सुहागिन महिलाएं निर्जला और निराहार व्रत रखकर पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं. हरतालिका तीज व्रत को सुहागिनों के अलावा कुंवारी कन्याएं रखती हैं. मान्यता है कि इस व्रत के पुण्य प्रभाव से कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर मिलता है. रिश्तों के लगाव का यह पारंपरिक पर्व जीवन को नए उमंग-उल्लास और प्रेम के रंग में रंग देता है.

पढ़ें- Hartalika Teej 2022 मां पार्वती और भगवान शिव को समर्पित है हरतालिका तीज, जानें पूजा की विधि

हरतालिका तीज 2022 शुभ मुहूर्त (Hartalika Teej shubh muhurt)-

  • सुबह का मुहूर्त : 05:57 मिनट से 08:31 मिनट तक
  • अवधि : 2 घंटे 33 मिनट

पूजा विधि- पति-पत्नी के अटूट बंधन के इस पर्व पर महिलाऐं शुद्ध मिट्टी से शिव-पार्वती और श्री गणेश की प्रतीकात्मक प्रतिमाएं बनाकर उनकी पूजा करती हैं. पूजन में रोली, चावल, पुष्प, बेलपत्र, नारियल, दूर्वा, मिठाई आदि से भगवान का भक्ति भाव से पूजन करें. तीनों देवताओं को वस्त्र अर्पित करने के बाद हरितालिका तीज व्रत की कथा सुनें या पढ़ें. आरती करने के बाद प्रार्थना करें कि हमारा जीवन भी शिव-गौरी की तरह आपसी प्रेम से सदैव बंधा रहे.

पढ़ें- वैवाहिक जीवन सुखमय और पति पत्नी के बीच प्रेम बढ़ाता है हरतालिका तीज

हरतालिका व्रत के कुछ खास नियम:

  • चारों पहर भगवान शंकर की पूजा और आरती करें.
  • घी, दही, शक्कर, दूध, शहद का पंचामृत चढ़ाएं.
  • सुहागिन महिलाओं को सिंदूर, मेहंदी, बिंदी, चूड़ी, काजल जैसी सुहाग की सामग्री दें.
  • अगले दिन सुबह पूजा करके व्रत का उद्यापन करें.
Last Updated :Aug 30, 2022, 10:48 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.