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गजेंद्र सिंह शेखावत का हमला...कहा- पीने का पानी देने के लिए गहलोत सरकार पर पैसे नहीं, भ्रष्टाचार के लिए मोबाइल जैसी रेवड़ियां बांटी जा रही हैं

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Published : Dec 13, 2022, 8:11 PM IST

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जल जीवन मिशन को लेकर गहलोत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में (Jal Jeevan Mission in Rajasthan) भ्रष्टाचार की लूट मची हुई है. गहलोत सरकार प्रदेश की जनता को पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए बजट खर्च नहीं कर रही है जबकि भ्रष्टाचार करने के लिए मोबाइल जैसी रेवडियां बांटी जा रही हैं.

Gajendra Singh Shekhawat on JJM
Gajendra Singh Shekhawat on JJM

जल जीवन मिशन को लेकर प्रदेश गहलोत सरकार पर निशाना

जयपुर. केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के बीच सियासी घमासान लगातार जारी है. जल जीवन मिशन योजना की राजस्थान में धीमी गति को लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रदेश की गहलोत सरकार को जिम्मेदार ठहराया. शेखावत ने कहा कि देश के कई राज्यों में जहां शत प्रतिशत घर-घर नल पहुंच चुका है, वहीं राजस्थान में अभी आधा काम भी नहीं हुआ है. शेखावत ने कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार आम नागरिकों को पीने का जल उपलब्ध कराने के लिए बजट खर्च नहीं कर रही है. लेकिन भ्रष्टाचार करने के लिए मोबाइल फोन जैसी रेवरियां बांटी जा रही हैं.

मोबाइल फोन जैसी रेवड़ियां बांटी जा रही हैं : केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने (Gajendra Singh Shekhawat Targets Gehlot Govt) कहा कि जल जीवन मिशन के तहत 2024 तक हर घर तक पीने का पानी पहुंचाने का संकल्प लिया गया था. लेकिन राजस्थान की गहलोत सरकार भारत सरकार की इस योजना को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रही है. देश में जहां पहले केवल 19 करोड़ घरों में से सिर्फ 2 करोड़ 23 घरों में पीने का पानी पहुंच रहा था, आज 10 करोड़ 70 लाख से अधिक घरों में पानी पहुंच रहा है. 40% की ग्रोथ पूरे भारत में रजिस्टर्ड हुई है.

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शेखावत ने कहा कि राजस्थान वह राज्य है जहां जल जीवन मिशन योजना के तहत देश में सबसे (Jal Jeevan Mission in Rajasthan) कम ग्रोथ हुई है. भारत सरकार 27 हजार करोड़ रुपए इस योजना के तहत खर्च करने के लिए देती है, लेकिन उसमें से सिर्फ 5 हजार करोड़ खर्च किए गए. अगर पूरी योजना की बात करें तो इस योजना में 50 : 50 के अनुपात में भारत और राज्य सरकार दोनों मिलाती हैं. 54 हजार करोड़ रुपए में से सिर्फ़ राज्य सरकार ने 8 हजार करोड़ रुपए खर्च किए हैं. शेखावत ने कहा कि पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए इनके पास पैसे नहीं है, लेकिन भ्रष्टाचार करने के लिए मोबाइल जैसी योजनाओं की रेवड़ियां बांटी जा रही हैं.

देश में 40 प्रतिशत जबकि राजस्थान में 20 प्रतिशत प्रगति : गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि जब इस (Gajendra Singh Shekhawat on JJM) योजना की शुरुआत की गई थी तब से अब तक इस योजना में 40% तक प्रगति हुई है. लेकिन राजस्थान में सिर्फ 20% प्रगति हो पाई है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य सरकार किस तरह से केंद्र की योजनाओं को लेकर गंभीर है. प्रदेश में 1 करोड़ 5 लाख घरों को पानी के लिए कनेक्शन के लिए हमने अप्रूवल दे दी है. फिर भी उनके घरों में पानी नहीं पहुंच रहा है. शेखावत ने कहा कि कोई भी काम जो धरातल पर हो रहा है, उसका थर्ड पार्टी से वेरिफिकेशन ठीक से हो, लेकिन इसके ही अभाव में यह काम नहीं हो पा रहा है. पिछले 4 सालों में अब तक राजस्थान सरकार में एक भी काम ठीक से नहीं हुआ है.

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एक भी ब्लॉक में पूरा काम नहीं हुआ : शेखावत ने कहा कि जल जीवन मिशन योजना के तहत गोवा, तेलंगाना, गुजरात, हरियाणा में 100 प्रतिशत काम हो चुका है. जबकि राजस्थान में एक भी ब्लॉक नहीं जहां 100 प्रतिशत कनेक्शन हुआ है. उन्होंने कहा कि योजना 4 साल पूरे करने जा रही है, लेकिन राजस्थान में 46 हजार गांव में से 21 हजार गांव में तो काम शुरू भी नहीं हुआ.

राजस्थान में माफियाओं का राज : गजेंद्र शेखावत ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार झूठे वादे कर सत्ता में आई है और उसके बल पर 4 साल से सत्ता में काबिज है. राजस्थान में आज माफिया राज स्थापित हो चुका है. भ्रष्टाचार के मामले सैकड़ों दर्ज हुए हैं. राजस्थान आज अपराध के हर मामले में पहले नंबर पर है. यहां राजधानी जयपुर में एक महिला शिक्षक को जिंदा जला दिया गया. एंबुलेंस में गैंगरेप तक हो जाते हैं. आज राजस्थान में यह हाल हो चुके हैं.

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महिलाएं सुरक्षित नहीं : शेखावत ने कहा कि जो पहचान राजस्थान की वीरांगनाओं से होती थी, उस छवि पर कालिख पोतते हुए राजस्थान आज महिलाओं के प्रति अपराध में अव्वल बन गया है. उनके नेता भी इस तरह का बयान देते हैं कि राजस्थान तो मर्दों का प्रदेश है. गहलोत सरकार के तुष्टिकरण नीति की वजह से करौली, जोधपुर, भीलवाड़ा में जिस तरह का सांप्रदायिक हिंसा हुई, उदयपुर में कन्हैयालाल की नृशंस तरीके से हत्या की गई. पिछले 4 सालों में मंदिरों पर कितने आक्रमण हुए हैं वह किसी से छुपा नहीं है. रामगढ़, अजमेर, टोंक की घटनाएं इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं.

जन आक्रोश यात्रा में मिल रहा समर्थन : शेखावत ने कहा कि गहलोत सरकार के कुशासन के खिलाफ लोगों में आक्रोश है. इसके लिए ही भाजपा पूरी राजस्थान विधानसभा में जन आक्रोश यात्रा निकाल रही है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया इस यात्रा को संचालित कर रहे हैं. बड़ी संख्या में लोग इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं. अब तक राजस्थान में इन जनाक्रोश रथों ने 94 हजार किमी की यात्रा तय की है. लगभग 50 हजार छोटी सभाएं हुई हैं. 82 लाख लोग अब तक इस यात्रा से जुड़ चुके हैं. इस दौरान जनता ने बड़ी संख्या में शिकायतें दर्ज हुई हैं, अभी तक 11 लाख पत्र शिकायत पेटी में आए हैं. हजारों की संख्या में चौपालें आयोजित कराई गई हैं.

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15 दिन तक बड़े स्तर तक होंगी बड़ी सभाएं : शेखावत ने कहा कि 15 से 31 दिसंबर तक विधानसभाओं के स्तर पर बड़ी सभाएं आयोजित की जाएंगी. इसमें बड़े नेता आएंगे. 25 दिसंबर को अटल बिहारी के जन्मदिवस पर सुशासन दिवस के दिन जनता मन की बात सुनेगी. जनाक्रोश रैली के रूप में राजस्थान में इस तरह की यात्रा इतिहास में पहली बार निकाली जा रही है. उन्होंने कहा कि 2013 से 2018 तक की वसुंधरा राजे की सरकार ने भाजपा की हर योजना को राजस्थान में लागू कराया. उस वक्त राजस्थान पहले या दूसरे नंबर पर रहता था. लेकिन अब इन योजनाओं को जिस तरीके से पटरी से उतारा गया है, उससे ये सारे कार्य रूक गए हैं. केंद्र की एक भी योजना आज राजस्थान में संचालित नहीं हो पा रही है.

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